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________________ पत्र संख्या । मेरो विशेष नोंध संवत् । १६८५ ..... पत्र ३ जूं नथी. जीर्ण .. ....२०३४ - २८९ २०३५. २०३६ -.२८९ जिनभद्रसूरि कागळनो हस्तलिखित ग्रंथ भंडार • जैसलमेर दुर्ग ग्रंथांक ग्रंथर्नु नाम स्थिति भाषा २०२७... अभिधान चिंतामणिनाममाला ...........श्रेष्ठ .... हेमचंद्राचार्य ...............सं. चैत्यवंदनचतुर्विशतिका ............... जीर्ण .... क्षमाकल्याण .............. सारस्वतव्याकरण अपूर्ण मध्यम .. अनुभूतिस्वरूपाचार्य ... श्रीचंदरास अपूर्ण.... मध्यम ... चोवीसतीर्थकरगीत लक्ष्मीवल्लभ नर्मदासुंदरीरास अपूर्ण .. सबैया-ऋषभदेवछंद आदि. स्वरोदय .. मध्यम .. प्रतिष्ठाविधि, जीर्ण जिनजन्माभिषेकमहोत्सव श्रेष्ठ .... २०३७ .... भगवतीसूत्र अपूर्ण जीर्ण २०३८ ...... सप्तस्मरण ....... जीर्ण. २०३८/१.....एकीभावस्तोत्र ........... .......... वादिराज........ २०३८/२.....पार्श्वनाथस्तोत्र .......... २०३८/३ ... पार्धनाथस्तोत्र ............ २०३८/४ .....भावारिवारणस्तोत्र ...... ....... जिनबल्लभ ....... २०३८/५.... भयहरस्तोत्र ............. २०३८/६....लघुशांति ..... २०३९ .... सारस्वतपुंजराजीटीका अपूर्ण ......... श्रेष्ठ ..... पुंजराज ................ २०४०... सभासयोगपटल ...... मध्यम .. वररुचि २०४१... माघकाव्य संदेहविधीषधिटीका अपूर्ण ... मध्यम .. आनंददेव -टी.......... भावारिवारणस्तोत्र वृत्तिसह ... मध्यम ..जिनवल्लभ ...... २०४३ ... .ज्ञानपहेरामणी आदि ........... जीर्ण .... २०४४ ... अनेकविचार संग्रह मध्यम .. रत्नसूरि ............ २०४५ ... कल्पसूत्रनी मांडणी ..... श्रेष्ठ, २०४६ .... स्थानांगसूत्रना बोल ... मध्य म........ २०४७ ......इंदकप्रतिक्रमण ..... मध्यम... .........का.२५ اليه له NAGAR २०४२.. १६१६ Jain Education International For Private & Personal use only www.jainelibrary.org
SR No.018010
Book TitleJesalmer ke Prachin Jain Granthbhandaron ki Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherMotilal Banarasidas
Publication Year2000
Total Pages665
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size14 MB
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