SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 240
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २६८ unis, Linn. )-ले० । अक्षकक, अतुम प्रक्षेलिका श्रालिका angelica-archanहिंदी। gelica-ले० । सुबुल खताई । बालछडभेद । अञ्ज दान anjulan काश. हींग, हिंगु-हि० ० हैं. गा० । Assafoetida-फा०६०। | अञ्जलिका गार्डेन angelica-garden-ई. अञ्ज बार anjubar-अ० मीरोमती-सं० । देखो - सुबुल् ख़ताई । बालछड़भेद । इहै. गा० । ATUIT Polygonuin aviculare. taip ir angelica-glauca, अञ्जवारे रूमो anjubare-lumi-अ० Edge.-ले । चोरा या चना-पं० । मेमो०। यह औषध तथा भोजन के काम में आती है। प्रसिद्ध । यह फारस से भारतवर्ष में लाया प्रयोगांश- जड़ या पौधा । जाता है । यह एक वृक्ष की जड़ की छाल है जो मोटी, सङ्कोचक और ललोई लिप अञ्जालका रूट angelica-root-. बीख धूसर वर्ण की होती है । फा० ई०। सुबुल् ख़ताई । अंगलीनह । न्यालछड़ मूल । अजेलिका सीड angelica-seed-इ. अञ्ज रक anjurrak- मज़ ओश। लु० क० । तुम सुबुल् खताई । बालछड़ बीज । अञ्ज रतुदा anjulatussoudaa-अ० अञ्ज लिम् angelim-ई. जोंकमारी । जैंगनी । स्याह (काली) उङ्गन या एक घास है जो नाग फा० ई। शुद्धि तथा उसके हल करने में काम आता है। | अञ्जलिम् श्रमरगोसो angelim-amargoso अञ्ज रह, anjurah-फ़ा० करीज़, करीजुल कल्ब, -इ. अरारोबा। (Araroba) फा० मुजरीबुल्कलाब अ०। कुर्नह-शीराज़ | कजीत- इ० १ भा०। तु० ! उटजन, उटङ्गन-हिं० । फा० इं. ३ | अञ्जलिम् श्रासिस angelim-al ven sis भा० । मु० अ० । म० अ० । अटिका पिल्यु- -ले० । जोंकमारी । जैंगनी । फा० । लिफरा Urtica pliulifera, Linn.) एक अन्जेली वुड anjelly-wood-ई. यह एण्टिबूटी के बीज है जो अलसी या तालमखानाके सदृश एरिस हिस्युटा ( Antiaris hirsuta) होते हैं। किसी किसी के मतसे अमजुरह और नामक वृक्ष से प्राप्त होता है । इसको दक्षिण उटङ्गन भिन्न भिन्न बीजे हैं। भारतवर्ष में अञ्जली वुड और मालाबार में अअञ्ज लो anjuli-1 -हि. संज्ञा स्त्री० [सं०] यानी कहते हैं । वहाँ यह अधिकता के साथ अञ्जरा anjuri-J अंजलि । दे०-श्रअली, होता है। फा० इं०३ भा० । अँजली। अञ्जोह. anjoh-अ० ऊद, अगर । ( Aloe अञ्ज सा an jusā यु० रतनजोत । Alkanet wood.) लु० क०। लु० क० । फा० इं० । अजनक कल्ल anjanak-kalla-मल० सुर्मा । अञ्जरक anjārak-फा० (१) रुतीला हिं० । 87537A ( Antimonii Sulphuretमकड़ी का बड़ा भेद । लु० क० । (२) um-)ले० । स० फा० इ० । मर्ज़जोश। अज्म-ज़बोत्र aajma-zabiba-अ० मुनला । अञ्ज रू anjur -ते. अीर (Ficus cari. अजमार āzmora-बरब० मकोय (Sola___ ca, Linn.) रू. फा० इ०। num nigrum). अअ सा anjusa-यु० रतनजोत । ( Alka अटकुड़ा atakura-सन्ताल. तिक्क इन्द्रजी । ___net) लु० क०। देखो-इन्द्रजौतिक्त | Wrightia अञ्जना anjenā-कना० सुर्मा, अजन । An. Tomentosa, Ræm. & schult. ) timonii Sulphure tum. -ले० । ई० मे० प्लां। For Private and Personal Use Only
SR No.020089
Book TitleAyurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size29 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy