SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 151
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org मुंबई के जैन मन्दिर इस मन्दिरजी में आरस की श्याम रंग की १ प्रतिमाजी, पंचधातु की ५ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी २, अष्टमंगल १ बिराजमान हैं। (१०१) Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir यहाँ मातुश्री पुरबाई तलकशी भूलाभाई (गाम भोजायवाला ) उपाश्रय पाठशाला भी चालु हैं। श्री मुनिसुव्रत युवक मंडल है जिनकी तरफ से लायब्रेरी भी चालु हैं। श्री मुनिसुव्रत महिला मंडल भी भक्ति भाव में अग्रसर हैं 1 - सान्ताक्रूझ (पश्चिम) श्री कुंथुनाथ भगवान भव्य शिखर बंदी जिनालय सेन्ट अड्युज रोड, सान्ताक्रुझ (पश्चिम) मुंबई - ४०००५४. टे. फोन : ओफिस : ६४९४२३४, ६०५ ३५०४ टोकरशीभाई ६१ विशेष :- सेठ जमनादास मोरारजी जे. पी. मांगरोलवालोने २५९२ वार भूमि रू. १५०१, किंमत करके धार्मिक कार्यो के लिये संघ को वि. सं. १९९७ फागुण सुद २ अर्पण की गयी थी । सेठ जमनादास मोरारजी जे. पी. का जन्म वि. सं. १९३८ को, स्वर्गवास वि. सं. २००२ का का वद १४ ता. ३-१२-४५ को हुआ था । आपकी प्रतिकृति भी सुशोभित हैं । इस मन्दिरजी की प्रतिष्ठा प. पू. सिद्धान्त म. आ. भ. श्री प्रेमसूरीश्वरजी म. सा. की निश्रामें वि. सं. १९९८ वीर संवत २४६८ फागुण सुद ३ को हुई थी। बाद में वि.सं. २०२३ पोष सुद १५ को प. पू. आ. भ. श्री प्रतापसूरीश्वरजी म. सा. और प. पू. युग दिवाकर आ. भ. श्री धर्मसूरीश्वरजी म. सा. की पुण्यनिश्रामें रंगमंडप में चार गोखले में प्रतिमाजीओकी प्रतिष्ठा धामधूम की गई थी। नये मंडप में प्रतिष्ठा परम पूज्य आचार्य भगवंत विजय लावण्यसूरीश्वरजी के शिष्य आ. श्री क्षसूरीश्वरजी म. की शुभ निश्रा में वि. सं. २०३४ का फागुण सुद ३ रविवार को खूब धामधूम से हुई थी। मन्दिरजी में आरसी १३ प्रतिमाजी, पंचधातु की २६ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - २० तथा यक्षयक्षिणी के अलावा पद्मावती देवी, चक्रेश्वरीदेवी की प्रतिमाजी भी शोभायमान हैं दिवारो पर अनेक तीर्थो के पटो के रंगीन चित्र बनाये गये हैं । For Private and Personal Use Only मन्दिर में मुख्य द्वार से प्रवेश होते ही दोनो तरफ से बनाये गये हाथियो की कृतिया खुब ही सुन्दर लग रही है। यहाँ पर देवकाबेन गां जीभाई धारशीभाई पौषधशाला, श्री अमरेन्द्र सागर पुस्तकालय, श्री कुंथुनाथ आराधक मण्डल, श्री कुंथुनाथ महिला मण्डल, श्री कुंथुनाथ स्नात्र मंडल, शान्ताक्रुझ जैन
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy