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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जमक जमला देवता। ३ मन व इंद्रिय का निग्रह । ४ मन को धर्म की जमतात-पु० [सं० यमतात] सूर्य । ओर उन्मुख रखने का साधन, योग के आठ अंगों में से एक। जमदंत-पु० [सं० यमद्रष्ट] प्राण घातक वस्तु । ५ कौवा । ६ शनिश्चर । ७ विष्णु । ८ वायु । ९ यमराज, | जमदढ, जमदढ्ढ (वढ्ढा)--देखो 'ज़मडड' । १० दो की संख्या। -वि. अन्धा । -क्रि०वि० जैसे । जमदास--पु० यमदूत ।। जमक-देखो 'यमक' । जमदिस (दिसा)-स्त्री० [सं० यमदिशा] दक्षिण दिशा । जमकात, जमकातर-पु० १ मंवर । २ यम का खांडा। ३ एक | जमदूत-पु० [सं० यमदूत] यम का दूत । प्रकार की छोटी तलवार । जमदेवता-पु० १ यमराज । २ भरणी नक्षत्र । जमग-पु० [सं० यमक] १ देव कुरु । २ उत्तर कुरुक्षेत्र के एक जमद्दढ़, (द्दाढ़)-देखो 'जमडड' । पर्वत का नाम । ३ एक पक्षी विशेष। जमद्वार-पु० यमलोक का द्वार । जमघंट-पु० [सं० यमघंट] १ यमराज का घंटा। २ दीपावली जमधर-पु० कटारीनुमा एक शस्त्र । का दूसरा दिन । ३ देखो 'जमघंटजोग' । जमन-पु० १ यवन । २ जमुना। --भ्रात-पु० यमराज।। जमघंटजोग (योग)-पु० [सं० यमघंटयोग] शास्त्रोक्त एक | जमना-स्त्री० [सं० यमुना] १ उत्तर भारत की एक बड़ी नदी । अशुभ मुहूर्त विशेष । २ दुर्गा, देवी । ३ संज्ञा के गर्भ से उत्पन्न सूर्य की एक पुत्री। जमघट (ह)-पु० १ मनुष्यों की भीड़ । २ जमाव । ३ एकत्री- ४ यम की बहन, यमी। करण । ४ समूह । जमनायण-पु० मुसलमान । जमड़ी-देखो 'जमी' । जमनाह-पू० यमराज। जमचक्र-पु० [सं० यमचक्र] यमराज का शस्त्र । जमनि (नी)-पु. १ एक बहुमुल्य पत्थर, रत्न । २ देखो जमज-पु. एक साथ जन्मे बच्चों का युग्म । 'जमना' । जमजनक-पु० [सं० यमजनक] सूर्य । जमनोतरी-स्त्री० गढ़वाल के पास का एक पर्वत । जमजाळ-पु० १ यम का फंदा, यमपाश । २ वीर, योद्धा । ३ एक जमन्ना-देखो 'जमना'। प्रकार की छोटी तोप, बन्दूक । जमपास-स्त्री० [सं० यमपाश] यमपाश, मृत्यु का बंधन । जमझमा-स्त्री० तार वाद्यों को बजाने की एक क्रिया । जमपिता-पु० सूर्य । जमझाळ-देखो 'जमजाळ' । जमपुर (पुरी)-पु० १ यमलोक । २ नरक । -स्यांम-पु० जमउंड (डो)-पु० १ यमराज द्वारा प्रदत्त दण्ड । २ यमराज यमराज । का डंडा । जमबाहण-पु० [सं० यम-वाहन] भैसा । जमडड (उड्ड, डढ़, उढ़ा, डड्ढ)-स्त्री० [सं० यमद्रंष्ट्रा] १ कृपारण। जमबीज-स्त्री० [सं० यम-द्वितीया] १ चैत्र मास के कृष्ण पक्ष २ कटार । की द्वितीया । २ कात्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया । जमडांग (डारणी)-पु० यमदूत । जममगनी-स्त्री० [सं० यमभगिनी] यमुना । जमडाड (डाढ़)-देखो 'जमडड' । जमया-स्त्री० [सं० यमया] नक्षत्र संबंधी एक योग । जमडाढ़ाळ-वि० यमराज के समान वीर, योद्धा । जमरथ-पु० [सं० यमरथ] भैसा। जमरण, जमरणा-देखो 'जमना' । जमरांण (णौ), जमराउ (राज. राव)-पु० [सं० यमराज] जमणवार-देखो 'जीमणवार' । १ मृत्यु के देवता, यम, काल । २ भृगु ऋषि । ३ योद्धा, जमणिका-देखो 'जवनिका'। वीर। -पिता-पु० सूर्य । जमणिया-स्त्री० [सं० जमनिका] साधुओं का एक उपकरण जमरूद-पु० एक प्रकार का फल । विशेष (जैन) । जमरूप-पु० कटार। जमणी-देखो 'जमना' । जमरौ-देखो 'जमराण' । जमणी (बी)-कि० १ पानी का बर्फ होना। २ द्रव पदार्थ का जमल (उ)-वि० [सं० यमल] १ युग्म, जोड़ा। २ दुमग। ठोस वनना । ३ दृढ़ता पूर्वक बैठना । ४ निश्चित होकर बैठ ३ साथ । जाना । ५ एकत्र, जमा होना । ६ दूध का दही होना । जमलज्जुणभंजग-पु० [सं० यमलार्जुनभंजक श्रीकृष्ण । ७ चोट लगना । ८ अभ्यस्त होना, दक्ष होना। ९ टिकना, जमलपय-पु० [सं० यमलपद] आठ-पाठ का एक जत्था । (जैन) ठहरना। १० उचित प्रबंध होना। ११ घोड़े का टुमक- जमला-क्रि० वि० [सं॰यमल] एक साथ, एक मुश्त । तुमक चलना। जमला-स्त्री० [सं० यमला] एक प्रकार का हिक्का रोग । For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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