SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 26
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 20 मुंबई के जैन मन्दिर प. पू. आचार्य श्री विजय नेमि - विज्ञान - कस्तूर समुदाय के आचार्य श्री विनय चंद्रोदय सूरीश्वरजी म. आचार्य श्री विजय अशोकचंद्र सूरीश्वरजी म. आचार्य श्री वि. सोमचंद्र सूरीश्वरजी म. ___ बम्बई के जैन मंदिर नामर्नु पुस्तक इतिहास माटे तेमज चैत्य परिपाटी माटे घणुंज उपयोगी थई शके छे. तेनी बीजी आवृत्ति भंवरलाल अम. जैन द्वारा घणीज महेनतथी संपादित थई रही छे. ते घणा आनंदनो विषय छे. आ पुस्तक घणुज उपयोगी थई पडे अम छे. अंते सम्यक् ज्ञान - दर्शन - चारित्रनी वृद्धिमां आ पुस्तक निमित्त बने अन अभ्यर्थना. ता. २२-७-९६ रविवार विजय अशोकचन्द्र सूरि, माटुंगा (से.रे.). । शासन सम्राट् आचार्य श्री नेमि - लावण्य - दक्ष सूरीश्वरजी म. के समुदाय के आ. श्री विजय सुशील सूरीश्वरजी म. दिनांक ८-८-९६. धर्मानुरागी श्री. भंवरलालजी एम. जैन आदि धर्मलाभ । शुभकामना संदेश यह जानकर प्रसन्नता हुई कि श्री ज्ञान प्रचारक मंडल व पुस्तकालय द्वारा मुंबई के नगर एवं उपनगरो के जिन मंदिरो का परिचय दिलाने वाली 'मुंबई के जैन मंदिर' (ईतिहास एवं चैत्य परिपाटी मार्ग दर्शिका) द्वितीय आवृत्ति का प्रकाशन हो रहा है। यह पुस्तक जन जन में मंदिर व मूर्ति के प्रति आस्था जगाने वाली होगी। इस प्रकाशन पर हमारी शुभकामना हैं । एवं भविष्य में भी संस्था द्वारा धार्मिक उपयोगी साहित्य प्रकाशित होता रहे । यही मंगलकामना पूर्वक शुभ भावना है। 'जिन प्रतिमा से जिन बन जावे' यह संदेश जनजन तक पहुँचे यही मंगल कामना । लि. गुर्वाज्ञा से पन्यास जिनोत्तम विजयजी का धर्मलाभ. For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy