SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 724
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जमज ७१३ जमाबंदी यौ० (हि. जमना+घट्ट ) मनुष्यों की परदा । " हृदय जमनिका बहु विधि भीड़, ठह, जमाकड़ा, जमाघ । लागी"-रामा० । जमज-संज्ञा, पु० दे० (सं० यमज ) एक | | जमवट-संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० जमना) साथ जन्मे बच्चों का जोड़ा, जुड़वाँ । कुआँ के झगाड़ में रखने का काष्ट-चक्र । जमान-अध्यादे मातरजमा-वि० दे० (प.) संग्रह किया हुआ, ठहर या रह २ कर। एकत्र, इकट्ठा, सब मिल कर, जो अमानत जमडाढ़- संज्ञा, खी० दे० यौ० (सं० यम+ के तौर पर या किसी खाते में रखा गया डाढ़ हि० ) कटारी जैसा एक हथियार । हो । संज्ञा, स्त्री० ( म०) मूलधन, पूंजी, जमदग्नि-संज्ञा, पु० (सं०) एक प्राचीन धन, रुपया-पैसा, भूमिकर, मालगुजारी, ऋषि, परशुराम के पिता (अ० वा० संज्ञा,) लगान, जोड़ (गणि०)। .."घर में जमा रहै तौ खातिर जमा रहै"-बेनी । जामदग्नि । | जमाई-संज्ञा, पु० दे० (सं० जामातृ) दामाद, जमदिया-जपदीया--संज्ञा, पु० दे० यौ० जंवाई (ग्रा० ) । संज्ञा, स्त्री. ( हि. जमना ) (सं० यमदीपक ) यम-दीपक, कार्तिक कृष्ण जमावट। प्रयोदशी को जो दिया यम जी के नाम से जमा-खर्च-संज्ञा, पु० यौ० (फा० जमा+ घर के बाहर जलाया जाता है। खर्च ) आय और व्यय । जमदुतीया-संज्ञा, स्त्री० दे० यौ० (सं० जमात-संज्ञा, स्त्री० दे० (अ० जमाअत ) यमद्वितीया ) यमद्वितीया, भैया बैज (दे०)। मनुष्यों का समूह, कक्षा, श्रेणी, दरजा । जमदूत--संज्ञा, पु० यौ० दे० (सं० यमदूत ) जमादार-संज्ञा, पु. (फा०) सिपाहियों या यमदूत, मृत्यु के दूत। पहरेदारों का प्रधान । संज्ञा, जमादारी जमधर-संज्ञा, पु० दे० (सं० यम+धर) स्त्री० जमादारिन । कटारी सा एक हथियार. तलवार । " नमधर जमानत - संज्ञा, स्त्री० (अ.) वह ज़िम्मेदारी यम ले जायगा, पड़ा रहेगा म्यान" क०। जो ज़बानी, कोई कागज लिख या कुछ जमन -संज्ञा, पु० (दे०) यमन। रुपया जमा कर ली जाये। ज़ामिनी (दे०)। जमना-अ० क्रि० दे० ( सं० यमन ) तरल | जमाना-स० क्रि० दे० (हि. जमना का प्रे० पदार्थ का ठोस या गाढ़ा हो जाना, जैसे रूप ) जमना का सकर्मक, जमने में सहायक बरफ़ जमना, दृढ़ता पूर्वक बैठना, अच्छी होना, उगाना, स्थिर करना । (प्रे० रूप ) तरह स्थित या स्थिर होना, एकत्र या इकट्ठा | जमवाना। होना, हाथ से होने वाले काम में पूरा पूरा | जमाना-संज्ञा, पु. (फ़ा०) समय, काल, अभ्यास होना, बहुत से आदमियों के | वक्त, बहुत अधिक समय, मुद्दत, प्रताप या सामने होने वाले किसी काम का उत्तमता | सौभाग्य का समय, दुनिया, संसार, जगत । से होना, जैसे गाना जमना, किसी व्यवस्था | "जमाना नाम है मेरा कि मैं सब को या काम का अच्छी तरह चलने के योग्य दिखा दूंगा"। हो जाना, जैसे-दूकान जमना, पैठना, ज़मानासा:-वि० (फ़ा०) जो वक्त या लोगों बैठना, प्रभावी होना । अ० कि० दे० (सं० का रंग-ढंग देखकर व्यवहार करता हो। जन्म---ना-प्रत्य०) उगना, उपजना संज्ञा, स्त्री० जमाना साजी-दुनियादारी। उत्पन्न होना । संज्ञा, स्त्री० (दे०) यमुना। जमाबंदी-संज्ञा, स्त्री० (फ़ा०) असामियों जमनिका-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० यवनिका)। के लगान की रकमों की बही (पट०) । भा० श० को०-६० For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy