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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मा०कि. 'म'का भावे रूप पावका भरना रवि न० हृदय; हिरदा [प] . स्वायत स्त्री० चार मिसरोंका एक छंद (अरबी, फ़ारसी या उर्दू); रुबाई रुवांटी स्त्री० मुलायम बारीक रोंगटे रुवाटुं न० रोंगटा; रोम रुयेल (-लु) वि० रुईदार रुशनाई स्त्री रोशनाई; स्याही; मसि रुशवत स्त्री० रिश्वत; घूस रुशवतखोर वि० रिश्वतखोर एन० रुई; रूई रूए अ० -के अनुसार; -के आधार पर या क्रमसे या के सबब रूख स्त्री० देखिये 'रुख' (२)अटकल; अंदाजा (३) रुख ; विचार;अभिप्राय (४) बाजारका भाव; रुख; भावताव । -जोवी = मौक़ा या अवसर देखना.] रूखड़ा बल (ई) न० छोटा पेड़-पौधा; छोटा रूझ स्त्री० घावका भरना रूमवं अ० क्रि० घावका भरना रूउबुं स० क्रि० रूठना; नाराज होना वि० अच्छा; उत्तम रूरा;सुंदर;भला।। खडा वानां थवा - शुभ-मंगल होना.] रूढि स्त्री० रूढि; प्रचलित रीति या रिवाज;चाल(२)रूढिके कारण शब्दका अमुक अर्थबोध करानेकी शक्ति; रूढि रूढिप्रयोग पुं० भाषामें जिसका रूढिसे विशेष अर्थ होता है ऐसा शब्द प्रयोग; रूढि-प्रयोग रूप न०रूप; आकार; शकल'; स्वरूप (२)सौन्दर्य ; रूप (३)वेश; रूप (४) रूपक; नाटक; दृश्यकाव्य (५)विभक्तिके प्रत्ययके योगसे बना शब्दका रूपांतर जो वाक्यमें प्रयुक्त होता है। रूप [ध्या. [-पनो अवतार, अंबार = खूब सुंदर होना; रूपकी संपत्ति । -नी मणि = सुंदरी; रूपवती स्त्री शोरेकी पुतली.] रूपक न० रूपक; दृश्यकाव्य; नाटक (२) एक अर्थालंकार; रूपक (३) सात मात्राका एक दोताला ताल; रूपक (संगीत) (४) गाना; गीत (संगीत) (५) पुं० रूप भरनेवाला नट; अभिनेता रूपरेखा स्त्री० किसो चीज़का सिर्फ आकार बतानेवाली रेखा; खाका; रेखाचित्र (२)संक्षिप्त बयान;रूपरेखा रूपाल्यान न० धातुका रूपांतर करना; रूप; धातुरूपावली [व्या.] रूपाळू वि० रूपवान; हसीन; सुंदर रूपियाभार वि० (२)पुं० एक रुपये या तोले भरकी तौल ; भरी रूपियो पुं० रुपया। [रूपिया खावा% रुपयोंका खर्च होना; रुपये लगना; उदा. 'आ मकाने बह रूपिया खाधा' (२) घूस लेना; रुपये खाना.] रू' न० रूपा;चाँदी [जैसा;पहला रूपेरी वि० रूपैका बना हुआ; रूपा रूपैडी स्त्री० रुपल्ली;रुपया(तुच्छकारमें) रूबरू अ० रूबरू; सामने ; समक्ष रूम स्त्री० कमरा; रूम । रूमझूम अ० पाजेबकी मंद ध्वनि रुनझुन कमलादु (रू') अ० क्रि० जोरसे वक्राकारमें घूमना; पागलपनसे घूमना (मवेशीका) समh () अ० कि० जोरसे चक्राकारमें घूमना; जूझना (युबमें) (२)पटकना; फिरना । For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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