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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra 150 www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कालिदास पर्याय कोश 4. पयस्विनी :- [ पयस्+विनि] दूध देने वाली गाय । प्रदक्षिणीकृत्य पयस्विनीं तां सुदक्षिणा साक्षात्पात्रहस्ता । 2/21 पहले तो सुदक्षिणा ने हाथ में अक्षत आदि सामग्री लेकर गाय नंदिनी की पूजा करके प्रदक्षिणा की । कथं न शक्योऽनुनयो महर्षे विश्राणनाच्चान्य पयस्विनीनाम् । 2/54 तुम समझते हो कि इसके बदले में दूसरी गौएँ देकर मैं महर्षि वशिष्ठ को मना लूँगा; यह हो नहीं सकता । संतान कामाय तथेति कामं राज्ञे प्रतिश्रुत्य पयस्विनी सा । 2/65 उस गाय नंदिनी ने संतान माँगने वाले राजा दिलीप से प्रतिज्ञा की कि मैं तेरी इच्छा पूरी करूंगी। 5. पयोधरी : - [ पय+असुन्+ धर्+ णिच् ] दूध देने वाली गाय । पयोधरीभूत चतुः समुद्रां जुगोप गोरूपधरामिवोर्वीम् । 2/3 मानो साक्षात् पृथ्वी ने ही गौ का रूप धारण कर लिया हो और जिसके चारों थन ही पृथ्वी के चार समुद्र हों । ध्वनि 1. ध्वनि :- [ध्वन्+इ] शब्द । श्रोत्राभिराम ध्वनिना रथेन स धर्म पत्नी सहितः सहिष्णुः । 2 / 72 सहनशील राजा दिलीप अपनी धर्मपत्नी के साथ जिस रथ पर चढ़कर अयोध्या को चले, उसकी ध्वनि कानों को बड़ी मीठी लग रही थी। भूर्जेषु मर्मरीभूताः कीचक ध्वनि हेतकः । 4/73 वहाँ भोजपत्रों में मर्मर करता हुआ, कीचक नाम के बाँसों के छेदों में घुसकर बाँसुरी भी बजाता हुआ । For Private And Personal Use Only आस्फालितं यत्प्रमदाकराग्रैर्मृदंगधीर ध्वनिमन्वगच्छत् । 16/13 नगर की जिन बावलियों का जल पहले जलक्रीड़ा करने वाली सुंदरियों के हाथ थपेड़ों से मृदंग के समान गंभीर शब्द करता था । 2. शब्द : - [ शब्द +घञ् ] शब्द, ध्वनि । प्रतापोऽग्रे ततः शब्दः परागस्तदनन्तरम् । 4 / 30 इस प्रकार आगे-आगे प्रताप चलता था, पीछे उनकी सेना का कोलाहल सुनाई पड़ता था ।
SR No.020426
Book TitleKalidas Paryay Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTribhuvannath Shukl
PublisherPratibha Prakashan
Publication Year2008
Total Pages487
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size18 MB
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