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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुंबई के जैन मन्दिर (१६१) श्री शान्तिनाथ भगवान गृह मन्दिर अर्चना एपार्टमेन्ट, सुन्दर नगर के सामने, बजाज हॉल के बाजूमें, स्वामी विवेकानंद रोड, मलाड (प.) मुंबई - ४०० ०६४. टे. फोन : ८८९ १८ २४, ८८९ ४१ ६८ संपतराज गांधी, ८४० ६७ ०६ सुरेशभाई विशेष :- सर्व प्रथम यहाँ २०४१ का माह सुद ५ शनिवार को श्री सद्गुण साहित्य प्रकाशन मन्दिर की स्थापना हुई थी। ग्रंथ प्रकाशन कार्यालय, मातुश्री पलईबेन घेलाभाई गाला जैन लायब्रेरी, स्वाध्याय हॉल की भी स्थापना हुई थी। ___ शासन सम्राट् विजय नेमिसूरीश्वरजी म. के समुदाय के परम पूज्य आ. विजय सद्गुण सूरीश्वरजी म. की पावन निश्रा में वि. सं. २०४२ का मगसर सुद ३ ता. १४-१२-८५ को चल प्रतिष्ठा हुई थी। यहाँ आरस के चार प्रतिमाजी श्री शान्तिनाथजी, श्री महावीर स्वामी, श्री मुनिसुव्रत स्वामी एवं श्री सीमन्धर स्वामीजी तथा पंचधातु के ४ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - १, अष्टमंगल - १ तथा गुरु गौतम स्वामीजी की प्रतिमाजी सुशोभित हैं । गंभारे मे कांच की कारिगरी के ऐतिहासिक द्दश्य हैं। गंभारे के बाहर की ओर श्री पद्मावतीदेवी श्री घंटाकर्णवीर तथा श्री मणिभद्रवीर बिराजमान हैं। _ वि. सं. २०४५ का जेठ वद ५ शनिवार को आ. विजय नेमिसूरीश्वरजी म., आ. विजय अमृतसूरीश्वरजी म., आ. विजय रामसूरीश्वरजी म. ये तीनो गुरु प्रतिमाजी की प्रतिष्ठा आ. विजय सद्गुण सूरीश्वरजी म. की निश्रा में हुई थी। (१६२) श्री सुमतिनाथ भगवान गृह मन्दिर सुन्दर नगर, सप्तरत्ना को. सोसायटी, आर. वन बिल्डींग के ग्राउन्ड फ्लोर, स्वामी विवेकानन्द रोड, मलाड (प.), मुंबई - ४०० ०६४. टे. फोन : भोगीभाई - ८७२ ३९ ७५ चंदुभाई - ८७१ १६ ७२ सूर्यकांतभाई - ८७२ ५२ ०९ विशेष :- इस गृह मन्दिरजी का संचालन सुन्दर नगर जैन संघ द्वारा हो रहा है। प. पू. युग दिवाकर आचार्य भगवन्त श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. सा. की प्रेरणा से चेम्बुरतीर्थ से प्राप्त प्रतिमाओकी चल प्रतिष्ठा परम पूज्य आ. विजय अशोकचंद्रसूरीश्वरजी म. (डेहलावाले) के शिष्य मुनिराज श्री कांति विजयजी म. की शुभ निश्रा मे वि. सं. २०३३ का अषाढ सुद ११ को हुई थी। पुन: चल प्रतिष्ठा आचार्य भगवंत सुबोध सागर सूरीश्वरजी म. की शुभ निश्रा में. वि. सं. २०४५ का कार्तिक वद २ को हुई थी। आ. यशोभद्र सूरीश्वरजी म. की शुभ प्रेरणा से कुवाला निवासी श्री हिरालाल ठाकरसी भाई लोलाडीया परिवार की तरफ से सुयश स्वाध्याय हॉल में आ. विजय सुरेन्द्र सूरीश्वरजी म. की प्रतिमाजी वि. सं. २०४५ का माह सुद १५ को स्थापित की गई हैं। For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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