SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 421
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ४१० करधनी करज-संज्ञा, पु० (सं० ) नाखून, उँगली, “करतल गत सुभ सुमन ज्यौं-" रामा०। नखनामक सुगंधित वस्तु । करंज। स्त्री० करतली-हथेली का शब्द, करताली। करजोड़ी-संज्ञा, स्त्री० दे० ( हिं० कर+ करता-संज्ञा, पु० (दे०) कर्ता (सं० ) एक जोड़ना ) एक वनौषधि । वृत्त का नाम, बंदूक की गोली के पहुंचने करट-संज्ञा, पु० (सं०) कृकलास, गिरदान, | तक की दूरी । क्रि० सं० ( करना) कौवा, हाथी का गाल, नास्तिक, कुत्सित करतार-संज्ञा, पु० दे० (सं० कर्तार) ईश्वर. जीवी। विधाता, यौ०-- करताल, ताली, हाथ में करटक-संज्ञा० पु. (सं०) कुसुम का पौधा, तार या सूत्र होना । संज्ञा, पु० दे०) करताल, काक, हाथी की कनपटी। एक बाजा .... "गावत लै करतार"-ध्र० । करटी-संज्ञा पु० (सं.) हाथी, रांगा। स्त्री० करतारी-संज्ञा स्त्री० भा० (दे०) कतापन, काक-पत्नी। ईश्वरता । वि० (सं० कर्तार ) ईश्वरीय । करण-संज्ञा, पु. (सं० ) कर्ता का क्रिया संज्ञा, स्त्री० करताली, ताली, थपेड़ी, यौ० के सिद्ध करने के साधन का सूचक एक ( कर -- तानी) हाथ में ताली। ...... कारक ( व्या० ) इसका चिन्ह से,-- सों, - 'दियो करतार दुहूँ करतारी" के०। है। हथियार, इंद्रिय, देह, क्रिया, कार्य, करताल-संज्ञा, पु० (सं० करतल ) हथेलियों स्थान, हेतु, तिथियों का एक विभाग (ज्यो०)। के परस्पर आघात का शब्द, ताली, थपेड़ी, वह संख्या जिसका वर्गमूल पूरा पूरा न | लकड़ी, कांसे आदि का एक बाजा जिसका निकल सके, किसी चतुर्भुज क्षेत्र या समकोण एक जोड़ा, एक एक हाथ में लेकर बजाया त्रिभुज के दो श्रामने सामने के कोणों को जाता है, झांझ, मॅजीरा । स्त्री० करताली मिलाने वाली सीधी रेखा (ज्या० योगियों ताली, थपेड़ी। का एक प्रासन । ये ५ हैं, ७ चल, ८ अचल करतृत-करतूति--संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० दो करण का एक चंद्र दिन होता है । संज्ञा, कर्तृत्व ) कर्म, करनी, कला, गुण, हुनर, पु० (दे०) कर्ण (सं०) करतूती (दे० ) " करतूती कहि देत श्रापु करणी-संज्ञा, स्त्री० (सं० क । अनट् - ई ) कहिये नहिं सांई"गि० "धिक धिक ऐसी खुपी, रांपी, वह राशि जिसका मूल निश्चित कुरुराज करतूती पै-" अ० व०। न हो (गणि०)। करद-वि० (सं० ) कर देने वाला, अधीन, करणीय-वि० (सं० ) करने के योग्य, आश्रयदाता, यौ० करद-पत्र-संज्ञा, पु० कर्तव्य । (सं० ) पट्टा । करतब-संज्ञा, पु० दे० (सं० कर्तव्य ) कार्य, करदा- संज्ञा, पु० ( दे० ) गर्द (हिं ) माल काम, कला, उपाय, करामात, जादू, हुनर में मिला कूड़ा, बट्टा, माल के कूड़ा करकट “ विधि करतब कछु जात न जाना "- के लिये की गई दाम में छूट या कमी, रामा० । वि० करतबी-पुरुषार्थी, निपुण, कटौती (दे०)। वाज़ीगर, करामात दिखाने वाला, कला-कुशल। करदायी-वि० (सं० कर+दा+णिन् ) कर करतरी-करतली--संज्ञा, स्त्रो० (दे०) कर्तरी देने वाला। (सं० ) कैंची, छुरी, “ निसि बासर मग करधृत-वि० (सं० ) हस्तगत, गृहीत । करतरी-" ध्रु०। करधनी-संज्ञा, खी० दे० (सं० किंकिणी ) करतल-संज्ञा, पु. (सं०) हथेली, चार | कमर का एक सोने या चांदी का जंजीरदार मात्राओं के गण ( डगण ) का एक रूप । गहना, कई लडों का सूत, कटिसूत्र । For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy