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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुंबई के जैन मन्दिर २९७ विशेष :- कल्याण शहर का यह सबसे प्राचीन मन्दिर हैं। शासन सम्राट् आ. श्री विजय नेमिसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आ. श्री विजय लावण्यसूरीश्वरजी म. के शिष्य आ. श्री विजय दक्षसूरीश्वरजी म. आदि मुनि मण्डल की पावन निश्रा में इस मन्दिर की प्रतिष्ठा वि.सं. २०११ का माह सुदि १०, बुधवार को हुई थी। सबसे नीचे ग्राउन्ड फ्लोर पर गंभारे में श्री सिद्धचक्रजी का पट आरस पर रचाया गया हैं, साथ में श्रीपाल राजा एवं श्री मयणासुंदरी की प्रतिमाजी बिराजमान होने के अलावा प्रथम एवं दूसरी मंजिल पर अनेक तीर्थ पटो का निर्माण कार्य तथा आरस पर रचाये गये ऐतिहासिक धार्मिक दृश्य मन्दिरजी की शोभा में वृद्धि कर रहे हैं। यहाँ के जिनालय में प्रथम मंजिल पर मूलनायक श्री नमिनाथजी तथा आजू बाजू में श्री महावीर स्वामी व मुनिसुव्रत स्वामी तथा दूसरी मंजिल पर श्री पार्श्वनाथ प्रभु की १ प्रतिमाजी तथा पंचधातु की ३ प्रतिमाजी, कमल के फुल पर ४ प्रतिमाजी, ४ सिद्धचक्रजी, अष्टमंगल२ बिराजमान हैं । २६ जनवरी १९९१ को अंजनशलाका किये हुए पार्श्वयक्ष - पद्मावती देवी की प्रतिमाजी भी शोभायमान हैं। मन्दिरजी के सामने ही दो मंजिल का भव्य आराधना भवन हैं । जो आचार्य भगवंत विजय नेमिसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आचार्य श्री लावण्यसूरीश्वरजी म. के शिष्य आ. श्री दक्षसूरीश्वरजी म., मुनिराज श्री प्रभाकरविजयजी म. की शुभ प्रेरणा से निर्मित हुआ था। जिसकी नामकरण विधि शा. लालचन्दजी साकलचन्दजी पोरवाड डोरडा (राज.) जैन आराधना भवन, वि.सं. २०४९ का फागुण सुदि ६, शनिवार, ता. २१-२-९३ को हुई थी। यहाँ के विभाग में श्री नमिनाथ जैन युवक मण्डल, राजस्थान महिला मण्डल, आदिनाथ महिला मण्डल, पार्श्वनाथ महिला मण्डल, चन्दनबाला महिला मण्डल, प्रभावक महिला मण्डल, झालावाड महिला मण्डल, महावीर मण्डल, त्रिशला बालिका महिला मण्डल, अमीझरणा भक्ति मण्डल, महाराष्ट्र जैन संस्कार महिला मण्डल आदि भक्तिभाव में अग्रसर है। नाकोड़ा भवन :- श्री नाकोड़ा भैरव के भवन का निर्माण एवं संचालन श्री राजस्थान जैन समाज द्वारा हो रहा हैं। अण्डर ग्राउण्ड पर मेन रोड की ओर पानी की प्याऊ हैं। यहाँ भैरव की भक्ति प्रति रविवार को होती हैं, वहाँ भैरवजी की तस्वीर अति आकर्षक लग रही हैं । वाचनालय एवं उपर कबुतरो के दाना--पानी के लिये विशेष व्यवस्था रखी गयी हैं। जिसका ८-१२-९४ को श्रीमानजी रघुनाथजी केडिया हस्तक उद्घाटन हुआ था। पत्ता :- गोलादेवी चौक, बर्तन बाजार, कल्याण (प.) महाराष्ट्र. (४५५) श्री आदीश्वर भगवान गृह मन्दिर काला तालाब, पद्मावती जैन सोसायटी, पहली मंजील, मकबरा रोड, For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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