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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रहकळी रहस्स रहकळो-देखो 'रकलौ' । १० सम्पर्क में पाना, साथ रहना। ११ जीवन यापन रहक्करणो (बो)-क्रि० गाया जाना, गाना । करना, जीवित रहना । १२ बचना, शेष रहना, अवशिष्ट रहहणो (बो)-क्रि० १ लूटमार करना, लूटना । २ जीतना रहना । १३ छूट जाना, पीछे रहना। १४ काम पर लगना, अधिकार में करना । नौकर रहना । १५ शांति से बैठना । १६ किसी कार्य में रहा -देखो 'रहस्'। संलग्न होना । १७ होना। रहव-देखो 'रहचण'। रहत-देखो 'रहित'। रहचक (क्क)-पु० युद्ध, लड़ाई। रहतिका-स्त्री० प्रथा, परम्परा, रीति, रिवाज, पढ़ि। रहबर-स्त्री० तेज दौड़, गति । रहती-वि०१ रहने वाला, । २ ममिट, स्थाई। रहबरण-स्त्री. १ सहार, नाश । २ कष्ट, दुःख, विपत्ति ।-वि० रहन, रहनी-देखो 'रहणी' । मारने वाला। रहम-पु. [प्र.] कृपा, अनुग्रह, दया । खचणी (1)-क्रि० १ मार-काट करना, संहार करना ।| रमत समति-स्त्री. fu. बमनाया Dem. २ मारना। ३ पराजित करना, हराना । ४ वीर गति | रहमदिल-वि० [अ०] दयालु, कृपालु। क्या करने वाला। प्राप्त होना, जूझकर मरना । ५ युद्ध करना । रहमदिली-वि० [अ०] १ कृपा या क्या करने की क्रिया या भाव। रहचाणी (बो), रहचावणो (बो)-क्रि० १ संहार कराना, मार- ___ २ दया तरस, करुणा। काट कराना, मरवाना। २ पराजित कराना, हराना । रहमाण, रहमान-वि० [अ० रहमान] दयालु, कृपालु. मेहरबान । ३ वीर गति दिलाना। -पु. ईश्वर, परमात्मा, खुदा । रहच्चक, रहच्चक्क-देखो 'रहचक' । रहमाणग्रंस-पृ० ईश्वर का अंश । रहन्चरण-देखो 'रहचण'। रह-रह-प्रव्य० रुक-रुक कर । रहच्चरणी (बो)-देखो ‘रहचणी' (बी)। रहरू, रहरू-पु० रक्त, खून । रहछह-स्त्री. महफिल, गोष्ठी। रहळ, रहल, रहळि, रहळी-स्त्री० [म.] १ पुस्तक रखने का रहट-देखो 'मस्ट'। एक प्राधार या स्टेण्ड । २ मंद व ठण्डी हवा का झोंका, रहण-वि० रोकने वाला, प्रवरुद्ध करने वाला। लहर । रहरणो (बो)-क्रि० १ रोकना, भवरुद्ध करना। २ तहस-नहस | | रहळ, रहळ-वि० खाली, रिक्त। करना। रहबई-पु० [सं० रथपति] रथ में बैठने वाला, रथ का पति । रहा. रहमो-पु० १ भार लादने की गाड़ी विशेष । शकट । रहवणी (बौ)-वेखो ‘रहणो' (बो)। २ बलों को प्रशिक्षित करने निमित्त बनाया गया वाहन रहवर-पु० [सं० रथ वर] उत्तम रथ, सुन्दर रथ। विशेष । ३ छोटे बच्चों को पैरो से चलना सिखाने निमित रहवाण-देखो 'रहाण'। बनाया गया तीन पहियों का खिलौना। रहवाळ-स्त्री० [फा० रहवार घोडे की एक चाल विशेष । रहण-पू.१ घर, गृह प्रावास । २ निवास, रहना किया। रहवास-१०१ रहने की क्रिया या भाव, निवास । २ विधाम, .. -वि. १ रहने वाला । २ देखो 'रहणो'। ठहराव । ३ मकान, घर । ४ रहने का स्थान, निवास स्थान । रहणाक-पु. गृह, सदन, घर। ५ निजी कक्ष । ६ अन्तः पुर, रनिवास । रहरिण, रहणी-स्त्री० [सं० रह] १ रहने की क्रिया या भाव । रहवासि, रहवासी-पु. १ रहने वाला, निवासी। २ देखो २ रहने का ढंग, तोर, तरीका । ३ जीवन निर्वाह, व्यवहार, | रहवास। प्राचरण । ४ पाचरण के सिद्धान्त । ५ मावास, निवास, | जस-१ देखो 'रहसि' । २ देखो 'रहस्य । ठहराव । ६ निष्ठा, श्रद्धा । रहसणी (बौ)-देखो रहचणी' (बी)। रहणी (बो)-क्रि० १ एक ही स्थिति में प्रवस्थान होना, रहसि (सी)-पु० [सं० रहस्] १ संभोग, मथुन । २ रहस्य । रहना। स्थाई निवास करना । २ कहीं ठहरना, | रहस्य-पु० [सं०] १ गुप्त बात, भेद, गुप्त सूचना । २ छिपी टिकना, विश्राम करना। ३ चलते हुए रुकना, जाते हुए | हुई कोई गूढ या सूक्ष्म बात। ३ मर्म, तत्व । ४ गुप्त सिद्धांत ठहरना । ४ कम का रुकना, ठहरना। ५ बसना । या विषय । ५ ईश्वर संबंधी सूक्ष्म ज्ञान । ६ एक तांत्रिक ६ वर्तमान या मौजूद होना। ७ स्थित होना, स्थापित प्रयोग । ७ रति क्रीड़ा ।-मदिर-पु. केलिगृह, रंगमहल । होना। ८ भाधारित होना। ९ विशेष स्थिति में होना। रहस्स, रहस्सी-१ देखो 'रहस्य' । २ देखो 'रहसि । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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