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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अस्सजातिय 711 अस्सत्थर अस्सजातिय त्रि., ब. स. [अश्वजातीय], घोड़े की नस्ल में अस्सति ।अस (फेकना) का वर्त, प्र. वि., ए. व., फेंक देता उत्पन्न - यो पु., प्र. वि., ए. व. - बोधिसत्तस्स जातिया है, त्याग देता है - अस्सति, निरस्सति आदियति च धम्म, जातो बोधिसत्तजातियो, एवं अस्सजातियो हत्थिजातियो, सद्द. 2.490; - अस्सि अद्य., प्र. पु., ए. व. - तथा ते तपे मनुस्सजातियो, क. व्या. 355. अस्सि निरस्सि पहासि विद्धसेसीति तपस्सी. पारा. अट्ठ. अस्सजि पु.. [अश्वजित्]. 1. पञ्चवर्गीय भिक्षुओं के बीच 1.99. पांचवां, जिसने इसिपत्तन में अर्हत्व प्राप्त किया - स्स ष. अस्सते अस (खाना) के कर्म. वा. का वर्त.. प्र. वि., ए. व. वि., ए. व. -- अथ खो आयस्मतो च महानामस्स आयस्मतो [अश्यते], खाया जाता है - अस्सते असनं, क. व्या. 643. च अस्सजिस्स भगवता धम्मिया ... धम्मचक्खं उदपादि, अस्सत्थ' 1. पु., [अश्वत्थ]. पीपल का पेड़, बोधिवृक्ष - त्थो महाव. 16; 2. छब्बग्गीय भिक्षुओं के दो गणाचार्य स्थविरों प्र. वि., ए. व. - अस्सत्थो बोधि च द्वीसु, अभि. प. 551; - में से एक - जि प्र. वि.. ए. व. - अस्सजिपुनब्बसुकाति स्स ष. वि., ए. व. - अस्सत्थस्सेव तरुणं, पवाळ मातुतेरितं अस्सजि च पुनब्बसुको च छसु छब्बग्गियेसुद्वे गणाचरिया, ...., हदयं मे पवेधति, जा. अट्ठ. 5.322; - त्थे सप्त. वि., म. नि. अट्ठ. (म.प.) 2.133; - पुनब्बसुक पु., द्व. स., ए. व. - अस्सत्थे हरितोभासे .... थेरगा. 217; - त्था प्र. अश्वजित् एवं पुनर्वसु नामक दो गणाचार्य स्थविर - का प्र. वि., ब. व. - हरीतकी आमलका, अस्सत्था बदरानि च, जा. वि., ब. व. - ... अस्सजिपुनब्बसुका नाम भिक्खू कीटागिरिस्मि अट्ठ. 7.293; - त्थं द्वि. वि., ए. व. - अस्सत्थं व पथे जातं. आवासिका होन्ति, म. नि. 2.148; - अस्सजिपुनब्बसुकवत्थु जा. अट्ठ. 7.288; 2. नपुं., पीपल के बीज - स्थानि द्वि. नपुं.. ध. प. अट्ठ. का एक कथानक, ध. प. अट्ठ. 1.310- वि., ब. व. - अस्सत्थानि च भक्खित्वा, ..., जा. अट्ठ. 311. 3.352. अस्सतर पु., [अश्वतर], खच्चर - रो प्र. वि., ए. व. - भेदो अस्सत्थः त्रि., अस्ससति का भू, क. कृ. का निषे. [आश्वस्त]. अस्सतरो तस्सा जानीयो तु कुलीनको, अभि. प. 369; निश्चिन्त, आश्वासन-प्राप्त - त्थं पु., वि. वि., ए. व. - तभेदा सिन्धवो चेव गोजो अस्सतरोपि च, सद्द. 2.417; अस्सत्थमासीनं समेक्खियान, ..., जा. अट्ठ. 7.206; तत्थ इध वळवं गद्रभेन सम्पयोजेय्यु... सो... अस्सतरो होति. म. अस्सत्थमासीनन्ति लद्धस्सासं हत्वा निसिन्न, तदे; अस्सत्थं नि. 2.368; - तरा प्र. वि., ब. व. - वरमस्सतरा दन्ता, नं विदित्वान, ..., जा. अट्ठ. 7.343. आजानीया च सिन्धवा, ध. प. 322; अस्सतराति वळवाय अस्सत्थक त्रि., [अश्वत्थक, पीपल की लकड़ी से बना गद्रभेन जाता,ध. प. अट्ठ. 2.284; - रे द्वि. वि., ब. व. - हुआ - के सप्त. वि., ए. व. - असत्थके फलमये, ..., योजेन्तु वे राजरथे सुचित्ते, कम्बोजके अस्सतरे सुदन्ते, जा. मधुपानकसङ्के च, लभामि थालके अहं, अप. 1.342; पाठा. अट्ठ. 4.419. अस्सत्थे. अस्सतरी स्त्री., [अश्वतरी], मादा खच्चड़, खच्चड़ी - री। अस्सत्थकपित्थ नपुं., ए. व./पु., ब. व., द्व. स. प्र. वि., ए. व. - सेय्यथापि, भिक्खवे, अस्सतरी अत्तवधाय [अश्वत्थकपित्थं/अश्वत्थकपित्था]. पीपल और कैंथे के गभं गण्हाति .... स. नि. 1(2).218; - रिं द्वि. वि., ए. व. पेड - अस्सत्थो च कपित्थो च अस्सत्थकपित्थं क. व्या. - सक्कारो कापुरिसं हन्ति, गब्भो अस्सतरि यथाति, स. नि. 325. 1(1).180; अस्सतरिन्ति गद्रभस्स वळवाय जातं. स. नि. अस्सत्थपत्त नपुं.. [अश्वत्थपत्र]. पीपल का पत्ता - त्तं प्र. अट्ठ. 1.193; - रथ पु., तत्पु. स. [अश्वतरीरथ], मादा वि., ए. व. - वेधमस्सत्थपत्तंव, पित्त पादानि वन्दति, जा. खच्चरों द्वारा खींचा जा रहा रथ - थेन . वि., ए. व. - अट्ठ. 7.318. पुरतोव सेतेन पलेति हत्थिना, मज्झे पन अस्सतरीरथेन, पे. अस्सत्थर नपुं.. [अश्वास्तरण], घोड़े की पीठ पर व. 73; अस्सतरीरथेनाति अस्सतरीयुत्तेन रथेन पलेतीति बिछाया जाने वाला चादर या बिछावन - रं प्र. वि., ए. योजना, पे. व. अट्ठ. 48; - था प्र. वि., ब. व. - सतं हत्थी व. - आसन्दिं पल्लङ्क गोनकं ... कुत्तकं हत्थत्थर सतं अस्सा , सतं अस्सतरीरथा, स. नि. 1(1).244; - थं द्वि. अस्सत्थरं रथत्थरं... वा इति, दी. नि. 1.7; अस्सत्थरन्ति वि., ए. व. - दासिं दासञ्च सो दज्जा, अस्सं चस्सतरीरथं, हत्थिअस्सपिट्टीसु अत्थरणअत्थरकायेव, दी. नि. अट्ठ. जा. अट्ठ. 7.355. 1.79. For Private and Personal Use Only
SR No.020528
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2007
Total Pages761
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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