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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org (३३१) मुंबई के जैन मन्दिर श्री माटुंगा जैन युवक मंडल जिसके सत्संग विभाग और बैण्ड विभाग है, श्री अभिषेक स्नात्र मंडल श्री वासुपूज्य भक्ति मंडल, श्री वासुपूज्य महिला मंडल, श्री सीमन्धर महिला मंडल की व्यवस्था हैं । ❀ श्री वासुपूज्यस्वामी जैन मन्दिर चौक के. ए. सुब्रह्मण्यम् रोड, और विजयकुमार अमृतलाल ओझा मार्ग के सर्कल पर आये स्थल का नाम “श्री वासुपूज्य स्वामी जैन मंदिर चौक" सुशोभित हैं । ❀ ❀ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्री मुनिसुव्रतस्वामी भगवान गृहमन्दिर गिरिविहार, ब्राह्मणवाडा नाका, के. ए. सुब्रह्मण्यम् रोड, किंग्स सर्कल, माटुंगा (पूर्व), मुंबई - ४०० ०१९. टेलिफोन - ४०१५५ २२ विशेष :- इस गृह मन्दिर के संस्थापक एवं संचालक संघवी गोविन्दजी जेवत खोना हैं। सिद्धान्त महोदधि परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विजय प्रेमसूरीश्वरजी म. के पट्टधर आचार्य भगवंत विजय रामचंद्रसूरीश्वरजी म. की शुभ निश्रा में वि. सं. २०२१, वीर संवत २४९१, मगसर सुदि ३, ता. १७-१२-१९६४ को चल प्रतिष्ठा हुई थी । इस मन्दिरजी में पंचधातु की ५ प्रतिमाजी एवं सिद्धचक्रजी ४ बिराजमान हैं। ❀ ❀ (३३२) श्री सीमन्धर स्वामी भगवान गृह मन्दिर महावीर बिल्डींग, पहला माला, महावीर मार्केट एवं पोस्ट ओफिस के बाजू में, तेलंग रोड, माटुंगा (पूर्व), मुंबई - ४०००१९. टेलिफोन- ओ. ४०१ ०३५६ रविन्द्र खोना - ४०२२०९५ २११ विशेष :- सर्व प्रथम परम पूज्य आचार्य भगवन्त श्री विजय प्रेमसूरीश्वरजी म. के पट्टधर आ. विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. के शुभ आशीर्वाद से वि. सं. २०१८ का काति सुदि ४ रविवार को इस गृह मन्दिर की स्थापना हुई थी । सर्व प्रथम मूलनायक श्री सीमन्धर स्वामी बिराजमान थे । For Private and Personal Use Only वर्तमान में जिनालयका पुनः निर्माण करने के बाद परम पूज्य आचार्य श्री विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. समुदाय के आ. श्री विजय गुणयशसूरीश्वरजी म., आ. श्री विजय कीर्तियशसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवन्तो की पावन निश्रा में वि. सं. २०५४ वैशाख सुदि ६, शुक्रवार, ता. १-५-९८ को चल प्रतिष्ठा हुई थी । यहाँ की मुख्य देहरी में मूलनायक श्री सीमन्धर स्वामी की प्रतिमाजी, आजुबाजु में श्री पार्श्वनाथ
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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