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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra डिपो www.kobatirth.org खूरो (बी) - देखो 'खू'दणी' (बौ) । खूनी- देखो 'खूनी' | पली (बी) - कि० गोता लगाना। ( खं पु-पु०पुष्पों का सेहरा जो दुल्हिन या दूल्हे को धारण कराया जाता है। [डियो - ० एक तरफ मे मुडी हुई लाठी डी-स्त्री० मुड़े हुए सींगों वाली भैंस । खूणी - स्त्री० कोहनी | गौ- पु० १ कोना । २ कोण । खूब पु० [फा० खाविंद ] मालिक । ३ पांवों से दबाने तकलीफ । ५ रोंदने की ७ सहनशील खूदरी (बी) - क्रि० १ रौंदना, कुचलना । २ पांचों से दबाना । (मौ) देखो 'दाम' १ बादशाह, राजा । २ स्वामी की क्रिया या भाव। ४ कष्ट क्रिया या भाव। ६ योद्धा | कार बादशाह मुसलमान " दाड़ो (बौ), दाणी (बी), बूंदावरणौ (बी) - क्रि० १ पांवों खुरा - देखो ‘खूणौ' । गौ देखी ''गौ'। खूतणी ( बौ) - क्रि० डुबकी लगाना गोता लगाना । से रोंदाना । कुचलाना । २ पांवों से दबवाना । खू बाळम, खूदाळिम-पु० [फा० खुदा प्रालय] १ बादशाह, राजा । २ मुसलमान । वि० सहनशील वीर विनम्र । देखो''। खूब पु० १ हरे जब जो घोड़ों को बिलाए जाते हैं। २ देखो 'खुद' ३ देखो 'युद्ध' । खूब देखो ''दणी' (बी) २ देवी 'सोणी' (बी) खूदाळम, खूद्दाळम- देखो 'खुदाळम' । बूंदी (भी) स्त्री० [१] वर्षा ऋतु में स्वतः पैदा होने वाला बिना पत्त का एक पौधा, भू फोड़ । २ शिखर, गुंबज । 'म-देखो 'सूम' खू सड़ी (डौ ) - स्त्री० जूती । ख- पु० १ कविजन । २ बृहस्पति । ३ सूर्य । ४ जीव । ५ किनारा ६ पृथ्वी के जीव । ७ देखो 'खूब' । २९७ ) खूबू पु० सूअर, शुकर । जियो, खुजो-देखो 'खू'जियो' | स्त्री० [१] बारमा पूर्णता ३ मौत मृत्यु लूटणी (बी) - क्रि० १ समाप्त होना, खत्म होना। २ पूर्ण होना, पूरा होना ३ चुक जाना, चुकता होना । ४ मरना । ५ नष्ट होना । ६ बंधन मुक्त होना । ७ हारना । 1 फहरना । खटळ - वि० निर्लज्ज, बेशर्म । खूटवरण- - वि० समाप्त या संहार करने वाला । टवणी (बो) - क्रि० ममाप्त करना, शिक्षा देना । बूटाणी (वी), टावणी ( वी ) ० १ समाप्त करना खत्म करना । २ पूर्ण करना, पूरा करना । ३ चुकता करना । ४ मारना । ५ नाश करना । ६ बंधन मुक्त करना । ७ हराना। फहराना । १ निदाजनक कार्य करना । खटोड़ौ - वि० ३ निकम्मा । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (स्त्री० बूटोड़ी) १ समाप्त खूमारी 1 २ मृतक । यूटी वि० [स्त्री० त्रूटी) २ धन स्त्री० १ की रेखा मीता २ देखो 'फूड' खूण स्त्री० [सं० कोरा ] १ कोना । २ कोण । ३ नदी का एक भाग । ४ पहाड़ की गुफा, कंदरा । ५ मकान का एक तरफ का अधिक लंबा भाग । For Private And Personal Use Only मुखियौ ० १ रहट का एक हिना २ देवो'' रणी - देखो ''गी'। खूणीदार - वि० कोणधारी कोने वाला । खून पु० [फा०] १ रतन २ बघ हत्या । रुधिर, लहू । वध, ३ अपराध, गुनाह । लिप-स्त्री० रक्त प्लीहा । खूनि (नौ) वि० [फा०] १ हत्यारा कातिल, मारने वाला। २ अपराधी, गुनहगार । ३ जालिम, अत्याचारी । ४ क्रुद्ध । - पु० १ बवासीर । २ सिंह | खूब वि० [फा०] १ अधिक बहुत W बढ़िया उत्तम ३ भला । ५ तारीफ लायक । - क्रि०वि० अच्छी तरह, भली प्रकार । खूबकळा स्त्री० पोस्त की तरह की एक औषधि व इसका पौधा । खूबड़ स्त्री० एक देवी विशेष । खूबड़-खाबड़ - वि० ऊबड़-खाबड़ । खूबसुरंग पु० एक प्रकार का घोड़ा । खूबसूरत - वि० [फा०] सुन्दर रूपवान मनोहर । खूबसूरती - स्त्री० सुन्दरता । सौन्दर्य । - खूबांरगी (नी) - स्त्री० [फा० खूबानी] जरदालु नामक फल । खूबी स्त्री० [फा०] १च्छाई बच्छापन २ गुण विशेषता । ३ विलक्षणता । ४ प्रानन्द, मौज ५ भलाई । ६ शांति । खूम - पु० १ मुसलमान । २ एक प्रकार का सूती साफा । ३ बांस की खपचियों की बनी एक प्रकार की डलिया । ४ हिस्सा, विभाग । ५ गुच्छा । खूमचौ- पु० १ चाट - नमकीन या फल आदि बेचने का ठेला । २ ऐसी ही वस्तुओं का पात्र । खोंचा । खूमपोस - पु० थाल यादि पर ढकने का वस्त्र । मागी वि० १ भयंकर प्रनिष्टकारी २ देखो 'वाणी'।
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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