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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वधकोपदेशः ९२७ वनधेनुः वधकोपदेशः (पुं०) संहारक व्यक्तियों के लिए उपदेश। स्थान। (जयो० १५/७३) (सुद०४/२) वधजीविन् (पुं०) शिकारी, कसाई। विपिन। (जयो०व०१३/४७) काननः (जयो० ३/११३) वधत्रं (नपुं०) अस्त्र, हथियार। वनकणा (स्त्री०) पिप्पली। वधदण्डः (पुं०) शारीरिक दण्ड, दैहिक यातना। वनकदली (स्त्री०) जंगली केला। वधपरीषहजयः (पुं०) विकारों का शान्तिकपूर्वक सहन करना। वनकारिन् (पुं०) जंगली हाथी। मारपीट सहना। (त०सू० १४६) वनक्रीड़ा (स्त्री०) जलक्रीड़ा। वन विहार, अरण्य परिभ्रमण। वधातिवर्ति (स्त्री०) नित्य रूप-सुकारप्रणाशः स्यात्तेन वधातिवर्ति। (जयो०१० २०१८९) (जयो०वृ० ११/५४) वनकुञ्जरः (पुं०) जंगली हाथी। वधित्रं (नपुं०) कामोन्मत्त, कामदेव। वनकुक्कुटः (पुं०) जंगली मुर्गा। वधुः (स्त्री०) पुत्रवधु, स्नुषा, युवति, स्त्री। वनक्षेत्र (नपुं०.) वनतानित, अरण्यस्थल। (जयो० १३/७५) वधूः (स्त्री०) [डह्यते पितृगेहात् पतिगृहं वह ऊधक्] दुलहिन, वनखण्डं (नपुं०) जंगल का भाग। पत्नी, भार्या। वनगजः (पुं०) जंगली हाथी। महिला, स्त्री, परिणीता, विवाहिता स्त्री। (जयो० १४८१) वनगवः (पुं०) जंगली बैल। ___'पुरिसं वधमुवणेदित्ति होदि' (भ०आ० ९७७) वनगहनं (नपुं०) झुरमुट, सघनवन क्षेत्र। वधूजनः (पुं०) स्त्री समूह। (जयो० २/५६) वनगुप्तः (पुं०) भेदिया, जासूस। वधूटी (स्त्री०) [वधू+टि+ङीष्] अल्पवयस्का वधूः। पुत्रवधू। वनगुल्मः (पुं०) जंगली झाड़ी। नवोढा, तरुणी स्त्री, नवयौवना, (जयो० १२/११४) नवाङ्गी। वनगोचर (वि०) अरण्य को जानने वाला। वन क्षेत्र को 'नवप्रसङ्गे परिहस्टचेता नवां वधूटीमिष कामि एताम्' समझने वाला। (वीरो० ६/२०) वनगोचरः (पुं०) अरण्य, जंगल। वधूदोषः (पुं०) कायोत्सर्ग में सिर नीचा करना एक दोष है। । वनचंदनं (नपुं०) देवदारु का वृक्ष। वधवतिनी (स्त्री०) विधवा नियमवती। (जयो० ६/८६) वचचन्द्रिका (स्त्री०) चमेली। वध्य (वि०) [वधमर्हति वध्+यत्] मारे जाने योग्य, हत्या वनचम्पकः (पुं०) जंगली चम्पा। किये जाने योग्य। वनचर (वि०) वनवासी, अरण्यचर। वध्यः (पुं०) शिकार, हनन। वनचर्या (स्त्री०) अरण्यवास, जंगल में आवास। वध्यपटहः (पुं०) मृत्युदण्ड का घोष। वनछागः (पुं०) जंगली बकरा। वध्यभूमिः (स्त्री०) मृत्युदण्ड का स्थल। वनजः (पुं०) हस्ति, हाथी। वध्यमाला (स्त्री०) मृत्युदण्ड के समय पहनाई जाने वाली एक घास विशेष। माला। वनजा (स्त्री०) जंगली अदरक। वध्यस्थल (नपुं०) मृत्युदण्ड का स्थान। वनजीविन् (वि०) वनवासी, अरण्यवासी। वध्या (स्त्री०) [वध्य+टाप्] वध, हत्या, कातिल। वनततिः (स्त्री०) वनराजि, वनसम्पदा। (दयो० ९) वधं (नपुं०) चमड़े की पट्टी। वनतानितः (पुं०) वन विस्तार-वनस्य तानिते विस्तारे-वनक्षेत्रं वन् (सक०) सम्मान करना, पूजा करना। ___(जयो० ३/७६) ०याचना करना, प्रार्थना करना। वनदः (पुं०) बादल, मेघ। ०अनुग्रह करना, सहायता करना। वनदाहः (पुं०) दावानल, दावाग्नि। विनाश करना, नष्ट करना। वनदेवता (पुं०) वनदेवता, वनरक्षक। वनं (नपुं०) [वन्+अच्] जल। (जयो० १४/७९) वनदुमः (पुं०) जंगली वृक्षा ०भुवन, जन-जीवनं भुवनं वनं इत्यमरः (जयो० १४/४७) वनधारा (स्त्री०) वृक्षावलि, छायादार मार्ग। अरण्य, जंगल, वृक्षदल। वनधेनुः (स्त्री०) गाय, गवय। For Private and Personal Use Only
SR No.020131
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages445
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size23 MB
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