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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २८२ इक्का-दुक्का यौ० इकतीसासौ-एक सौ इकतीस। इकसूत -वि० दे० (सं० एक-- सूत्र ) इकत्र-क्रि०वि० (दे० ) एकत्र (सं.)। एक साथ, इकट्ठा, एकत्र, सीधा, समतल, इकबाल-संज्ञा, पु. ( दे० ) एकबाल, बराबर, हमवार ( जैसे दीवाल इकसूत है) प्रताप, सौभाग्य। एक से, समान, सदृश । इकबारगी-क्रि० वि० (दे०) सहसा, इकहरा-वि० (दे०) एकहरा, एक पर्त का । एक दम, से, एकबारगी। इकहाईस-क्रि० वि० दे० (हि० एक + हाईइकराम-संज्ञा, पु. (अ.) पारितोषिक, : प्रत्य०) एक साथ, फौरन, अचानक, तुरन्त । इनाम, इज्ज़त, श्रादर। इकांत-वि० ( दे०) एकान्त (सं०) यो० (इक+राम) एक राम । निर्जन स्थान । यो० इनाम इकराम-इनाम, बख्रिशस, इकता--वि० (दे० ) अकेला (हि.) पुरस्कार, सम्मान, उपहार । एकाकी (सं.)। इकरार- संज्ञा, पु० (अ.) प्रतिज्ञा, वादा, : इकैठ8-वि० दे० ( सं० एकस्थ ) इकट्ठा, किसी काम के करने की स्वीकृति, ठहराव।। एकत्र ।। इकरस-वि० (दे० ) एक अंग. बराबर, इकोतर-वि० ( दे.) एकात्तर (सं०) एक समान । के एक अधिक, जैसे इकोतर सौ। इकलाछ-वि० (दे० ) अकेला. एकाकी इकौंज-संज्ञा, स्त्री० ( प्रान्सी० ) एक ही (सं.)। संतान वाली स्त्री, काक बंध्या, (सं.)। यौ० इकला-दुकला-इक्का-दुक्का, एक- इकोनी-वि० स्त्री० । दे.) एक कम, एक, दो, अकेला, दुकेला। बेजोड़ (१)। इकलाई-संज्ञा, स्त्री० दे० (एक + लाई = “छिति कीसी छौनी, रूप रासि सी लोई == पर्त ) एक पाट का महीन दुपट्टा । इकौनी"--रवि०। या चद्दर, अकेलापन । वि० पु० इकौना-- अनुपम, बेजोड़ । इकलौता-संहा, पु० दे० (हि० इकला+ इकोसोर-वि० दे० (सं० एक- आवास ) पु० हि० ऊत ( सं० पुत्र ) अपने मां-बाप एकान्त, बिलकुल अलग। के अकेला लड़का, लाडिला बेटा। इका-वि० दे० (सं० एक ) एकाकी, इकल्ला-वि० दे० (हि. एक+ला-प्रत्य०) अकेला, अनुपम, बेजोड़, अद्वितीय, एक हरा, एक पर्त का, *अकेला। अनूठा, उत्तम । इकसठ-वि० दे० (सं० एकषष्ठि ) साठ संज्ञा, पु. एक प्रकार की कान की बाली, और एक। जिसमें एक मोती पड़ा रहता है, अकेला संज्ञा, पु. साठ और एक को सूचित करने ही लड़ाई में लड़ने वाला योधा, अपने वाला संख्यांक, ६१ । एकसठ (दे०)। झुंड को छोड़कर अलग हो जाने वाला इकसर-वि० दे० (हि. एक+सर--: पशु, एक प्रकार की दो पहियेदार धोड़ाप्रत्य०) अकेला, एकहरा, एकाकी (सं.) गाड़ी, जिसमें एक ही घोड़ा जोता जाता एक पर्त का। है। किसी रंग की एक ही बूटी वाला खेलने इकसार-वि (दे०) बराबर, लगातार, के ताश का पत्ता । सरीखा, समान, सहश, एक समान। इको-स्त्री। इकसंग-कि० वि० (दे० ) एक संग, इक्का-दुक्का-वि० दे० (हि. एक दो) एक साथ, एक बारगी। अकेला दुकेला, एक या दो। For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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