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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पच्चरपाटी आदि बतानेवाला पत्थरका गड़ा हुआ टुकड़ा; पत्थर(३)पत्थरका-सा दिलवाला, संगदिल आदमी ला.। [-उपर पाणी = व्यर्थ परिश्रम कुछ असर न होना।-तरबो = पत्थर पर दूब जमना; अनहोनी बात होना।-नी छाती = भावनाहीन मनुष्य ; पत्थरका कलेजा (२) पत्थरकी छाती; मजबूत दिल.] पन्धरपाटी स्त्री० पाटी; पटरी; 'स्लेट' पपरियं वि० पत्थरका बना हुआ (२) पत्थर जैसा सख्त (३) न० पत्थरका बरतन; पथरोटा पद पुं० पद; पैर (२) न० दरजा; 'पद; ओहदा (३) अर्थयुक्त शब्द; पद व्या.] (४) पद्यका चरण; पद (५) [ग.] 'टम' (६) पद; वर्गमूल; पदक न० पदक; चन्द्रक (२) सिक्का पदवि(-बी) स्त्री० पदवी; ओहदा (२) उपाधि; खिताब; पदवी पदवीदान समारंभ पुं० पदवीदान समारोह; 'कोन्वोकेशन' पदवीधर, पदवीधारी वि० उपाधिधारी पदार्य पुं० पदार्थ; शब्दार्थ (२)चीज; वस्तु; पदार्थ (३) तत्त्व । पदार्यपाठ पुं० प्रत्यक्ष पदार्थके द्वारा बोध पदार्थविज्ञान न० पदार्थविज्ञान; 'फिजिक्स' पदावर्बु सकि० 'पारका प्रेरणार्थक; पदाना(२)[ला. खूब परिश्रम कराना; चका डालना; हैरान करना (३) बलपूर्वक निकलवामा, प्राप्त करना; हषियाना पन० पद; काम; उदा. 'गोरपर्यु पपरामणी स्त्री० पधरावनी; पधारना; पधराना (२) भेंट; उपहार पथराव, सक्रि० आदरके साथ लिव जाना, बैठाना या स्थापित करना; पघराना (२) गले मढ़ना (अनचाही चीज़) [ला.] पधार, अ० क्रि० पधारना पनाई स्त्री० डोंगी; नाव; पनसुइया पनारो पुं० पाला; साबिका (पड़ना) पर्नु (नु)न०पना;पन्ना(इमली आदिका) पनो (नो') पुं० पनहा; अर्ज पनोती (नो') स्त्री० शनिकी दशा बुरे दिन; साढ़े साती पनोतुं (नो') वि० शुभ ; मंगलकारी . (२) सुखी; बाल-बच्चेवाला पचं न० एक प्रकारका रत्न पन्ना पपडाट पुं० (मिजाजसे)पड़-पड़ बोलना पपनस न० एक फल; चकोतरा । पपलाव स० क्रि० सहलाना; थपकना पपैयुं न० पपीता; एरंडमेवा । पपैयो पुं० पपीहा; चातक (२)पपीता (वृक्ष) पमरवं ब०क्रि० महकना; सुवास फैलना पमराट पुं० महक; खुशबू . . पमा सक्रि० पामबुं' का प्रेरणार्थक पयगंबर पुं० पैगंबर; नबी पक्याम पुं० पैशाम (२) ईश्वरी संदेश पर अ० ऊपर; पर पर वि० पर;पराया; गैर (२) बम्ब दूसरा (३) दूर; अतीत (४) पर; आगेका; बादका; उतर (५) श्रेष्ठ परकम्मा स्त्री० परिक्रमा; प्रदक्षिणा परकार पुं० परकार; 'कंपास.... पर स्त्री० परम ब्रांच; परीक्षा। -होगी-परख होना.. For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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