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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्रुताराम १०९९ श्रेष्ठिन् श्रुताराम (वि०) तत्त्वार्थ शास्त्र पर आधारित। (जयोवृ० १८/४) श्रुतावर्णवादः (पुं०) श्रुत की जाने वाली मिन्दा। श्रुतिः (स्त्री०) आगम, वेद। (जयो० २७/४८) शास्त्र। (जयो० २/९५) ० श्रवणश्रुति सूयते वा। ० श्रवणपथ आगत। (जयो० १/६४) सुनना, धर्म प्रतिपादक शास्त्र श्रवण। (जयो० ३/१५) श्रुतिदेशः (पुं०) कर्णप्रदेश। (जयो० ४/२०) श्रुतिपान्तगत (वि०) कर्ण भाग को प्राप्त हुआ। (सुद० २/८) श्रुतिपुत्री (वि०) सुनने वाला। (दयो० ८२) श्रुतिलचनोत्सुकः (पुं०) अध्यात्म शास्त्र का उल्लंघन। (जयो० १६/८०) श्रुती (स्त्री०) कर्ण, कान। (वीरो० ५/१३, जयो० १०/३८) श्रेष्ठि (स्त्री०) गणनांग। श्रेणिः (स्त्री०/पुं०) [श्रि-णि] रेखा, पंक्ति, शृंखला। ०प्रवाह। (जयो० ११/७०) ०दल, संचय, समूह। ०एक प्रमाण विशेष। (सम्य० १०८) श्रेणिकः (पुं०) श्रेणिक राजा, राजगृह नगर का अधिराज। राजगृहाधिराजो यः श्रेणिको नाम भपतिः। लोक प्रख्यातातिमायातो बभूव श्रोतृषज्ञमः।। (वीरो० १५/१६) श्रेणिका (स्त्री०) [श्रेणि+कन्+टाप्] तम्बू, खेमा, डेरा, पड़ाव। श्रेष्ठिपृष्ठपदं (नपुं०) मध्य भाग। (जयो०वृ० १३/९५) श्रेणी (स्त्री०) पंक्ति, रेखा, शृंखला। श्रेणी समन्ताद्विलसत्पलीनां पान्थोपधोराय कशाप्यदीना।। (वीरो०६/२६) श्रेयम् ( वि०) [अतिशयेन प्रशस्यं ईयसुन्] श्रेष्ठतर, अपेक्षाकृत, अच्छा, वरीयस्। सकल दुःख निवृत्तिः। (त० लो०) कल्याण। (जयो० ७/५२) सर्वोत्तम, श्रेष्ठतम, आनन्ददायक। मोक्ष, मुक्ति, शुभ अवसर। श्रेयसभा (वि०) कल्याणकारी। (मुनि० ३३) श्रेयांसः (०) ग्यारहवें तीर्थंकर का नाम। ०श्रेयांसनाथा । (भक्ति० १९) श्रेयांसकुमारः (पुं०) जयकुमार का चाचा। (जयो०७० ९/८२) दान देने अग्रणी। 'दानेऽनृणीजयपितृव्यञ्जनः श्रेयासंकुमारोऽस्ति। (जयो०वृ० ९/८२) श्रेयार्थी (वि०) कल्याणार्थी। (मुनि० २७) श्रेयोमार्गनेता (वि०) मोक्ष मार्ग का नेता। श्रेष्ठ (वि०) [अतिशयेन प्रशस्य:] उत्तम, श्रेष्ठ, अच्छा। ०समृद्ध, उन्नत। ०अत्यंत प्रिय। श्रेष्ठः (पुं०) आर्य। (जयो०वृ० २२/८३) ०कुलकर, कुलश्रेष्ठ। कुलकरस्तु कुलश्रेष्ठे इति विश्वलोचनः। (जयो०० ४/१६) विज्ञ, प्रज्ञ, विद्वान्, सज्जन कुमार। श्रेष्ठज्ञानी (वि०) विज्ञवर। (वीरो० १२/४४) श्रेष्ठगतिः (स्त्री०) उत्तम गति। श्रेष्ठजन्मन् (वि०) उत्तम जन्म वाला। श्रेष्ठचारित्र (वि०) अच्छे चारित्र वाला, सदाचरण युक्त। श्रेष्ठदानं (नपुं०) उत्तम दान, पात्रोचित दान। श्रेष्ठदानी (वि०) उत्तम दान देने वाला। श्रेष्ठधनी (वि०) परिपूर्ण धन से युक्त। श्रेष्ठनायिका (स्त्री०) उत्तम नायिका। अभिनय में परिपूर्ण ___ अभिनेतृ। श्रेष्ठपदं (नपुं०) उचित स्थान। श्रेष्ठफल (नपुं०) रुचिकर फल। श्रेष्ठभक्तिः (स्त्री०) उत्तम भक्ति। श्रेष्ठभावः (पुं०) उचित परिणाम। श्रेष्ठयोनिः (स्त्री०) उत्तम जन्म। श्रेष्ठ यौवनं (नपुं०) परिपूर्ण यौवन। श्रेष्ठरत्नं (नपुं०) श्रेष्ठ रत्न, सर्वोत्तम रत्न। श्रेष्ठ राशिः (स्त्री०) उत्तम राशि। श्रेष्ठसमागम (वि०) अच्छा योग। श्रेष्ठाचार (वि०) सद्गुणी। श्रेष्ठरधार (वि०) उचित आधार वाला। श्रेष्ठार्थक (वि०) उत्तमार्थक। (जयोवृ० २/२५) श्रेष्ठिकुमारः (पुं०) सेठ पुत्र। (दयो० २६) श्रेष्ठिन् (वि०) [श्रेष्ठं धनादिकमस्त्यस्य इनि] सेठ, धनी। (इति श्रेष्ठिसमाकृतं निशक्याऽऽयनीश्वरः (सुद० ४/९) For Private and Personal Use Only
SR No.020131
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages445
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size23 MB
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