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________________ heat (८) आडो क्लैफीन Iodo Caffeine सोडियम् कैफीनी आयोडाइड Sodium Caffeince Iodide २४०७ एक सफ़ेद चूर्ण जो शीतल जल में अल्प और उष्ण जल में सम्यक् विलेय है । इसमें ६५0/0 काफीन होती है । मात्रा-२ से १० ग्रेन वा ०१२ से ०६ ग्राम । यह हृदय विकारजात जलोदर ( Cardiac dropsy ) और फुफ्फुसावरण प्रदाह (Plea risy ) में उत्कृष्ट मूत्रकारक है । यह श्वास रोग में उपकारी है। मात्रा-२ से १० ग्रेन | (१) कैफीनी सल्फास Caffeince Sulphas इसके श्वेत स्फटिक होते हैं जो जल विलेय होते हैं । मात्रा - 1⁄2 से ५ ग्रेन | (१०) कैफीनी बैलैरिएनास Caffeince Valerianas जटामांसीसार घटित कहवीन । इसके श्वेत स्फटिक होते हैं। जिनमें एक प्रतिशत से १३ प्रतिशत तक बेलेरियन एसिड जटामांसी सार होता है । यह हिष्टीरिया ( योषापस्मार) और कुकर खांसी ( Pertussis ) में उपकारी है। मात्रा - 1⁄2 से ३ ग्रेन (०३२ से २ ग्राम ) ( ११ ) मिनीन Migrainine अर्थात् श्रर्द्धावभेदक हर श्रद्धविभेदकीन, शक्क़ीक़ीन । इसको 'ऐण्टिपाइरीन कैफीनी- साइट्रिकम् Antipyrin Caffeince-Citricum ' भी कहते हैं । इसमें ६ प्रतिशत कैफीन एक प्रतिशत साइट्रिक एसिड और ६० प्रतिशत फैनाजोन होती है । इसके स्फटिक होते हैं । जो जल में सुविलेय होते हैं । इसके जलीय विलयन की प्रतिक्रिया किंचिद् अम्ल होती है। I संयोग विरुद्ध — इसमें अधिक मात्रा में फेना जून होती है । इसलिये इसके भी वे ही संयोग विरोधी द्रव्य हैं जो फेनाजोन के । हवा गुरण तथा उपयोग- यह शिरःशूल में उपकारी है। किंतु इसके उपयोग से नींद नहीं श्राती । मात्रा - ८ से १५ ग्रेन = ( ०.५ से १ ग्राम) ( १२ ) मिल्जीन Migralgin इसमें प्रतिशत फेनेसेटीन, 8 प्रतिशत कैफीन और ३ प्रतिशत सैलिसिलिक एसिड होता है । मात्रा - ८ से १५ ग्रेन की चक्रिकायें ( Tablets ) भी बिका करते हैं । उपयोग - शिरःशूल में यह श्रौषध विशेष गुणकारी प्रमाणित हुई है । (१३) सिम्फोरोल Symphorol इस नाम से तीस योग विकते हैं। इनमें कैफीन, सल्फोनिक एसिड लिथियम् के साथ संयुक्त होती है । इनके श्वेत स्फटिक होते हैं । मूत्रल रूप से इनका हृदय विकारजनित जलोदर (Cardiac dropsy ) और वृक्कीय जलोदर ( Renal dropsy ) में उपयोग करते हैं । मात्रा - १० से १५ ग्रेन = ( * ६४ से १ ग्राम) ( ४ ) एक्सट्रैक्टम कोली लिक्विडम् Extractum Kolo Liquidumयह कोला बेरा नामक वृक्ष के बीजों से जिनमें २ से २॥ प्रतिशत कैफीन होती है, प्रस्तुत किया जाता है। पत्ते चाय और मात्रा - १० से २० मिनिम ( बिंदु ) । नोट- अरीका में दो-तीन प्रकार के कोलावृक्ष होता है । वहाँ उक्त वृक्ष के कहवा की जगह काम में श्राते । उनमें एक प्रकार का क्षारोद वर्तमान होता है जो सर्वथा कैफीनवत् होता है । (१५) कैफीनी साइट्रास Caffonie Citras - एक सफ़ेद गंधरहित चूर्ण जिसकी प्रतिक्रिया अम्ल होती है । यह ३२ भाग जल में विलेय होती है । मात्रा-२ से १० ग्रेन वा ०.६ ग्राम । कहवा के गुण धर्म तथा प्रयोग यूनानी मतानुसार प्रकृति — इसके संबंध में प्राचीन यूनानी एवं श्राव्य चिकित्सा शास्त्रज्ञों के नाना मत हैं । उन
SR No.020062
Book TitleAayurvediya Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1942
Total Pages716
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size24 MB
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