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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org प्रिय प्रिय वि० [सं.] वहालुं; प्यारुं (२) पुं० स्वामी (३) जमाई (४) भलुं; हित प्रिया स्त्री० [ सं . ] स्त्री ( २ ) पत्नी (३) [स्त्री० प्रीति माशक पुं०, अति प्रिय प्रीत वि० [सं.] प्यारुं; प्रिय ( २ ) प्रीतम पुं० पति (२) वि० प्रीति स्त्री० [सं.] प्रेम; स्नेह ( २ ) खुशी; प्रसन्नता. oभोज पुं० प्रीतिभोजन; जमण [ प्रूफ प्रूफ पुं० [इं.] साबिती (२) छापखानानुं प्रूम पुं० दरियानी ऊंडाई मापवानी दोनो सीसानो गठ्ठो प्रेक्षक पुं० [ सं . ] 'दर्शक '; जोनार प्रेक्षण पुं० [सं.] आंख ( २ ) जोवुं ते प्रेक्षा स्त्री० [सं.] जोवुं ते (२) नजर (३) प्रज्ञा प्रेत पुं० [सं.] मरेलो जीव (२) भूत (३) पहोंचेल ने पूरो कंजूस के स्वार्थी माणस प्रेतकर्म पुं० [सं.] अंत्येष्टि; मरण पछीनो बधो विधि ३४४ प्रेतगृह पुं० [ सं . ] श्मशान के कबरस्तान के दखमं इ० प्रेतनी, प्रेता [सं.] स्त्री० पिशाचणी; भूतडी प्रेताशौच पुं० [सं.] सूतक; शोक प्रेती पुं० प्रेतपूजक प्रेम पुं० [सं.] प्रीति; वहाल; स्नेह प्रेमिक वि० प्रेमी. का स्त्री० प्रिया; माशूक [ ( २ ) आशक प्रेमी वि० [सं.] प्रेम राखनार के करनार प्रेय ( ०स्) वि० [सं.] प्रिय; मनपसंद प्रेयसी स्त्री० [ सं . ] प्यारी स्त्री; 'प्रेमिका' प्रेरक पुं० [सं.] प्रेरनार; प्रेरणा देनार Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्लीहा प्रेरणा स्त्री० [सं.] कार्यमा लगाडवुं ते (२) प्रोत्साहन; उत्तेजना; उश्केरणी (३) दबाण; धक्को प्रेरित वि० [सं.] प्रेरायेलुं प्रेषक पुं०[सं.] मोकलनार ( २ ) प्रेरक प्रेषण पुं० [सं.] मोकलबुं ते ( २ ) प्रेरणा प्रेस पुं० [इं.] छापखानुं के तेनुं यंत्र प्रेसिडेन्ट पुं० [इं.] प्रमुख; सभापति प्रोक्त वि० [सं.] कहेवायेलुं; उक्त प्रोग्राम पुं० [इं.] कार्यक्रम के तेनो पत्र प्रोटेस्टेन्ट पुं० [इं.] प्रोटेस्टन्ट ख्रिस्ती प्रोत वि० [सं.] ओतप्रोत (२) छुपायेलुं प्रोत्साह पुं० [सं.] उत्साह; उमंग. ०न पुं० उत्साह के उत्तेजना आपवां ते प्रोफेसर पुं० [इं. ] कॉलेजनो अध्यापक प्रोबेशन पुं० [इं.] नोकरीनो हंगामो प्रोमोशन पुं० [इं.] नोकरी के वर्गमां उपर चडवुं ते प्रोषित वि० [सं.] 'प्रवासी'; परदेश गयेलुं प्रौढ़ वि० [सं.] आधेड उमरनुं; पीढ (२) परिपक्व पूरुं अनुभवी; समजु; ठरेल प्लक्ष पुं० [सं.] पीपलानुं झाड प्लवंग,०म पुं०[सं.]वांदरुं (२) हरण; मृग प्लाट पुं० [इं.] प्लॉट; जमीननो टुकडो, (२) नाटकनुं वस्तु प्लान पुं० [इं.] नकशो; योजना प्लावन पुं० [ सं . ] पाणीनी रेल (२) खूब धोवुं ते (३) तरखुं ते oावित वि० [सं.] तरबोळ (२) पुं० रेल प्लास्टर पुं० [इं.] मकाननुं प्लास्टर ( २ ) दाक्तरी प्लास्टर प्लीडर पुं० [इं.] वकील हा स्त्री० [ सं . ] बरोळ; 'तिल्ली ' For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
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