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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अग्रवाल जाति का प्राचीन इतिहास चाहिए।" इसके बाद उसने अगारा को वर्नोय्यी द्वारा वर्णित अग्रोहा ( अगरोहा ) से मिलाया है । यह शायद ठीक भी है।' ___ पंजाब में प्रचलित गीतों में रिसालू और शीला सम्बन्धी गाथा बहुत प्रसिद्ध है। इस गाथा का उल्लेख हम पहले कर चुके हैं । शीला अगरोहा की रहने वाली थी, रिसालू सियालकोट का राजा था। ऐतिहासिकों ने रिसालू को प्रसिद्ध कुशान सम्राट विम कैडफिसस से मिलाया है। इसका मतलब यह है, कि कुशान राजा विम कैडफिसस के समय में अगरोहा विद्यमान था, तभी उसके साथ अगरोहा की कुमारी शीला का सम्बन्धजुड़ सका और उस विषयक गीत प्रचलित हो सके। ____ अगरोहा के खण्डहरों से प्राप्त प्राचीन सिक्कों का जो छोटा सा संग्रह मेरे पास है, उसमें दो सिक्के कुशान काल के हैं । कुशान सम्राटों के सिक्कों का प्राप्त होना सिद्ध करता है, कि अगरोहा कम से कम उतना पुराना अवश्य है। इन साक्षियों से इस स्थापना में कोई सन्देह नहीं रहता, कि अगरोहा नगर की स्थापना ईसवी सन् के प्रारम्भ से पहले ही हो चुकी थी। भारत में जो अत्यन्त प्राचीन नगरों के ध्वंसावशेष हैं, निस्सन्देह अगरोहा का खेड़ा उनमें से एक है । यह खेदकी बात है कि उसकी खुदाई शुरू होकर भी धन की कमी से जारी नहीं रखी जासकी। अगरोहा के समीप ही कई अन्य ऐसे प्राचीन स्थान हैं, जिनका सम्बन्ध सीधा अग्रवाल इतिहास के साथ है । इनमें से एक का नाम 1. Renell-Map of Hindostan. p. 64, 2. जयचन्द्र विद्यालंकार, भारतीय इतिहास की रूपरेखा भाग दो, पृष्ठ ८२५-२६ For Private and Personal Use Only
SR No.020021
Book TitleAgarwal Jati Ka Prachin Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatyaketu Vidyalankar
PublisherAkhil Bharatvarshiya Marwadi Agarwal Jatiya Kosh
Publication Year1938
Total Pages309
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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