SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 384
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobatirth.org 849 ऋतुसंहार खिले हुए उजले कमल के मुख वाली, फूले हुए नीले कमल की आँखों वाली, फूले हुए काँस की साड़ी पहनने वाली । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रफुल्लनीलोत्पलशोभितानि सोन्मादकादम्बविभूषितानि । 4/9 जिन में नीले कमल फैले हुए हैं, मस्त कलहंस इधर-उधर तैर रहे हैं। सुगन्धिनिः श्वासविकम्पितोत्पलं मनोहरं कामरतिप्रबोधकम् । 5/10 कामवासना जगाने वाली वह मदिरा पीती हैं, जिसमें पड़े हुए कमल उनकी सुगंधित साँस से बराबर हिलते रहते हैं । 8. कमल - [कं जलमलति भूषयति कम + अल् + अच्] कमल । कमलवनचिताम्बुः पाटलामोदरम्यः सुखसलिलनिषेकः सेव्य चन्द्रांशुहारः । 1/28 जिस ऋतु में कमलों से भरे हुए और खिले हुए पाटल की गंध में बसे हुए जल में स्नान करना बहुत सुहाता है और जिन दिनों चंद्रमा की चाँदनी और मोती के हार बहुत सुख देते हैं । सोन्माद हंसमिथुनैरुपशोभितानि स्वच्छ प्रफुल्ल कमलोत्पल भूषितानि । 3 / 11 जिनके तीर पर मस्त हंसों के जोड़े घूम रहे हैं, जिनमें स्वच्छ खिले हुए उजले और नीले कमल शोभा दे रहे हैं। करकमलमनोज्ञाः कान्तसंसक्तहस्ता वदनविजितचन्द्राः कश्चिदन्यास्तरुण्यः । 3/23 चंद्रमा से भी अधिक सुंदर मुख वाली युवतियाँ अपने सुंदर कमल जैसे हाथ अपने प्रेमी के हाथ में डालकर । विकचकमलवक्त्रा फुल्लनीलोत्पलाक्षी विकसितनवकाश श्वेत वासो वसाना। 3/28 खिले हुए उजले कमल के मुख वाली, फूले हुए नीले कमल की आँखों वाली, और फूले हुए काँस की साड़ी पहनने वाली । कनक कमलकान्तैश्चारुताम्राधरोष्ठैः श्रवणतटनिषक्तैः पाटलोपान्तनेत्रैः । 5/13 सुंदर लाल-लाल ओठों वाले, लाल कोरों से सजी हुई बड़ी-बड़ी आँखों वाले और सुनहले कमल के समान चमकने वाले गोल-गोल मुँहों को देखकर । For Private And Personal Use Only
SR No.020427
Book TitleKalidas Paryay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTribhuvannath Shukl
PublisherPratibha Prakashan
Publication Year2008
Total Pages441
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy