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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती ऋषभजिनकुन्तलपञ्चविंशतिकास्तवन आचार्य-सोमसुन्दरसूरि[तपागच्छ], सं., पद्य, का.२५, आदि वाक्यः ॐकारः सकलत्रिलोक कमला स्वीकारलीलाविधौ... पाकाहेम ८२२७- पे.क्र. २, पृ. १-२, आदिजिन-शान्तिनाथ-नेमिनाथ-पार्श्वनाथ माहावीरजिनपञ्चकषड्भाषामयस्तवनपञ्चक आदि , वि-१७मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ पाकाहेम १२२२७, पृ. १, ऋषभकुन्तलपञ्चविंशतिका, वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ ऋषभजिनजन्माभिषेक प्रा., पद्य, गा.१४३, आदि वाक्यः जयइ जुगादि जिणिन्दो पयासियासेसपढमनयविन्दो... पाताखेत ६- पे.क्र. २४, पृ. १५९-१६२, उपदेशमालादि ५४ ग्रन्थो, संपूर्ण पे. नाम- जन्माभिषेकस्तुति प्रत विशेष- शुद्ध प्रति. कुल झे.पृष्ठ-११०, डीवीडी-६१/६३ ऋषभजिनस्तवन जुओ - सिद्धाचलमण्डन ऋषभजिनस्तवन, संस्कृत, श्लोक१४ ऋषभजिनस्तवन उपाध्याय-यशोविजयजी गणि[तपागच्छीय], मारुगूर्जर, पद्य, गा.९, आदि वाक्यः समरथ साहिब समता दरिओ रे... अताका ४७९- पे.क्र.२, पृ. १अ, ज्ञानार्णवप्रकरण स्वोपज्ञ विवरण आदि, संपूर्ण पे. विशेष- संपूर्ण. ला.द. नम्बर-४३०७४. प्रत विशेष- सभी पेटांक का पत्र क्रमशः गिना गया है. कुल झे.पृष्ठ-२५, डीवीडी-१०३/१०४ ऋषभजिनस्तवन - अर्बुदमण्डन आचार्य-सोमसुन्दरसूरि[तपागच्छ], सं., पद्य, श्लोक३३, आदि वाक्यः श्रीअर्बुदाचलविभूषण भूषणाली... पाकाहेम ८५१३- पे.क्र. १, पृ. १-१, जिनस्तोत्रसङ्ग्रह, वि-१६मी, संपूर्ण पे. नाम- अर्बुदस्थ ऋषभजिनस्तवन कुल झे.पृष्ठ-६ ऋषभजिनस्तवन देलउलाण्डन मन्त्रौषधिकल्पगर्भित जुओ - मन्त्रौषधिकल्पगर्भित देलउलामण्डन ऋषभजिनस्तवन, आचार्य मुनिसुन्दरसूरि, अपभ्रंश, श्लोक२५ ऋषभजिनस्तुति अप., पद्य, गा.२६, आदि वाक्यः निसुणहु लोयवावलाहक रिसहेसर घरवारि... पातासंघवी १४१-२- पे.क्र. १६, पृ. ४४-४७, उपदेशमाला आदि, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रथमना छ पत्रोना टुकडा खरी गया छे., दशवीशी भावना- गाथा-२०५. डीवीडी-३५/५३ ऋषभजिनस्तुति जुओ - शत्रुञ्जयमण्डन युगादिदेवस्तुति#, आचार्य-जयशेखरसूरि, मारुगूर्जर, गा.१६ ऋषभजिनस्तुति शत्रुञ्जयमण्डन जुओ - शत्रुञ्जयमण्डन ऋषभजिनस्तुति, आचार्य-उदयप्रभसूरि, संस्कृत, श्लोक४ ऋषभजिनस्तुति-सिद्धस्वरूपगर्भित# अप., पद्य, आदि वाक्यः पणमवि परमेसरु रिसहजिणेसरु वेयसिप्पाउप्पयगरु... पातासंघवी १४१-२- पे.क्र. १२, पृ. ३५-३७, उपदेशमाला आदि, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रथमना छ पत्रोना टुकडा खरी गया छे., दशवीशी भावना- गाथा-२०५. डीवीडी-३५/५३ ऋषभजिनस्तोत्र सं., पद्य, श्लोक८, पाकाहेम ८७४७- पे.क्र.१, पृ. १, ऋषभजिनस्तोत्र आदि, वि-१७मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-२ 132
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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