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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra दौलती दौलती - वि० १ धनी, दौलतवाला । २ भाग्यशाली । ३] देखो 'दौलत'। दौहित्र (त्री) देखो 'दोहिती' - दौहित्री- देखो 'दोहिती' । वि० [सं० [हि] एक और एक दो दोनों art (at) - देखो 'गो' (बी) । देखो दाहसी' (स्त्री० वांगी) दोले- पु० [सं०] १ कुमुद नामक एक दिग्गज २ का दौवारिक पु० [सं०] द्वारपाल दोस्थिकापण - पु० [सं० दौष्यिकापण] कपड़े की दुकान, बजाज द्रकक्ष ेप ( खेप ) - पु० हाट, कपड़ा बाजार । शामली-देखो 'दयाव थाड़ौ, द्याढ़ि - देखो 'दिवस' । 'लु'। धावड़ स्त्री० रहट के बीच बांधी जाने वाली डोरी, जतनी - www.kobatirth.org ( ६८२ ) - पु० [सं०] १ दिन । २ श्राकाश । ३ स्वर्गलोक । ४ सूर्य लोक । ५ अग्नि । ६ चमक । यति-देखो 'दुति' गरण - पु० [सं०] ग्रहों की मध्यगति के साधक अंग, दिन । द्य चर - पु० [सं०] १ ग्रह । २ पक्षी । जा (या) स्त्री० [सं०] अहोराण वृत्त की व्यास रूप ज्या । तरी० [सं०] किरा तिधर देखो 'दुतिधर' । तिमंत ( मन ) - देखो 'दुतिमांन' | यतिमा स्त्री० प्रकाश, तेज, प्रभा , द्यन- पु० [सं०] लग्न से सातवां स्थान । द्य निस-पु० [सं०] निश] अहर्निश, रातदिन । पति-पु० [सं०] सूर्य इन्द्र 1 द्यम - पु० [सं०] श्राकाशचारी पक्षी । म पु० [सं०] धन, द्रव्य मरिण - पु० [सं०] १ सूर्य, रवि । २ मंदार । ३ शुद्ध तांबा । द्यलोक - पु० [सं०] स्वर्ग लोक । द्यूत पु० [सं०] जुम्रा । तमेव पु० [सं०] ७२ कलाओं में से एक। द्यूतविसेस- ० ६४ कलानों में से एक । 1-पु० द्यून - पु० [सं०] लग्न स्थान से सातवीं राशि । द्योढ़ - पु० [सं०] १ स्वर्गं । २ ग्राकाश, व्योम । ३ शत पथ ब्राह्मण । घोरांणी-देखो 'देरांणी' । द्योस - देखो 'दिवस' । द्यौ - वि० [सं० द्वि] दो, दोनों । द्रौंगी पु० एक प्रकार का घोड़ा । गद्र गड़ौ - पु० [सं० द्रंग] १ नगर, शहर । २ देखो 'दुरग' | ३ देखो 'द्रग' | (बी) देखी दौड़ी' (बी) Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir द्रढ़नेमि [सं० दृक् क्षेप] १ दृष्टिपात, प्रवलोकन नतांश की भुजज्या । २ दशम लग्न के कति स्त्री० [सं० नति] एक याम्योत्तर संस्कार विशेष । द्रकपथ - पु० [सं० ढक पथ ] दृष्टि का मार्ग । दृष्टि की पहुंच । द्रकपात पु० [सं० दृक्पात ] दृष्टि पात, अवलोकन | द्रकस्रतित-पु० [सं० दृक् श्रुति] सांप, सर्प । खद - पु० [सं० दृषद ] पत्थर, पाषाण । द्रग - पु० [सं० दृश्] १ प्रांख, नेत्र, लोचन । २ दृष्टि नजर । ३ बोध, ज्ञान । ४ दो की संख्या । द्रगपाळ - देखो 'दिग्पाळ' | द्रग्गोचर - वि० [सं० दृग्गोचर] प्रांख से दिखने वाला, दृष्टि में ग्राने वाला । द्रोण- देखो 'दुर्योधन' । उठा स्त्री० [सं० [प] यांन इठि देखो 'इस्टि' । द्रग्गोळ पु० [सं० हग्गोल] ग्रह संबंधी एक वृत्त विशेष । या स्त्री० [सं०] रम्या ज्योतिष में एक विशेष द्रावण (न)- पु० [सं०] इलंबन] ग्रहण संबंधी एक संस्कार द्रजीत - देखो 'इंद्रजीत' | For Private And Personal Use Only द्रढ़ - वि० [सं० दृढ़ ] १ कसकर बंधा हुआ, कमा हुआ, प्रगाढ़ । २ पक्का, मजबूत । ३ कड़ा, ठोस, कठोर । ४ बलवान, बलिष्ठ पुष्ट ५ पविचलित पटल ६ स्थाई निरं स्थायी । ७ निडर, साहसी । ध्रुव, निश्चित । ६ ढीठ । १० स्थापित । ११ अचंचल । १२ घना । १३ टिकाऊ । १४ विश्वस्त । १५ ग्रान पर अड़ने वाला पु० १ विष्णु । २ धृतराष्ट्र का एक पुत्र ३ लोहा ४ तेरहवां मनु - करमौ वि० धैर्यवान साहसी मूठी वि० कंजूस, कृपरण । इडली (बी) क्रि० [सं० द्रड्] २ गाढ़ा करना । ३ पुष्ट होना । का पेड़ तव पु० स० [सं०] द्रढ़ता - स्त्री० [सं० दृढ़ता] १ दृढ़ होने की अवस्था या भाव। २ पक्कापन । ३ मजबूती । ४ स्थिरता, अटलता । ५ धैर्य । द्रढ़नांम पु० [सं० दृढ नाम] अस्त्रों की एक रोक । नेत्र पु० [सं०] विश्वामित्र का एक पुत्र द्रढ़नेमि - वि० [सं०] जिसकी धुरी मजबूत हो । वि० [सं० [ धन्वन्] धनुष चलाने में निपुण । १ मजबूत करना, पक्का करना। होना, मोटा होना । ४ कड़ा
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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