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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रघुवंश 373 अपने प्रियतमों के हाथों से जूड़ों में खुंसे हुए वे सुंदर पंखड़ी वाले और पराग वाले फूल स्त्रियों के केशों में बड़े सुंदर लग रहे थे। 20. योषिता/योषा :-[यौति मिश्रीभवति :-यु + स + टाप्, योषति पुमांसम् : युष + इति, योषित् + टाप्] स्त्री, लड़की, तरुणी, जवान स्त्री। अवाकिरन्वयोवृद्धास्तं लाजैः पौरयोषितः। 4/27 वैसे ही नगर की बड़ी-बूढ़ी स्त्रियों ने विजय-यात्रा के लिए जाते हुए रघु के ऊपर धान की खीलें बरसाईं। भयोत्सृष्टविभूषणां तेन केरलयोषिताम्। 4/54 रघु के भय से जो केरल देश की स्त्रियाँ साज-सिंगार छोड़कर घर से भाग खड़ी हुई थीं। स्तम्भेषु योषित्प्रतियातनानामुत्क्रान्तवर्णक्रमधूसराणाम्। 16/17 जिन बहुत से खंभों में स्त्रियों की मूर्तियाँ बनी हुई थीं, आजकल उन मूर्तियों का रंग उड़ गया है। योषितामुदुपतेरिवार्चिषां स्पर्शनिर्वतिम साववाप्नुवन्। 19/34 स्त्रियों के स्पर्श से उसे वैसा ही आनंद मिलता था, जैसा चंद्रमा की किरणों से। 21. रामा :-[रमतेऽनया रम् करणे घञ्] सुन्दरी स्त्री, प्रिया, पत्नी, गृहस्वामिनी। रामापरित्राणविहस्त योधं सेनानिवेशं तुमुलं चकार। 5/49 सैनिक लोग अपनी स्त्रियों को छिपाने के लिए सुरक्षित स्थान ढूँढ़ने लगे, उस एक हाथी ने सेना में इतनी भगदड़ मचा दी। तस्मिन्नास्थदिषीकास्त्रं रामो रामावबोधितः। 12/23 झट राम की स्त्री सीताजी ने राम को जगाया, तत्काल राम ने उस पर सींक का बाण छोड़ा। विलज्जमानां रहसि प्रतीतः पप्रच्छ रामा रमणोऽभिलाषम्। 14/27 अपनी लजीली पत्नी सीताजी से राम पूछने लगे :-बताओ, तुम्हें क्या-क्या चाहिए। सोपानमार्गेषु च येषु रामा निक्षप्तवत्यश्चरणान्सरागान्। 16/15 पहले जिन सीढ़ियो पर सुंदरियाँ अपने महावर लगे लाल-लाल पैर रखती चलती थीं। 22. वधू :-[उह्यते पितृगेहात् पतिगृहं, वह् + ऊधुक्] दुलहिन, पत्नी, भार्या, महिला, तरुणी, स्त्री। For Private And Personal Use Only
SR No.020426
Book TitleKalidas Paryay Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTribhuvannath Shukl
PublisherPratibha Prakashan
Publication Year2008
Total Pages487
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size18 MB
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