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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २६६ षोतीवोसे धुमास पुं० धुएंसे लगनेवाला कचरा; देना(३) जाने-आनेका नाता तोड़ना। धुमांसा (दीवार, छत आदि पर) सावी-ख मारना (२) पछताना धुम्मस न० कुहरा; कुहासा [प.] (३)व्यवहृत न होना । -परवी%D पळेटी स्त्री० होलीके बादका दिन; (जीवन, बुढ़ापा) धूलमें मिलना । धुलेंडी; धुरेंडी पाळवी-धूलमें मिलाना; पानी फेर धुंगं न० झाड़-झंखाड़; झाड़ी देना (२) बिगाड़ना; नष्ट करना धुंनो पुं० चूंसा; पप (३) धुरियाना; गाड़ना; धूलसे ढकना धूण, अ.क्रि० आवेशमें हिलना; (४) उपेक्षा करना. अभुआना प.] धूळक (-को)ट पुं० बगूला; बवंडर धूली स्त्री० धुओं (२) (जोगियोंकी) धूळपमा स्त्री० तुच्छ चीज़ या बात; धूल धूनी। [-जगाववी = धूनी जगाना, . घळपाणी स्त्री० बरबादी; धूलधानी रमाना. धूळी पडयो पुं० होलीके बादका दिन; धूत सक्रि० ठगना; धोखा देना। धुलेंडी धून स्त्री० धुन; लो (२) धुन ; मनकी बूंष स्त्री० (आँखकी) धुंध लहर; सनक (३) सुरका गुंजना; धूंधकार पुं०; न० धुंध (गर्दकी) स्वरभंगी (४) एक प्रकारका गीत; धुन बूंषवाट पुं० जलनेमें धुआँ होना (२) धूनी वि० धुनी; तरंगी (२) तरंगी; दबा हुआ गुस्सा; भड़ास ; झुंझलाहट; सनकी धूप (सूर्यकी) धूप पुं० धूप; गंधद्रव्य (२) पुं० ; स्त्री० धूंधवावं अ०कि० धुआँना; जलनेमें धूपदानी स्त्री० धूपदान; धूपदानी धुआँ होना (२) झुंझलाना; कुढ़ना धूपसळी स्त्री० धूपबत्ती; अगरबत्ती बूंसरी स्त्री०, बूंसरं न० जुआ (गाड़ी धूपियुं न० धूप देनेका पात्र; धूपदान आदिका) धूम वि० (२) अ० बहुत; भारी (३) धूंसो पुं० मोटा भारी कंबल; धुस्सा आवेशके साथ; धुनके साथ (४) घोकडी स्त्री०, धोकडं न० रुईकी बड़ी स्त्री० शोर; धमाल; धूम। गाँठ (२) काया; शरीर धूमधाम स्त्री० धूमधाम; धूम घोकणुं न० कपड़े धोनेका डंडा धूळ (ळ,) स्त्री० धूल; गर्द (२) घोको पुं० मोटा डंडा; लगुड़ (२) रास्तेकी रज; खाक (३) निकम्मी, मुक्का; घूसा (३) घाटा; नुकसान तुच्छ चीज ; धूल [ला.] । [-उडा- (४) देखिये 'धोकणुं । [-पहोंचवो = रवी%-के ऊपर धूल फेंकना; नाहक नुकसान पहुंचना; घाटा सहना.] निंदा करना (२) को धमकाना; घोको (-सो) पुं० नुकसान; घाटा (२) उलहना देना। -ऊडवी%=(किसी चिंता (३) दगा; धोखा स्थल पर)धूल उड़ना; उजड़ जाना। बोतली स्त्री० छोटी धोती -काही मालवी, खंखेरी काढवी%3D घोतियुं न० घोती खूब डांटना (२) अवाबदारी छोड़ बोतीजोटो(-1) पुं० धोतीजोड़ा कुढ़ For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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