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________________ 2- अनुक्रमणिका - विषय पत्रांक विषय पत्रांक - डूंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार |-परिशिष्ट-७ - थाहरुशाह कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार ... (i) Granth No. wise list of the CDs of the Palm-Leaf Mss, ५६५ से ५६६ - लोंकागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार .......... (ii) Granth No. wise list of the CDs of the Paper Mss. ५६७ से ५७० - आचार्यगच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार ..... २५९ से २४ - Appendix-8 (परिशिष्ट-८) Brief guide to CD operation ....... ५७१ से ५७३ - परिशिष्ट-९ संख्या सूचक शब्द संकेत (श्री जौहरीमलजी पारख के सूचीपत्र - तपागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार........ ................ २७५ से ३२६ से उद्धृत). ५७४ से ५७९ - परिशिष्ट-१ सर्व ग्रंथभंडारों के ताडपत्रीय तथा कागज के ग्रंथों का - परिशिष्ट-१० तपागच्छ भंडार की पुरानी सूची (श्री जौहरीमलजी पारख के अकारादि क्रम ३२७ से ४९८ सूचीपत्र से उद्धृत). ५८० से ५८१ - परिशिष्ट-२ सर्व ग्रंथभंडारों के ग्रंथों के कर्ताओं की अकारादि क्रम से सूची ४९९ से ५३६ | - परिशिष्ट-११ देवनागरी वर्णमाला को रोमन लिपिमें लिखने की पद्धति -- परिशिष्ट-३ सर्व ग्रंथभंडारों के ताडपत्रीय तथा कागज के ग्रंथों की जाहरामलजा पारख क सूचापत्र स उद्धृत) ..................... ५८२ से ५८२ लेखनसंवत्वार अकारादि सूची ५३७ से ५४६ - परिशिष्ट-१२ विशिष्ट प्रतियाँ (पु०सू० से उद्धृत). ५८३ से ५८५ रचनासंवत्वार अकारादि सूची ५४७ से ५५१ | - परिशिष्ट-१३ हस्तलिखित ग्रंथगत ऐतिहासिक विशेष नामों की अकारादि क्रम से - परिशिष्ट-४ कागज की मूल हस्तलिखित प्रतियों के पेटी क्रमांकों तथा ग्रंथ सूची (पु०सू० से उद्धृत) .. ५८६ से ६१२ क्रमांको की सूची ५५२ से | - परिशिष्ट-१४ प्राचीन अंकमाला के वर्ण ६१३ से ६१४ - परिशिष्ट-५ सी०डी० तथा फोटोस्टेट (झेरोक्ष) की सूची ५५४ से ५५५ - परिशिष्ट-६ C.D. No. Wise List of the Palrn-Leaf and Paper Mss. ५५६ से ५६४ 1. जैहरीमलजी पारख संपादित एवं सेवा मंदिर रावटी, जोधपुर, द्वारा ईसवी सन् १९८८ में प्रकाशित 'जिनभद्रसूरि ज्ञान भंडार जैसलमेर हस्तलिखित ग्रंथों का सूचीपत्र द्वितीय खंड से उद्धृत । २. पु०सू० मुनिराजश्री पुण्यविजयजी द्वारा संपादित एवं लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामंदिर अहमदाबाद-९, द्वारा ईसवी सन् १९७२ में प्रकाशित "New catlogue of sanskrit & prakrit Manuscripts Jesalmer collection" नाम के सूचीपत्र से उद्धृत॥ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jain Education International
SR No.018010
Book TitleJesalmer ke Prachin Jain Granthbhandaron ki Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherMotilal Banarasidas
Publication Year2000
Total Pages665
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size14 MB
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