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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra विषय मस्तिष्कदपाक -- फुफ्फुस गोलाण्विक - अरोगाणुक १९८ -- गोलाण्विक मन्थर माला मस्तिष्क पाक ख तानिकीय लसोत्तरीय २०१ यचम ५७२ लस्य १८९ २१० व्यापक शिल्डर का पाकोत्तरीय कम्पवात तथा सुषुम्नाधूसर द्रव्य पाक के विक्षतों में फिर ङ्गिक ६२३ पृष्ठ - व्यापक महाकुष्ट २०० १९९ >7 तुलना २०५ मस्तिष्क सुषुम्ना जल १८६ पाक २०१ २११ तपसर्गिक २१० मस्तिष्को विविध विकारों में परिवर्तन १८९ महागद महाधमनी सिराज २०९ मस्तिष्क पाक में २०६ ६३९ कैसे फैलता है ६४१ विकृत शारीर ६४३ १३७ ग्रन्थियाँ ६०९ महाधमनीपाक Halfve महास्रोत पर व्रण शोध का परिणाम ९८ फिरंगिक ६०५ १०१ www.kobatirth.org अकारादिरोगानुक्रमसूची विषय मांसतान मांसधराकलापाक मांसधातु पर व्रण शोथ का परिणाम मांसाबुद भारात्मक अरक्तता मिकूलिक्ज लक्षण मिथ्या विहार मिथ्याहार की कल्पना३०३ मिहरक्तता - जीर्ण मुख की मधुरता क्यों मुखतिक्तता मुखपाक किण्वज श्वेत पृष्ठ ७२२ ५६ कोथ ५४ ७०६ १०९ १०४ ३०४ होती है ? ३९४ ३८० ९८ मूत्रशुक्र सम्प्राप्ति मूत्रसाद मूत्रातीत मूत्रोत्संग मूर्च्छा १०४ १५१ मृदुतन्तु मृद्वग्निता ६५१ माधुर्य ३९३ मूढगर्भ सम्प्राप्ति १०७० मूत्रकृच्छ्र सम्प्राप्ति 39 मूत्रक्षय मूत्रग्रन्थि मूत्रजार मूत्रनालपाक ९९ "" 33 कहाँ कहाँ देखी 37 95 तीव्र मूत्रप्रजननसंस्थान पर यक्ष्मा का प्रभाव ५६७ १५९ १६४ १०७० "3 " १०७१ 93 ३७०, ४१० जाती है ? ६८५ ८२७ ३९२ २३६ मेघसमशोथ मेघाभगण्ड की अत्यन्ता वस्था २३८ For Private and Personal Use Only Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विषय मेघाभशोथ सार्बुद मोतीझरा ७०६ ३८६ मोरेण्टकर की ग्रन्थियाँ ४३ ४१४ १११ का प्रभाव यकृत्पाक उपसर्गा मोह यकृच्छोथ यकृत् जीर्णनिश्चेष्टा. तिरक्तता २८२ यकृत् पर व्रणशोथ १०८६ यकृदर्बुद यद्दयुत्कर्ष - त्मक १३१ जीर्णवैषिक १२३ तीव्र वैषिक १२० ७४१ पृष्ठ २३६ उपसर्गात्मक पैत्तिक अपोषक्षयजन्य १९६ अवरोधात्मक पैत्तिक १२९ १९९ १३० एक खण्डीय १२९ कूट १३३ केन्द्राभिग १३३ केशिका भाजि १२३ — परमचयिक पत्तिक १२९ बहुखण्डी का प्रभाव रंगा वैषिक हि हुण्डी में विकृति १२५ १३० ११३ १२६ १२१ १२७ हज्जन्य हैट का परमचयिक १३० यकृद्वृद्धि विषमज्वर जन्य ४८१ मकवाणु ४९६ यमदण्डाणु प्रकार ५३५
SR No.020004
Book TitleAbhinav Vikruti Vigyan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRaghuveerprasad Trivedi
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1957
Total Pages1206
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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