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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra मकोड़ो मकोड़ो - पु० १ बड़ा चींटा । २ लोह पर खुदाई करने का श्रीजार । ३ शृंखला, सांकल की कड़ी । ४ प्राभूषणों का कड़ीनुमा एक भाग । मकोट, मकोड पु० बड़ा चींटा मकोय पु० एक प्रकार का सूप मक्कर - पु० १ गर्व, अभिमान । २ छल, ढोंग, पाखंड | ३ धूर्तता, फरेब । ४ देखो 'मकर' । www.kobatirth.org वि० [प्रति कृपण, महा कंजूस । ( ३१७ ) होने वाला एक वात रोग । 2 मक्कार वि० [प्र० ]. १ दुष्ट मीच २ पूर्त बदमाश ३ दगाबाद, कृतघ्न । मक्कारी - स्त्री० १ धोखा देने की प्रवृत्ति । २ छल, कपट । मक्का सरीफ - पु० [अ०] हजरत मुहम्मद का जन्म स्थान, हज । मक्की स्त्री० [१] मोटे दाने का प्रसिद्ध अनाज २ देखो 'माली' मक्कुन- पु० जांघ का कवच । मक्की - पु० [अ० मक्क: ] मक्का सरीफ, हज । म (न) - देखो 'माल' मक्खी देखो 'माथी' । मक्खीमार देखो 'माखीमार' । मषदूर-देखो ‘मकदूर' । मद - देखो 'मकरंद' । 'म देखो 'मकर' मक्री- देखो 'मकरी' । केत, कंत 'मकरकेत' । महूळ-देखो 'मखतूळ' । मक्कल पु० [सं०] मल्ल] प्रसव के बाद जच्चा के पेट में मखांणी ० १ तिल, इलायची आदि के दानों पर शक्कर का लेपन कर बनाई गई मिठाई । २ ताल मचारणा । मखालय - पु० [सं०] यज्ञशाला । मखिआरो- पु० [सं० मक्षिका प्रावरण] घोड़े या बैलों के मुख पर शोभा के लिये बांधी जाने वाली झल्लरी, तिल्हारी। मखनाथ पु० [सं०] विष्णु मनी वि० मस्त (वात) मखत्राता- पु० [सं०] १ यज्ञ रक्षक । २ श्रीरामचन्द्र । माघूम - वि० [अ०] ( स्त्री० मखदूमा) १ जिसकी सेवा मा खिदमत की जाय । २ मालिक, स्वामी । ३ पूज्य । - पु० मुसलमानों का एक धर्माधिकारी मखदोखी (सी, धेखी, घेसी ) - पु० [सं० मखदोषिन् ] १ राक्षस असुर । २ शिव का नामान्तर । मखन-देखो 'मायण'। Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मखमल - पु० [प०] मुलायम व चिकमा वस्त्र विशेष मखमली - वि० [अ०] १ मखमल का बना । २ मखमल जैसा नर्म वः चिकना । मणक मखरक्षक - पु० यज्ञ की रक्षा करने वाला ऋषि या व्यक्ति । मखसाळा - स्त्री० [सं० मख शाला ] यज्ञ शाला । मसूद-देखो 'मसूद' । मखिका स्त्री० १ एक प्रकार का धाभूषण २ मक्षिका मखी- देखो 'माखी' । मख पु० [सं० मधुक] १ मधु, शहद । २ मख, यज्ञ । मग पु० [सं० मग ] १ मगध देश । २ मगधदेश का निवासी । ३ शाकद्विपीय ब्राह्मणों का एक वर्ग । ४ देखो 'मारग' । ५ देखो 'मूंग' | मक्षिका- स्त्री० [सं०] १२ मधुमक्खी। मक्सी पु० १ एक रंग विशेष का घोड़ा । २ प्रयाम घोड़ा । म० [सं०] [१] पक्ष २ देखो 'माथी' मगज पु० [० मग्ज] १ मस्तिष्क, दिमाग की गिरी, गूदा ३ गयं दबा । ५ देखो 'मगद' । लबार । - चट्टी - स्त्री० बकवास । ० पैर घसीट कर चलने वाला घोड़ा । मखरण- देखो 'मायण'। मगजपच्ची, मगजमारी स्त्री० किसी कार्य में व्यर्थ दिमाग लगाने मखणी - पु० एक प्रकार की घास । की क्रिया, दिमागीश्रम । , मखतूळ - पु० [सं० महतूल ] काला रेशम । मगजाई - स्त्री ० १ गवं प्रभिमान । २ गौरव । मखतूळी- वि० काले रेशम का बना । स्त्री० एक सुगंधदार मगजी स्त्री० [अ० मग्ज ] १ गवं धास विशेष । किनार मलेना स्वी० दलों की धांधों पर बाँधने की चमड़े की पट्टी मलेस पु० [सं० मवेश] राजसूय यज्ञ । मखोळ (ल), मखौळ (ल) - स्त्री० हंसी ठिठोली, हास्यास्पद बात, हास्य व्यंग | मखोलियो - वि० मखौल करने वाला, मसखरा । २ फल के अन्दर प्रभिमान ४ रोब, प्रभाव, दब-चट - वि० बातूनी | बकवादी । For Private And Personal Use Only अभिमान । २ वस्त्र की मग पु० ढोल का एक उपकरण । मगरण - पु० [सं०] छन्द शास्त्र का एक गण, sss मगत; मगती - ० भिखारी, वाचक-जरा-पु० वाचकगण । मग कि०वि० लड़खड़ाता हुआ बोलता हुआ मगव - पु० १ मंदे में घी, शक्कर डाल कर सेक कर, बनाया जाने वाला खाद्य पदार्थ । २ देखो 'मगध' । मावळ (०१ उड़द या मूंग के घाटे में पी-शक्कर मिठा कर भूनकर बनाया जाने वाला पदार्थ । २ मगद ।
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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