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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra अभब्ब 461 235; छच्चाभिठानानि अभब्बो कातुं सु. नि. 234 अभबो सो तस्स पटिच्छदाय, अभब्बता दिट्ठपदस्स वुत्ता, सु० नि० ख. अयोग्य, अनाड़ी ब्बा पु. प्र. वि. ब.व. ये पन सत्ता अभब्बा, ते धम्मामतेन हज्ञन्ति पतन्ती ति. मि. प. 164; ग. अकुशल, विपाक न देने वाला, दुर्बल - अत्थि कम्मं अभलं अभब्याभासं म. नि. 3263: अभब्यन्ति भूतविरहितं अकुसल म. नि. अड. (उप. प.) 3.193 द्वान नपुं. [ अभव्यस्थान ]. क. अनुपयुक्त अवस्था, अनर्ह अवस्था नं द्वि. वि. ए. व. इमे अह अत्तनो किरियाय विपन्नता अभवद्वानं पत्ताति पाराजिकार पारा, अट्ट, 293 अभवद्दाने वज्जेत्वा वारयन्ती अनाचार अप. 2.221; ख. अकरणीय बातें, अनैतिक आचरण नानि प्र. वि. ब. व. पञ्च अभवद्दानानि दी. नि. 3.187 द्वान्त नपुं.. [ अभव्यस्थानत्व] अनुपयुक्त अवस्था का होना त्ता प वि. ए. क. बोधिसत्ता हि अरूपरामापत्तिलाभिनो हुत्वापि अभब्बद्वानत्ता आरुप्पे न निब्बत्तन्ति, जा. अड्ड, 1.388; - ता स्त्री. अभव्य का भाव, अनुपयुक्तता, अयोग्यता, अक्षमता अभब्बता वुत्ता, अ० नि० 1 ( 1 ) 263; न हि मया अरियपुग्गलस्स अभव्यता कथिता अ. नि. अट्ट. 2.208 - " तृ.वि., ए. व. रज्जुमालापि अत्तानं विनिपातेतुं अभव्यताय खन्तिमेत्तानुदयसम्पन्नताय... वि. क. अड्ड, 175; -त्त नपुं, अभब्ब का भाव [ अभव्यत्व], उपरिवत् - त्ता प० कि.. ए. व. मातरं जीविता वोरोपनादीनं अभब्बत्ता आयेन कारणेन... अत्थो दी. नि. अ. 2.297 पुग्गल पु.. [अभव्यपुद्गल]. अकुशल कर्मों को करने वाला व्यक्ति, अनुत्तम व्यक्ति, अयोग्य या असमर्थ व्यक्ति - लेन तृ. वि., ए. व. अभव्यपुण्गलेन मया भवितव्यन्ति वीरियं ओस्सजित्वा आगतोम्हीति जा. अड. 1.114 ला प्र. वि. ब. व. - एकादस अभब्बपुग्गला, पारा. अट्ठ. 2.93; - ब्बागमन त्रि. ब. स. उच्च आध्यात्मिक अवस्था तक पहुंचने में अयोग्य, आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करने के लिये अक्षम नो पु.. प्र. वि. ए. व. कतमो ध पुग्गलो अभव्यागमनो ? ये ते पुग्गला कम्मावरणेन समन्नागता, पु० प० 119; अभब्बागमननिद्दे से सम्मत्तनियामागमनस्स अभब्बोति अभब्बागमनो, पु. प. अट्ठ० 36: - ब्बापत्तिक त्रि०, ब० स०, भिक्षुसंघ द्वारा निर्धारित किसी भी अपराध का दोषी न होने योग्य को पु. प्र. वि. ए. व. अभव्यापत्तिको को च. - भब्बापत्तिकोपुग्गलो, उत्त. वि. 433; - ब्बाभास त्रि०, ब० स० [ अभव्याभास], दूसरे दुर्बल अकुशल को अभिभूत कर लेने www.kobatirth.org - Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अभय वाला सं नपुं. प्र. वि., ए. क.. अत्थि कम्मं अभब्ब अभब्बाभासं ..., म. नि. 3.263; अभब्बाभासन्ति अभब्बं आभासति अभिभवति पटिबाहतीति अत्यो, म नि. अट्ट (उप.प.) 3.193; - ब्बुपपत्तिक त्रि०, ब० स० [ अभव्युत्पत्तिक], पुनः जन्म न लेने वाला, पुनः उत्पन्न न होने वाला को पु.. प्र. वि., ए. व. पटिपस्सद्धो अभब्बुप्पत्तिको आणग्गिना दडो, महानि, 38 अभब्बुप्पत्तिकोति पुन उप्पज्जितुं अमबो, महानि, अड. 133. " ए. अभय' क्र. व. स. [ अभय ] भय रहित सुरक्षित, निर्भय, भयमुक्त यो पु. प्र. वि. ए. व. खेगी अवेरी अभयो, पण्डितोति पवुच्चति, ध. प. 258 - या स्त्री. प्र. वि., व. दिसा अभया अनीतिका अनुपहवा, पारा. 254 यानि नपुं. प्र. वि. ब.व. येन येन सुभिकखानि सिवानि अभयानि च, थेरगा. 82. अभय' नपुं., [अभय], शा. अ. भय का अभाव, ला. अ. कल्याण की अवस्था, निर्वाण ये सप्त. वि., ए. व. अभये भयदस्सिनो भये चाभयदस्सिनो ध. प. 317: भया पमुत्तो अभये विमुत्तो. स. नि. 1 ( 1 ). 181 अभयेति निब्बाने स. नि. अट्ट. 1.194; - यं द्वि. वि., ए. व. ओलोकेन्तो द्वे सुवण्णमिगे दिस्वा तेस अभय अदासि, जा. अड. 1.154. अभय' पु,, [अभय], 1.क. अत्थदस्सी बुद्ध का प्रधान सेवक या उपस्थापक अभयो नामुपट्टाको अत्थदस्सिस्स सत्थुनो, बु. वं. 16.19; जा. अ. 1.49 ख. लिच्छवी राजकुमार का नाम अभयो च लिच्छवि येन भगवा तेनुपसङ्कमिंसु अ. नि. 1 (2). 229; ग. एक राजकुमार का नाम, जो बिम्बिसार तथा पद्मावती का पुत्र था अभयो नाम राजकुमारो कालस्सेव राजुपद्वानं गच्छन्तो. महाव. 357; राजकुमारवत्थु नपुं. ध. प. अ. का एक खण्ड का शीर्षक, ध. प. अ. 2.94-95; - राजकुमारसुत्त नपुं., म. नि. के एक सुत्त का शीर्षक, म. नि. 2.62; घ. श्रीलंका के अनेक राजाओं या महान् व्यक्तियों का नाम 1 ओजदीप के अभयपुर के एक राजा का नाम ओजदीपेभयपुरे अभयो नाम खत्तियो, दी. वं. 15.37; कदम्बनदिया पारे तत्थ राजाभयो अहु, म. वं. 15.59 2. पाण्डवों या पाण्डुवासुदेव के ज्येष्ठपुत्र का नाम सब्बजेहोभयो नाम म. वं. 9.1 3. मुटसीव के पुत्र का नाम मुटसीवस्स अत्रजा अथ दस भातुका, दी. वं. 11.7 4. दुलगामणि अभय - दुगामणि सद्देन पाकटो भयनामको म. वं. 15.172 दी. वं. 19.24; 5. देव (खञ्जदेव) के पिता का नाम अभयस्सन्तिमो पुत्तो देवो नामासि For Private and Personal Use Only
SR No.020528
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2007
Total Pages761
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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