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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org मनमौजी; लहरी (३) इश्क़बाज (४) उड़ाऊ (५) स्त्री० लहर; तरंग; लहरी लहेषु (ल्हे) स०क्रि० ग़ौरसे सुनना (२) गिनना; समझना ; मानना; पहचानना (३) देखना (४) पाना; लहना [ प ] लळकबुं अ० क्रि० चमक मारना; झलकना (२) उमंगसे झूमते हुए आना (३) लालसा करना; ललकना फळं अ० क्रि० शुकना; नत होना (२) खुशी में झूमना (३) देखिए 'लळकबुं' । [ लळी पडवुं = झुक जाना । रूळी लळीने = नीचे झुक-झुककर. ] लंगड वि० लंगड़; लंगड़ा लंगडा अ० क्रि० लँगड़ाना लंगडी (० घोडी) स्त्री० एक खेल संग वि० लंगड़ा पडो पुं० लंगड़ा (आम या पेड़ ) लंगर न० लंगर (नाव या जहाजका ) (२) लंगर; लंगरखाना; सदावर्त ( ३ ) स्त्रियोंका पैरका एक गहना; लंगर (४) एक सिरे पर वज़न बाँधी हुई डोरी; लंगर (५) [ला. ] लंबी क़तार; पंगत । [ -उपाय, ऊंचक = लंगर उठाना । —नाखबुं फांस = लंगर डालना, करना. ] लंगरखानुं न० लंगरखाना; लंगर लंगरवं स० क्रि० लंगर करना; लंगर डालकर जहाजको खड़ा करना ( २ ) एकमें दूसरी चीज लगाकर या जोड़कर वजीर या क़तार या माला करना (३) फंदे में फँसाना; फांसना [लंगर लंगार स्त्री० लंबी क़तार (२) जंजीर; लंगार स० क्रि० देखिए 'लंगरवुं' लंगाबुं अ० क्रि० लंगड़ाना 2 ४२५ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir लंगीस न० पतंगके दिनोंमें डोरेसे ठीकरा afaकर खेला जानेवाला लंगर लंगोट पुं० लंगोट; लंगोटा । [ -मारवी = लँगोट पहनना (२) साघु या जोगी बनना; लँगोटी बाँध लेना (३) लँगोटी बांध लेना; सारा धन उड़ाकर दरिद्र हो जाना. ] लंगोटबंध वि० लँगोटबंद; लंगोट बांध कम उम्र नेवाला (२) ब्रह्मचारी; लंगोटबंद लंगोटियुं वि० लंगोटी बांधनेवाला; [(२) साधु बाबा लंगोटियो पुं० लंगोटियायार; बालमित्र लंगोटी स्त्री० लंगोटी । [ -मारवी, बाळबी = लंगोटी बांधकर तन ढंकना (२) धन-दौलत उड़ाकर मिसारी बनना; लंगोटी बाँध लेना (३) साधुसंन्यासी बनना; लँगोटी बाँध लेना. ] लंगोटो पुं० लँगोटा (२) देखिए 'लंगोटियो' [लंघन करना लंघं स० क्रि० देखिए 'उल्लंघवुं (२) लंबावं अ० क्रि० लंगड़ाना लंब वि० (२) पुं० लंब; 'पर्पेन्डिक्युलर' (३) वि० लंबा ; लंब (४) पुं० साहुल लंबगोळ वि० (२) पुं० अंडाकार ; अर्थ वृत्ताकार लंबचोरस वि० ( २ ) पुं० समकोण चतुर्भुज; 'रेक्टेंगल ' ; आयत [ ग. ] लंबाई स्त्री० लंबाई लंबाण न० लंबापन; लंबान; लंबाई (२) लंबाना [र्थक; लंबाना लंबावयुं स० क्रि० 'लंबावु' का प्रेरणालंबावुं अ० क्रि० लंबा होना (२) किसी बातका अधिक समय तक जारी रहना लंबूस (स) वि० लंबू (आदमी) (२) पुं० ऐसा व्यक्ति For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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