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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir शब्दांक सूची ___ (२४):-अवतार, अर्हत, गायत्री, चतुर्विंशति, जिन, तत्त्व, सिद्ध, सुकृति । (२५):--तत्त्व, पंचविशति, प्रकृति । (२६):--उत्कृति । ६६७):--नक्षत्र तथा उसके पयाय ( उडु. ऋक्ष, तारक, तारा आदि)। (२८):--लब्धि । (३०):-दल, सदन। (३२):--द्वात्रिंशत, नर-लक्षण, रद तथा उसके पर्याय (दंत, दशन, द्विज, रदन)। (३३):-त्रयास्त्रिशत्, त्रिविष्टप, बुध, सुर तथा उसके पर्याय (अमर, देव, देवता, विवुध )। (३६):---रागिनी, वगमूल । (४०):-तरको (४८):--जगती। (४६):---पवन तथा उसके पर्याय (अनिल, प्रभञ्जन, पवमान, मरुत, वात, वायु, समीरण), तान । (६४):-स्त्री-कला। (६८):-तीर्थ । (७२):-पुरुष-कला। (८४):-- जाति। (१००):--अजुन-सुत, कमल-दल तथा उसके पर्याय (अदल, अज-दल आदि) कीचक, जयमाला, 'वृतराष्ट्र-पुत्र अथवा धृतराष्ट्र-सुत, मणिहार, रावणांगुलि, शक्रयता, शतभिषा, सज् । (१०००):-~-इद्र, इन्द्र नेत्र तथा उसका पर्याय ( इन्द्र-चलु), अजुन बाण, अजुन-भुज, गंगा-मुख, पंकज-दल तथा उसके पर्याय (अंबुजच्छद. कमल-दल आदि), रविकर, विश्वामित्र For Private And Personal Use Only
SR No.020455
Book TitleLipi Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRammurti Mehrotra
PublisherSahitya Ratna Bhandar
Publication Year2002
Total Pages85
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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