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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir यिमरत । ४३७ ) योगन यिमरत-देखो 'प्रमरत' । -पाळ - 'जूथपाळ' । यिहाँ-क्रि०वि० यहां। यूथप-देखो 'जूथप'। बी-सवं. यह । यूनान-पु. एशिया के पास का एक यूरोपीय देश । यु-देखो 'यू"। यूनानी-वि० यूनान का; यूनान संबंधी, यूनान देश का बना । युमन-देखो 'जमल'। -पु० १ यूनान का निवासी । २ इस देश की भाषा । युक्त-देखो 'जुगत'। ३ चिकित्सा की एक विधि । युक्ति-स्त्री० [सं०] १ साहित्य में एक प्रलंकार । २ देखो | पूराल-पु. १ एशिया व यूरोप महाद्वीपों के बीच स्थित एक • 'जुगती'। पहाड़। २ इस पहाड़ के पास का प्रदेश । ३ इस पहाड़ से युक्तियुक्त-वि० [सं०] ठीक, वाजिब, उपयुक्त । युक्ति से पुष्ट । निकलने वाली नदी। युग-देखो 'जुग'। ग्रह-देखो 'जूथ'। युगति-देखो 'जुगती'। यूही-देखो 'यू'ही'। युगमंधर-देखो 'जुगमंधर'। ये-सर्व० 'यह' का बहुवचन, ये। युगळ युगल-देखो 'जुगळ'। येऊ-मध्य यह भी। युगलियो-वि० युग्म । येक-देखो 'एक'। युगवर-देखो 'जुगवर'। येकरण-देखो 'एकरण। युगांतक-देखो 'जुगंतक'। येकरिण-क्रि०वि० अकेले ही, अकेले में, एकान्त में । युगावि-देखो 'जुगादि'। येकल-देखो 'एकल'। युगादिदेव-पु० [सं०] सृष्टि के प्रारंभ के देवता। येकलो-देखो 'एकलौ'। युगेस-पु. १ बृहस्पति के साठ वर्षों के राशिचक्र में पांच-पांच येटलो-वि० (स्त्री० येटली) जितना। ____ वर्षों के युगपति । २ देखो 'जुगेस' । येठीमधु-स्त्री० मुलैठी। युग्मपद-पु० [सं०] गगार में एक प्रासन विशेष । पेण-सर्व० इस । युतबेध-देखो 'जुतबेध'। येता-क्रि०वि० जिस प्रकार, जैसे। युतिस्ट-पु. छप्पय छंद का एक भेद ।। येतो-सर्व० (स्त्री० येती) इतना। युत्थ-देखो 'जूथ'। येन-क्रि०वि० १ जिस प्रकार, जैसे । २ जिससे । येलम-देखो 'इलम'। युख-देखो 'जुध'। युद्धवाद-पु० [सं०] ७२ कलामों में से एक । येळा-देखो 'इळा'। युद्धसत्रि-पु० [सं० युद्धसत्र] युद्ध में बलिदान होने या करने | येळापत (पति, पती)-देखो 'इळापत' । का भाव। येह-देखो 'यह'। युधिस्ठिर-देखो 'जुधिस्ठर'। येहड़ो-सर्व० (स्त्री० येहड़ी) ऐसा । युवक-पु. [सं०] १.१६ से ३५ वर्ष की पायु का पुरुष, जवान | येहां-प्रव्य०१ यहां । २ ऐसे। व्यक्ति । नोजवान ।-वि० युवा, जवान, वयस्क । यै-सर्व० इस, इन। युवति (ती)-स्त्री० [सं०] जवान स्त्री, युवा स्त्री या लड़की। यसे-क्रि०वि० ऐसा, इस प्रकार । युवराज, युवराजकुमार-पु० [सं० युवराज] 1 बड़ा राजकुमार। यों-क्रि०वि० [सं० एवमेव १ इस प्रकार, ऐसे । २ उसी तरह २ राजा का उत्तराधिकारी। वैसे ही।-सर्व० इसके। युवरासी-स्त्री० एक तीर्थ का नाम । योंही-क्रि०वि०१ इसी प्रकार से, इसी तरह से । २ देखो 'यूही'। युवा-देखो 'जवारण'। यो-देखो 'यो। युवावरणी-स्त्री० जवान स्त्री। योई-देखो 'यहो'। युष्वनास-देखो 'जुवनासव' । योग-देखो 'जोग। यू-क्रि०वि० इस प्रकार, ऐसे । योगकन्या-स्त्री० [सं०] यशोदा के गर्भ से उत्पन्न कन्या रूप पूही-क्रि०वि० प्रकारण ही, वैसे ही। में श्रीकृष्ण की माया। यूथ-देखो 'जूथ' ।-नाथ='जूधनाथ' ।-पति : 'जूथपति' । योगज-पु० [सं०] योगी को मिलने वाली एक प्रकार की सिद्धि। For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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