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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जळयर जलालोक जळयर (री)-पु० [सं० जलचर, चरी] १ जल के प्राणी । जळसूग-पु० [सं० जलशूक] जलकान्त इन्द्र के दूसरे लोक २ मछली। पाल का नाम । जळयांन-पु० [सं० जलयान] १ नाव । २ जहाज । जळसोयवाइ-स्त्री० [सं० जलशौचवादिन] पानी से शुद्धि मानने जळयात्रा-स्त्री. १ समुद्रीमार्ग से की जाने वाली यात्रा । २ पवित्र । वाले तपस्वियों की शाखा। जल लाने के लिये की जाने वाली यात्रा। ३ देवोत्थापिनी जळसौ-पु० [अ० जलसा] आनन्दोत्सव । एकादशी का उत्सव । ४ ज्येष्ठ की पूर्णिमा का एक उत्सव । जळस्तंभिनी-स्त्री० एक प्रकार की विद्या। जळयाळ-पु० जळागार, समुद्र। जलस्राव-पु० [सं० जलश्राव] सूर्य, भानु । जळरअ-पु० [सं०जलरत] इन्द्र के लोकपाल का नाम । (जैन) | जळहड्ड-पु० मोती, मुक्ता। जळरक्ख-पु० [सं० जलराक्षस] १ राक्षसों का पांचवां भेद । जळहर-१ सूर्य, भानु । २ पवन, वायु । ३ देखो 'जळधर' । २ देखो ‘जल रक्षक'। -जांमी-पु० इन्द्र। जळरक्षक-पु० [सं०] वझण । जळहळ-स्त्री० चमक, रोशनी । जळरास (सि, सी)-पु० [सं० जलराशि] १ कर्क, मकर, कुभ जळहळणी (बी)-क्रि० चमकना, झलकना । ___और मीन राशियाँ । २ समुद्र । जळहळी-वि० श्राग बबूला, अतिक्रुद्ध । जळरिप-पु० वायु, पवन । जळहस्ती-पु. सात-पाठ फुट लंबा सील जाति का जल जंतु । जळरूप, जळरूव-पु० [सं० जलरूप] १ मगर घड़ियाल । जळहि-देखो 'जळधि'। २ उदधि कुमार के इन्द्र जलकांत के तीसरे लोकपाल का जळांजळी-स्त्री० पानी से भरी अंजली। का नाम । (जैन) जळांधीस-देखो 'जळाधीस'। जळळ -वि० १ अति क्रोधी। २ भयंकर । ३ भारी। जळा-स्त्री० १ फौज, सेना। २ अपार सम्पत्ति, द्रव्य, धन । -पु. १ दण्ड, सजा । २ युद्ध, संग्राम। ३ लक्ष्मी । ४ माया । ५ बड़ी आपत्ति । ६ फैला हुआ जळवट (टो, दृ)-पु० [सं० जलवाट] १ जल मार्ग । २ समुद्र । सामान । ७ आभा, कांति । ३ द्वीप, टापू । --राय-पु० विष्ण । जळाकांक्ष-पु० हाथी। जळवळजांमी-पु० इन्द्र । जळाकार-पु० सर्वत्र जल ही जल हो जाने की अवस्था । जळवह (वहण)-पु० [सं० जलवाह] मेघ, बादल । जळारणौ (बौ) -क्रि० [सं०ज्वलन्] १ किसी वस्तु के आग लगाना, जळवा-स्त्री० नव प्रसूता स्त्री द्वारा किया जाने वाला जल पूजन । प्राग में संयुक्त करना । २ अधिक गर्मी या ताप देकर जलवाणी (बौ)-देखो 'जळारणो' (बी) । झुलसाना । ३ चिढ़ाना, कुढ़ाना । ४ सताना, व्यथित जळवासी-पु० जलचर जीव । करना । ५ दग्ध करना, दागना । ६ जलन पैदा करना। जळाधर-देखो 'जळधर'। जळवाह-गु० [सं० जलवाह] मेघ, बादल । जळाधिप-पु० [सं० जलाधिप] १ वरुण। २ संवत्सर में जल जळविभू-पु० [सं० जलविभु] वरुण । का अधिपति ग्रह । जळविसुव-पु० [सं० जलविषुव] तुला संक्रान्ति का योग। जळाधीस-पु० [सं० जलाधीश] १ समुद्र। २ वरुण । जळग्याघ्र-पू० [सं० जलव्याघ्र] सील जाति का एक जळाबोळ-वि० १ भयंकर, विकट । २ जलप्लावित । ३ वैभव हिसक जीव । पूर्ण, ऐश्वर्य पूर्ण । ४ गहरा व पूर्ण हुआ, रंग से तर। जळण्याळ-पु० १ पानी में रहने वाला सर्प । २ मेंढ़क ।। ५ चमकता हुआ । ६ क्रोधपूर्ण । -पु०१ समुद्र । जळवक्ष (विक्ष)-पु० [सं० जल वृक्ष] कमल ग्रादि पौधे । २ विनाश । ३ संहार । ४ बुरा समय, खराब समय । जलायत-देखो 'जिलायत' । जळसंब्रत-पू० वरुण । जलाल-पु० १ प्रेमी, प्रियतम । २ पति । ३ राजस्थानी लोक जळसपणी-स्त्री० [सं० जलसपिरणी] जौंक । गीतों का एक उदार नायक । -वि० १ प्रकाश मान । जळसाई (साई)-पु० [सं० जल स्वामी, जलशायिन्] १ ईश्वर । २ तेजस्वी, कान्तिमान । २ विष्ण । ३ इन्द्र । ४ वरुण । जलालियौ-पु. [अ० जलालियः] १ दरवाजे के बीच लगा रहने जळसोप- स्त्री० [सं०] मोतीवाला सीप । वाला पत्थर । २ बलवान व्यक्ति। ३ ईश्वर के जलाली जळसीर-स्त्री० जमीन । रूप का उपासक । ४ एक प्रकार का फकीर । जळसुत-पु० कमल । | जलालोक-पु० [सं० जलालुक] जौंक । For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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