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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती प्रत विशेष- पत्र १नो टुकडो छे अने अंतना छ पत्रना टुकडा छे. डीवीडी-३२/५० पुप्रे ४४०, पृ. २८८, चैत्यवन्दनभाष्य सह सङ्घाचारवृत्ति व दृष्टान्तकथा, अपूर्ण प्रत विशेष- प्रत नं.४४१ इस प्रत से संबंधित भाग होना चाहिये. कुल झे.पृष्ठ-३२१ पुप्रे ४४१, पृ. २५४, चैत्यवन्दनभाष्य सह सङ्घाचारवृत्ति व दृष्टान्तकथा, अपूर्ण प्रत विशेष- प्रत नं.४४० इस प्रत से संबंधित भाग होना चाहिये. कुल झे.पृष्ठ-२५४ पुप्रे ४४३, पृ. ४०७, चैत्यवन्दनभाष्य सह सङ्घाचारवृत्ति व दृष्टान्तकथा, संपूर्ण प्रत विशेष- लहिया द्वारा लिखी गयी प्रति. पत्र-२४० व २९२ नहीं है. कुल झे.पृष्ठ-४०७ चैत्यवन्दनभाष्य-(सं.)अवचूर्णि आचार्य-ज्ञानसागरसूरि, सं., गद्य, आदि वाक्यः वन्दि. वन्दनीयात् परमेष्ठिनः सर्वान्... भांका २२४- पे.क्र. १, पृ. १-७, चैत्यवन्दनभाष्यावचूर्णि आदि, वि-१५६२, संपूर्ण पे. नाम- चैत्यवंदनभाष्यावचूर्णि, पे. विशेष- सूचीपत्र नं.१-१२२५. प्रत विशेष- सूचीपत्र नं.१-१२२५, १-१३०८, १-१२६५. डीवीडी-८८ चैत्यवन्दनभाष्य-(प्रा.)कथा प्रा., पद्य, पुप्रे ४४०, पृ. २८८, चैत्यवन्दनभाष्य सह सङ्घाचारवृत्ति व दृष्टान्तकथा, अपूर्ण प्रत विशेष- प्रत नं.४४१ इस प्रत से संबंधित भाग होना चाहिये. कुल झे.पृष्ठ-३२१ पुप्रे ४४१, पृ. २५४, चैत्यवन्दनभाष्य सह सङ्घाचारवृत्ति व दृष्टान्तकथा, अपूर्ण प्रत विशेष- प्रत नं.४४० इस प्रत से संबंधित भाग होना चाहिये. __ कुल झे.पृष्ठ-२५४ पुप्रे ४४३, पृ. ४०७, चैत्यवन्दनभाष्य सह सङ्घाचारवृत्ति व दृष्टान्तकथा, संपूर्ण प्रत विशेष- लहिया द्वारा लिखी गयी प्रति. पत्र-२४० व २९२ नहीं है. कुल झे.पृष्ठ-४०७ चैत्यवन्दनभाष्य आचार्य-देवेन्द्रसूरि, प्रा., पद्य, गा.५१, आदि वाक्यः वन्दित्तु वन्दणिज्जे सव्वे चिइवन्दणाइ सुवियारं... कृ.विः देवेंद्रसूरि कृत भाष्य करतां अन्य कृति. भांका १४८- पे.क्र. १, पृ. १-८A, चैत्यवन्दनादिभाष्य अवचूर्णि सहित, संपूर्ण पे. नाम- चैत्यवन्दनभाष्य सह अवचूरि, पे. विशेष- सूचीपत्रांक-१-१२२७. प्रत विशेष- सूचीपत्रक्रम-१-१२२७, १-१३१०, १-१२६२. _कुल झे.पृष्ठ-१०, डीवीडी-८५ चैत्यवन्दनभाष्य-(सं.)अवचूरि सं., गद्य, आदि वाक्यः वन्दित्वा वन्दनीयान सार्वान् सर्वज्ञान सर्वान् वा... भांका १४८ - पे.क्र. १, पृ. १-८A, चैत्यवन्दनादिभाष्य अवचूर्णि सहित, संपूर्ण पे. नाम- चैत्यवन्दनभाष्य सह अवचूरि, पे. विशेष- सूचीपत्रांक-१-१२२७. प्रत विशेष- सूचीपत्रक्रम-१-१२२७, १-१३१०, १-१२६२. कुल झे.पृष्ठ-१०, डीवीडी-८५ चैत्यवन्दनभाष्य-(मा.गु.)स्तबक मारुगूर्जर, गद्य, 266
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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