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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 170 (14) मूलगौत्र चिंचट- चिंचट, देसरडा, संघवी, ठाकुरा, गोसलाणि, खीमसरा, लघुचिंचट, पाचोरा, पुर्विया, निसाणिया, नोपोला, कोठारी, तारावाल, लाडलखा, शाहा, आकतरा, पोसालिया, पूजारा, वनावत् । (15) मूलगौत्र कुमट-कुमट काजलीया, धनंतरि, सुघा, जगावत्, संघवी पुगलीया, कठोरीया, कापुरीत, संभरिया चोक्खा, सोनीगरा, लाहोरा, लाखाणी, मरवाणि, मोरचीया, छालीया, मालोत्, लघुकुंमट, नागोरी। (16) मूलगोत्र डिडू- डिंडू, राजोत् सोसलाणि, धापा धीरोत्, खंडिया, योद्धा, भाटिया, भंडारी, समदरिया, सिंघुडा, लालन, कोचर, दाखा, भीमावत्, पालणिया, सिखरिया, वांका, वडवडा बादलीया, कानुंगा। (17) मूलगौत्र कनोजिया- कन्नोजिया, वडभटा, राकावाल, तोलीया, धाधलिया, घेवरीया, गुंगलेचा, करवा, गढवाणि, करेलीया, राडा, मीठा, भोपावत्, जालोरा, जमघोटा, पटवा, मुशलीया। (18) मूलगोत्र लघुश्रेष्टि- लघुश्रेष्टि, वर्धमान, भोभलीया, लुणेचा, बोहरा, पटवा, सिंघी, चिंतोडा, खजानची, पुनोत्-गोधरा, हाडा, कुबडिया, लुणा, नालेरीया, गोरेचा। आचार्य रत्नप्रभसूरि ने ओसियां के अलावा अन्य स्थानों पर ओसवाल गोत्रों को प्रतिबोधित किया'1. मूलगोत्र चरड - चरड, कांकरिया, सानी कीस्तुरिया, बोहरा, अछुपता, पारणिया, संघवी, वरसांणि। 2. मूलगोत्र सुघड़ - सुघड़, संडासिया, करणा, तुला, लेरखा। 3. मूलगोत्र लुंग - लुंग, चंडालिया, भाखरिया, बोहरादि 4. मूलगोत्र गटिया - गटिया, टीवाणी, काजलिया, रांणोत उपकेश गच्छीय आचार्यों द्वारा प्रतिबोधित अन्य 18 गोत्र निम्नानुसार है। 1. मूलगोत्र आर्य - लुणावत, संघवी, सिन्धुड़ा। 2. मूलगोत्र काम 3. मूलगोत्र गरुड - घाडावल, चापड़। 4. मूलगोत्र सालेचा बोहरा, जोधावत, बनावल, गांधी, कोटारी, पाटणिया, चौधरी। 5. मूलगोत्र बागरेचा सोनी, संघि, जालोरा। 6. मूलगोत्र चोपड़ा - कुंकुमचोपड़ा, धूपिया, कुकड़ा, गणधरचोपड़ा, जावलिया, बलवरा। 7. मूलगोत्र सफला बोहरा, सांडिया, जालोरा, कोटारी, भलभला। 8. मूलगोत्र नक्षत्र घीया, संघवी, संजाची। 9. मूलगोत्र आमड़ - कांकरेचा, कुबेरिया, पटवा, चौधरी, कोठारी, सांभरिया, संघिमेहता। 10. मूलगोत्र छावत - कोणेजा, गहीयाला, लेहेरिया, चोहान । 11. मूलगोत्र तुंड - बागमार, फलोदिया, हरसोरा, ताला, साचा1. श्री मांगीलाल भूतोड़िया, इतिहास की अमरबेल - ओसवाल, प्रथम खण्ड, पृ 164 2. वही, पू164 For Private and Personal Use Only
SR No.020517
Book TitleOsvansh Udbhav Aur Vikas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavirmal Lodha
PublisherLodha Bandhu Prakashan
Publication Year2000
Total Pages482
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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