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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra रसियो www.kobatirth.org reat-go प्रेमी । रसीयो- देखो 'रसियो' । ( ४६४ ) - रसियो वि० [सं० रसिक] १ मानन्द या रस लेने वाला रसिक २ रसज्ञ, मर्मज्ञ । ३ शौकीन, किसी कार्य का विशेष शौकीन ४ रतिक्रीड़ा का सोलुप, कामी, विषयी वेश्यागामी प्रिय प्यारा ६ विनोदी, मनोरंजक । ७ मस्त, मौजी 1 1 - पु० १ पति प्रियतम। २ एक लोकगीत विशेष । रसी स्त्री० १ घाव या फोड़े में होने वाला मवाद । २ देखो 'रस्सी' रसीव स्त्री० [फा०] १ रुपये जमा कराने या देने के बदले में दी जाने वाली पर्ची, पहुंच, प्राप्ति, पावती २ इस पर्ची में लिखी जाने वाली इबारत । रसील - वि० १ रसयुक्त, रसदार । २ मीठा, मधुर । रसीलो वि० [स्त्री० रसीनणी) प्रेम या मानन्द में मग्न रहने रसूक- पु० संबंध, व्यवहार । सम्पर्क | रगाळ पु० १ पशुनों के जुगाली करते समय खाद्य पदार्थ का रस मुंह से बाहर गिरने का एक रोग । २ इस रोग से पीडित पशु 1 रसूल- पु० [अ०] १ ईश्वर का दूत । २ ईश्वर का अवतार । ३ पैगंबर । ४ ईश्वर । वाला । । रसीला १०१ रसयुक्त होने की अवस्था २ रसि रसोवड़, रसोबड़ो-देखो रसोई' ( परणी) । कता । प्रियता । ३ विलासप्रिय या कामुक होने की अवस्था । ४ मीठास, मधुरता । रसोत देखो 'रसोत' । रसीलो - वि० (स्त्री० रसीली) १ रसयुक्त, रसमय । २ स्वादिष्ट जायकेदार । ३ मधुर । ४ दिलचस्प, मजेदार ५ श्रानन्ददायक। ६ विलास प्रिय कामुक । ७ बांका छबीला । सुन्दर मनोहर, कमनीय ९age कोमल नाजुक १० प्रियतम, प्रेमी रसिक । ११ रसज्ञ, रस १२ सारयुक्त 1 मर्मज्ञ । - पु० [सं०] पाग रमेस्वर - पु० १ पारा, पारद । २ छः दर्शनों से मलग एक अन्य दर्शन । रसो-देखो 'रसोई' । रसोगाळ - देखो 'रसूगाळ' | रसोइवार देखो 'रसोईदार' | रसोड़ो-देखो 'रसोई'। रसोई - स्त्री० [सं० रसवती ] १ भोजन के रूप में बनने वाली सामग्री, खाना, भोजन । २ नित्य भोजन बनाने व भोजन सामग्री रखने का स्थान कक्ष, पाकशाला । ३ देव मंदिर, ब्राह्मण पादि को दी जाने वाली सूखी भोजन सामग्री, घाटा, दाल मादि ४ रामद्वारा या मठ में रहने वाले साधुयों को दिया जाने वाला भोज यांनी घर 1 भोजन बनाने का कक्ष, पाकशाला - बार- पु० बावर्ची, पाकशास्त्री, रसोइया । - बारी स्त्री० भोजन बनाने का कार्य भोजन बनाने का व्यवसाय या वृत्ति । रसोईबरदार पु० [फा०] खाना लेजाने वाला व्यक्ति । रसोईयो देवां रसोइयो । रसीन पु० [सं०] लहसुन रसोपल - पु० [सं०] मोती । रसोयीस० पाकशाला का अधिकारी रसोई दारोगा । रसोली- स्त्री० १ घोड़ों का एक रोग । २ कान में होने वाला एक फोड़ा । ३ आंख का एक रोग । ४ शरीर में होने वाली कोई ग्रंथि । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रस्य रह रसो- पु० [सं० रम] १ गुड प्रादि का मीठा पानी, रस २ जूस, शोरबा । ३ रस्सी । ४ देखो 'रसोई' । रसौड़ी देखो 'रसोई'। रसौली-देखो 'रसोली' । रस्त देखो 'रसद' | रस्तागीर - देखो 'रास्तागीर' । रस्तो-देखो 'रास्तों'। रस्म-१ देखो 'रसम' । २ देखो 'रस्मि' । 1 रवि-स्त्री० [सं०] रश्मि १ किरण, रश्मि २ ग्रामा, कांति दीप्ति । ३ प्रकाश । ४ बागडोर, लगाम । ५ रस्सी, डोरी । ६ अंकुश | ७ चाबुक । - वि० [सं०] १ रसवाला रसदार २ रसीला - पु० १ रक्त, खून। २ शरीर का मांस । ३ रहस्य | रस्स- देखो 'रस' | रस्सरण - देखो 'रसना' । - रस्सी स्त्री० [सं० रसना] १ सूत, मूंज प्रादि की डोरी, रज्जू । २ घोड़ों की एक बीमारी । ३ देखो 'रसी' । । रसोइयो पु० १ भोजन बनाने वाला, बावर्ची २ पाक शास्त्री रस्सी० [सं० रहना) १ मूत, मुंज, पशु वर्म यादि का मोटा व लम्बा डोरा, रस्सा, बंधन, पाण २ घोड़ों की एक बीमारी । ३ देखो 'रसी' । कंडोई | For Private And Personal Use Only रहंचणी (बी) - देखो 'रहचरणी' (बौ) । रहंतणी (ब)- क्रि० संहार करना, मारना । रम देखो 'रहम' २ देखो 'रहीम' । रह-पु० [सं० रथ] १ रथ । २ एकान्त । ३ प्रेम, मेल । ४ देखो 'राहु'।
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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