SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 494
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org afटका वटी, टिका स्त्री० [सं.] गोळी बटु०क पुं० [सं.] बटुक छोकरो वणिक पुं० [सं.] वाणियो वतन पुं० [ अ ] पोतानुं स्थान - जन्मभूमि वतन परस्ती स्त्री० [फा.] देशभक्ति वतनी वि० [फा.] स्वदेशनुं वतीरा पुं० [अ.] रंगढंग; पद्धति वत्स पुं० [सं.] बाछडो (२) छोकरो वत्सर पुं० [सं.] वरस; साल वत्सल वि० [सं.] वत्स प्रत्ये वहालवाळु वदंती स्त्री० [सं.] वात; कथा वदतोव्याघात पुं० [सं.] कहेली वातथी विरुद्ध पाछु कहे वदन पुं० [सं.] मुख वदान्य वि० [ सं . ] भारे दानी, उदार वदि [सं.], दी अ० वद; कृष्ण पक्षमां वदीअत स्त्री० [ अ ] अनामत वध पुं० [सं.] हत्या; कतल; नाश वधू, ०टी स्त्री० [ सं . ] कन्या ( २ ) वहु (३) पुत्रवधू वध्य वि० [सं.] वधने पात्र वन पुं० [सं.] जंगल वनचर, वनचरी पुं० [सं.] वनमां फरनार (२) जंगली पशु के माणस वनमाला स्त्री० [सं.] वननां फूलोनी • माळा. -ली पुं० कृष्ण वनराज पुं० [ सं . ] सिंह वनराज, जी स्त्री० [सं.] वन के वृक्षोनो समूह (२) वननी पगदंडी बनवास पुं० [सं.] वस्ती छोडी वनमां रहेवा जवं ते. -सी पुं० वनवास करनार वनस्पति स्त्री० [सं.] झाडपान इ० वनिता स्त्री० [सं.] स्त्री वनी स्त्री० [सं.] नानुं वन ४७८ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वरकी [बुट्टी वनेचर पुं० जुओ 'वनचर' वनौषध, -धि स्त्री० [ सं . ] जंगली जडी वि० [सं.] वन, तेमां थतुं ( २ ) जंगली o वपन पुं० [सं.] वाववुं ते (२) मूंड - वतुं वपु पुं० [सं.] शरीर; देह वफ़ा स्त्री० [अ.] वफा; प्रामाणिकता; ईमानदारी ( २ ) सुशीलता. व्दार वि० प्रामाणिक; ईमानदार (२) स्वामीभक्त (३) राजभक्त. ०दारी स्त्री० वफ़ात स्त्री० [अ.] मरण पुं० [अ.] प्रतिनिधिमंडळ; डेप्युटेशन aar स्त्री० [ अ ] कॉलेरा, प्लेग जेवी महामारी [ ( ३ ) ईश्वरी कोप वबाल पुं० [अ.] भार; बोजो (२) आफत वमन पुं० [ सं . ] ऊलटी वमनी स्त्री० [सं.] जळो वमि स्त्री० [ सं . ] ऊलटीनो एक रोग वयःक्रम पुं० [सं.] वय; उमर वयःसंधि स्त्री० [सं.] बाळपण ने जवानी वच्चेनो काळ वय, ०स् [सं.] पुं० उंमर वयस्क वि० [सं.] उंमरनुं (समासमा) (२) उमरे पहोंचेलुं; सगीर मटेलुं वयस्य पुं० [सं.] सखा; मित्र (२) वि० समान वयनुं; लंगोटियो वयोवृद्ध वि० [सं.] घरडुं वरंच अ० [सं.] बल्के ( २ ) परंतु वर [फा.] वि० 'वाळू' ए अर्थनो प्रत्यय. उदा० 'हुनरवर' ( २ ) पुं० [सं.] वर; पति (३) वरदान (४) वि० उत्तम वरक़ पुं०[अ.] सोनाचांदीनो वरख (२) पुस्तकनुं पानुं. ०साज पुं० वरख बनावनार. - क़ी वि० वरखनं; वरखवाळं For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy