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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १५२ मुंबई के जैन मन्दिर मीरा रोड (पूर्व) (२४७) श्री आदीश्वर भगवान गृह मन्दिर शान्तिनगर, सेक्टर नं.६, मीरा रोड (पूर्व), जि. थाणा, महाराष्ट्र. टे. फोन : ओ. ८१२ ६९ २२, ८११ ०४ ७२ सुरेशभाई, ८११ ३१ ९२ महेन्द्रभाई विशेष :- श्री शान्तिनगर जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ मीरा रोड (पूर्व) द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस गृह मन्दिरजी की चल प्रतिष्ठा परम पूज्य आ. विजय आत्म - कमल - लब्धि सूरि समुदाय के पन्यास श्री यशोवर्म विजयजी म. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में ता. ३१-३-८९ को हुई थी। यहाँ के गृह मन्दिर में पाषाण की १ प्रतिमाजी, पंच धातु की ५ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - ३, विशस्थानक - १, अष्टमंगल-१ बिराजमान हैं। श्री आदि विक्रम यशोभक्ति मंडल की वि. सं. २०४७ का फागुण वदि १० को पन्यासजी श्री यशोवर्मविजयजी म. की प्रेरणा से स्थापना हुई थी। श्री आदि विक्रम महिला मंडल, श्री विपुल प्रगति सामायिक मंडल के अलावा यहाँ जैन पाठशाला भी चालु हैं। (२४८) श्री आदीश्वर भगवान भव्य शिखरबंदी जिनालय शान्तिनगर सेक्टर नं.-३, मीरा रोड (पूर्व), जि. - थाणा, महाराष्ट्र. टे. फोन : ८१८ १२ ०३ घर, ८११ २६ ६५ ओ. राजेन्द्रभाई विशेष :- परम पूज्य आचार्य भगवन्त विजय आत्म-कमल-लब्धि सूरीश्वरजी म. के समुदाय के आ. भगवंत जिनभद्रसूरीश्वरजी, आ. भ. श्री विजय यशोवर्म सूरीश्वरजी म. एवं समस्त मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में अक्षय तृतीया वैशाख सुदि ३ को शिला स्थापना हुई थी। श्री भरतभाई शाह, अजमेरा ब्रदर्स - शांतिस्टार के श्री राजेन्द्रभाई आदि महानुभाव इस जिनालय के निर्माण में तन-मन-धन से पूर्ण रुपसे सहयोग प्रदान कर रहे है। इस जिनालय में चार तीर्थों के मूलनायक प्रभुजी चऊमुखी प्रतिमाजी रुप में बिराजमान होनेवाले हैं। (१) श्री शत्रुजय तीर्थ के मूलनायक श्री आदीश्वर भगवान, (२) श्री आबुजी तीर्थ के मूलनायक श्री आदीश्वर भगवान, (३) श्री राणकपुर तीर्थ के मूलनायक श्री आदीश्वर भगवान, (४) श्री केसरिया तीर्थ के मूलनायक श्री आदीश्वर भगवान फिलहाल इतनी जानकारी हासिल हुई हैं। यहाँ भव्य एवं विशाल उपासरा, आयंबिलशाला एवं जैन पाठशाला की व्यवस्था हैं। For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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