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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अम्लत ५३५ अम्लपत्री अम्लतamlat-१० वह मनुष्य जिसके शिर चूका, विषांबिल, और अम्लवेत इन्हें अम्ल तथा दादी के अतिरिक्र और कहीं बाल न हों। पञ्चक कहते हैं । गुण-गे खट्टे रुचिकारी कफ अम्लता amlata-हिं० स्त्री० अम्लत्व, खट्टापन । और खासी को उत्पन्न करने वाले, कड़वे और हुमू जत-अ० । तुर्शी-फा० । (Acidity, जड़ताकारक हैं, तथा विष्टम्भ, शूल, वात, शुक्र, Sourness). गुल्म और बवासीर को दूर करते हैं । अम्लजनक amla-janak हिं००(Antacid) (२) पलाम्लपञ्चकम्, विजौरा नी, जम्भीरी श्लेष्मजनक | नीय, नारङ्गी, अम्लवेत और इमली ये दूसरे पलाअम्लतूत amla-tāta-सं० पु. खट्टातूत । __ म्लपञ्चक हैं। गुण-गोफकारक मदजनक तथा See-túta विष्टंभ, शूल, गुल्म, बवासीर, शुक्र और वातअम्लतृणः anla-trinah-सं० पु. लवण तृण । नाशक हैं । रा० नि. ५० २१ । देखोलोणी। पञ्चाम्ल (फल)म् । अम्लत्वक् amla-tvak-सं० पु. चार वृक्ष । अम्ल पञ्च फलम् amla-pancha phalam प्रियाल । पियाल या चिरौंजी का पेड़ । चारोली --सं० क्लो० देखो--प्रम्लपञ्चकम् । -मह०। ( Buchananja la tifolia, chironjia sa pida. ) अम्लपत्रः amlapatrah--सं० पु. (१) अम्लदोलकः amla-dolakah-संपु० चुक। दण्डालु (क)। खाम अालु-बं० । वै० निघ० । चुकापालङ्-बं० । अम्बोटी(ती)-म० । वै० See-Dandaluh. (२) अश्मन्तक वृक्ष । fato I See--chukra (dea-Ashmantak ) रा० नि० व० अम्लद्रवः amla.dravah--सं० पु. बीजपूर ६। (३) क्षुद्रपत्र तुलसी वृक्ष । र० मा० । रस | भा० म०१ भा. जिह्मक ज्व.चि.। अम्ल पत्रम् amla-patra.m--सं० क्ली० चुक "अम्लद्रवः संशमयेद्रसज्ञां।" शाक, चूका । ( Rimex Scutatus) रा. अम्लदधिः a:hta-dadhin-संतो० खट्टा दही। नि०व०७| लक्षण-जिस दही में से मिठास जाता रहा हो अम्लपत्रक: amla-patrakah--सं०५० (१) और खट्टा तथा अव्यक्र रसयुक्त हा गया हो उसे भेण्डा, भिण्डी ( Hibiscus Esculentअम्ल दधि कहते हैं। गुगा-यह अग्नि प्रदीपक us)। (२) अश्मन्तक वृत्त-सं० । अम्ल कुचाई, पित्तवर्द्धक, रक्रबद्धक तथा कफबद्धक है। वृ० आबुटा-बं० । ( Coleus Aromaticus) नि०र०। रा०नि० व०है। मद० व० १। अम्लअम्ल-द्रव्यम् amla-dravyam ) --सं० लोणिका चका। ग्रामरूल-बं० । (Rumex अम्ल-नायकम् amla-nayakal | क्ली० Seutatus.) भा० पू० १ व०। अम्ल वेतस । थैकल-बं० । रा०नि० व० ६ । प्राम्लवेतस-मह । Ser-amla vetasah अम्लपत्रा amlapati a--सं० स्त्री० शुकला । श्रोकड़ा--बं० । See-shukralā । प० अम्लनिम्बूकः ॥mla-nimbukah-सं० पु. मु०। महाम्ल निम्बुक । गोड़ा लेबू-बं० । मीटें इरनिम्ब -मह० । वै० निघ०। अम्ल पत्रिका amla-patrika-सं० स्त्री० अम्लनिशा amla-nisha सं० स्त्री० शटी, चांगेरी, चूका । णुनी, अावेता-हिं० । क्षुदे णुनी. कचूर । शटी-बं०। ( Curcuma zedo. बं० । ( Ruinex Scutatus.) रा०नि० aria) रा०नि०। व०५। अम्लपञ्चकम् amla-panchakam-सं० क्ली० अम्लपत्री amla-patii--सं० स्त्री० (१) (1) मुख्य पाँच प्रकार के खट्टे फल बेर, अनार | पलाशी लता | See-Palashi । रा०नि० For Private and Personal Use Only
SR No.020089
Book TitleAyurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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