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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ८३ भग्लुकमा अग्रहण agrahana-हिं० पु. | अग्रेटम् वाटर agra tum-water-ई. बड़ी अग्रहायण agrahāyanam-स. प किश्ती । ई है. गा० । अग्रहायण: agrahāyanah-सं० पु. अग्रेदिधिषु agredidhishu-हिं. संज्ञा पु. अग्रहायन: agrahāyanah-स. पं. वर्ष का पहिला महिना । मार्गशीर्ष मास अर्थात् | [सं०] ऐसी स्त्री से विवाह करने वाला पुरुष जो अगहन का महिना । प्राचीन वैदिक क्रमानुसार पहिले किसी और को व्याही रही हो। वर्षका श्रारम्भ गहनसे माना जाता था यह प्रथा संज्ञा स्त्रो० वह कन्या जिसका विवाह उसकी अब तक गुजरात आदि देशों में है। पर उत्तरी बड़ी बहिन के पहिले हो जाय । भारत में वर्ष का प्रारम्भ चैत्र मास से लेने के | अष्टो agresto-रु० अपक्क द्राक्षारस, कच्चे दाख कारण यह महीना नवाँ पड़ता है। का स्वरस (Juice of unripe. grapes) अाँश agrinsha-हिं० संज्ञा पुं० [सं० फा० इं. १ भा०। देखो-अंगूर । अग्रांश ] अागे का भाग। अग्रोपाइरम् ngropyrum-ले० श्वेतदुर्वा प्रन्थि, भग्राशन agrashana-हिं० सज्ञा पुं० [स] सफेद दूब | Couch grass, ( Tritiभोजन का वह अंश जो देवता के लिए पहिले | ___cum) निकाल दिया जाता है। यह अप्राशन पशनों | अग्रोपाइरम् रिपेस agropyrium depens, और सन्यासियों को दिया जाता है। ____Beauv.-ले० सफेद दूब । श्वेत दूर्वा । ( Coअग्रास aghrāsa-१० सुहरुजुल्अम्मा । अंत्रां- ___uch grass.) तरीय श्लेष्मा-हि । (Mucus)-ई। अग्रोस्टिस एल्बा agrostis alba, Linn. अग्राह्य agrāhya-हिं० वि० [सं.] ग्रहण | --ले० सफेद दूब | श्वेत दूर्वा (Cymodon करनेके अयोग्य, न धारण करने योग्य । अप्रिय। _alba) अग्रहणीय । तुच्छ, निस्सार । ( Unagreea.| अनोस्टिस डाइपराड़ा agrostis diandra, ble.) (२) न लेने लायक (३) त्याज्य । | Rorb -ले० बेनाजोनी-बं० Diandrous छोड़ने लायक। ____bent grass -ई० हैं। गा०। अग्रिम agrima-हि. वि० [सं०] अग्रोस्टिस लिनीएरिस agrostis linea (1) आगे आने वाला। आगामी। (२) _ris, Rowb.- ले० जनेवा, दूर्बाभेद । (Thre. प्रधान । श्रेष्ठ । उत्तम | संज्ञा पु० बड़ा भाई । _ad like bont grass.)इं० हैं। गा० । अग्रिमा agrima-स. स्त्री० लवली वृक्ष, हर | , अनोस्टिस साइनास्युरि आइडीस agrostis. फरी-हिं० । लोणागाछ- बंश. च०। Cynasureoides-ले. दूब, हरी दूब । अग्रिमोनियम् (-या )युपेटोरियम् agrimo अध्य agrya-हिं० वि० [स] ( Best, nium Eupatorium, Lin.-ले० शब _foremost.) प्रधान । श्रेष्ट । संज्ञा पु. बड़ा भाई। तुल बराग़ीस, गाफ़िस-अ०। (Agrimony ) फा०. भा०। अग्लफ़ aghla fa-अ० बेख़तना, खतना न किया अग्रिमोनी .grimony-० गाफ़िस.-अ० । हुआ, जिसका ख़तना न हुश्रा हो। अनसर्कम(See-Ghafis) | साइज़्ड ( Uncircumcised )-इं०। अग्लुकमा aghlukāma-अ० नुजूलुलमाउल अमः agruh-सखो० । अगुला, अगुस्त अहज़र, स्वजरतुलऐन सब्ज़ मोतिया, नेत्र में -फा० | फिगर ( Finger )-०। प्रांगुल हरित जल उतर पाना, हरित मोतिया। यह -०। ( Bone of finger, ortoa.) सब से बुरे प्रकार का मोतिया विन्द है जिसमें नेत्र अप्रेटम् एकेटिकम् agratum-aquaticum ! पिंड कठिन हो जाता है और दृष्टि शक्ति नष्ट हो -ले० बड़ी किश्ती है० गा०। जाती है। यदि प्रारम्भ में इसकी चिकित्सा न अप्रः agruh-सं० सी० । अंगली, अंगुश्त For Private and Personal Use Only
SR No.020089
Book TitleAyurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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