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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra एघां एम- क्रि०वि० इस प्रकार ऐसे । सर्व० यह इस । एमौ-क्रि०वि० ० इस ओर । एन-देखो 'समरत' । एधारण - १ देखो 'इंधण' । २ देखो 'इधारण' । एवळी- देखो 'ऐधुळी' (स्त्री० एधुळी ) । एम० [सं०] १ रास्ता मार्ग [सं०] [] २ पाप - क्रि०वि० [अ०] ठीक से । विशेष या खास मौके पर । एनां देवी 'ऐनांगा' । www.kobatirth.org एरंडकाकड़ी स्त्री० परीता । एरंडी-स्त्री० प्रोढ़ने का वस्त्र विशेष । एरंडोळी - स्त्री० एरंड का बीज । ( १६८ ) एरंड. एरंडियौ पु० [सं० एरंड ] १ रेंडी का पौधा । २ पपीता का पौधा । एलादी० [सं० एला] इलायची एलाज देवी 'इनाम' । एलाबेला (बेली) - क्रि०वि० परस्पर विपरीत दिशा में । एळियौ, (ळवी) - पु० घी कुमार रस एक प्रौषधि विशेष । एवं एव क्रि०वि० [सं०] इसी प्रकार, ऐसे हो । और, तथा । भी। निश्चय ही । स्त्री० सादृश्य, समानता । एवड़ - पु० [सं० जपटल ] १ भेड़ों का झुण्ड समूह । २ भेड़ चराने वालों से लिया जाने वाला प्राचीन कर । एवड़फ़ेबड़ - क्रि०वि० अगल-बगल । प्रास-पास किनारे पर । एवज - पु० [अ०] १ प्रतिफल । २ प्रतिकार, बदला । ३ स्थानापन्न | एवजांनी - पु० १ प्रतिफल । २ बदला । ३ हरजाना । एवजी स्त्री० १ बदले में काम करने की क्रिया या भाव। २ बदले में काम करने वाला ३ देखो 'एवज' । एस० [सं० बाहरण लोहे की चौकी जिस पर लोहार लोहा व सुनार सोना-चांदी पीटता है। एस (सौ) देखो 'एसी' (स्त्री० एरसी) एरा देख ऐराक' | एराकी, एराकौ - देखो 'ऐराकी' । एापत देखो 'ऐरावत'। राव ( ब ) देखो 'ऐ' एरिसो, एरेसो- वि० (स्त्री० एरसी) इतना । ऐसा । एरी- वि० ऐसा ग्रव्य० है, अरी । एरो ५० [सं०] एक ] एक प्रकार की घास सर्व० ऐसा एळ- १ देखो 'एला' । २ देखो' इळा' । एलबी-१० [१०] १ राजदूत २ पत्रवाहक ३ देखी 'इलायची' एहम सर्व० ये यही वि० इसी मही एलम - देखो 'इलम' । गीर - ' इलमगीर' । एलवळ (विकी) - पु० [सं० एलविल: ] कुबेर । एह एलवी- वि० (स्त्री० एलांग-पु० निशान चिह्न एहळा - वि० [सं० अफल] एव (वां, एलांग-१ देखो 'ऐलान' । २ देखो 'ऐनांग' । एकादेखी 'इ'। - एवड, (ड, डो) - वि० [सं० इवत् ] ( स्त्री० एवडी ) १ इतना | ऐसा । २ देखो 'एवड़' । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir एवहौ - वि० (स्त्री० एवही ) ऐसा । एवाड़ी - पु० भेड़-बकरी- समूह को रात्रि में बैठाने या रखने का स्थान । एबाळ (ळिपी छौ)पु० [सं० प्रजापाल ] १ भेड़ पराने वाला गडरिया । २ ग्वाला । ३ जलाशय के किनारे एकत्र होने वाला कूड़ा-करकट | एवास देखो 'प्रवास' । , एवासी - पु० निवासी । एवाही एवं वि० (स्त्री० एवाही) ऐसा - एवे ( ) - सर्व० । एस सर्व० यह । इसका । क्रि० वि० इस वर्ष । एसानुमति स्त्री० [सं० एषा समिति] ४२ प्रकार के दूस दूर कर शुद्ध प्रहार प्राप्त करने की गवेषणा । एसरब गु० मुसलमानों का तीर्थ स्थान विशेष एसांन देखो 'एहसान'। एह सर्व० [सं० एप ] १ यह ये । २ इस । वि० ऐसा । एहडली (डी) वि० [स्त्री० एडली) १ ऐसा २ स्वर्थ । एहो एहसांरग (सांन) - पु० [अ०] १ उपकार । २ भलाई । ३ नेकी | - मंद - वि० उपकृत । एहास वि० [सं० एारत] ऐसा एहि एहि. (ही) वि० १ एहवा, एवी) ऐसा । स्मृति चिह्न । (स्त्री० एहळी) निष्फल, व्यर्थ | ब० (रुपी० एवी) ऐसा For Private And Personal Use Only २ऐस एह एहू - वि० यह ऐसा । इस प्रकार का । एहौ - वि० (स्त्री० ऐही ) ऐसा, इस प्रकार का (संबोधन) प्रव्य० हे, अ
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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