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________________ (भांका) भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना (कागळ) पूर्णता स्थिति प्रतिलेखन वर्ष पत्र ग्रंथांका प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम । कृति नाम क्लिन ओरिजिनल सीवीसी (सीवीडी- झे.पत्राओ.पत्र) कति प्रकार प्रतविशेष माप पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष परिमाण रबना वर्ष आदिवाक्य :गद्य जीर्ण संपूर्ण चतुःशरणप्रकीर्णक-अवचूरि १८३ प्रज्ञाप्रकाशषत्रिशका प्रज्ञाप्रकाशषट्त्रिाशिका नयप्रकाश स्तवन-स्वोपज्ञवृत्ति सहित यशस्वीगणि-शिष्य :सं. जीर्ण संपूर्ण कागज ८७(२) (जुनो नं. १८९१-९५/०) श्लोक ३७ प्रज्ञाप्रकाशाय नवीन पद्य कागज ८७(२०) (जुनो नं. १८९१-९५/१३८३)सूचीपत्रक्रम-१४. .... प्रारंभना थोडा पत्रो नथी. श्लोक ७४०वि.१६३३ तस्मै नमः श्रीजिनशासपद्य वि. १६७३ : प्रमाणवाक्यं नयवाक्य :गद्य ८७(१०)........... (जुनो नं. १८९१-९५/१३८९)...... : ग्रं.८७५ वि. १४५५ नयप्रकाशस्तव पदमसागर सिं . पदमसागर नयप्रकाशस्तव-स्वोपज्ञ टीका वेधगोष्टी विद्यगोष्ठी १८६ अजितशान्तिस्तोत्र सह बोधदीपिकाटीका मुनिसुन्दरसूरि जीर्ण कागज नन्देिषेण अजितशान्तिस्तोत्र अजितशान्तिस्तोत्र-बोधदीपिका वृत्ति....... १८७ पिण्डविशुद्धि अवचूरी जिनप्रभसरि जीर्ण कागज पिण्डविशुद्धिप्रकरण-अवचूरि १८८: शीलोपदेशमाला संपूर्ण जयकीर्तिसरि गा.११६ वि. १४७६ १० ८७(७) (जुनो नं. १८९१-९५/१२२८)सूचीपत्रक्रम-३-११७६. ग्रन्थान-७४१./खोखटसुत कुंपा लिखितं., (१०.५४४.७, १७४६४) लेखन स्थल : इलदुर्ग जिय जियसव्वभय :पद्य गाथा संख्या ३८ थी ४७ सुधी मळे छे. गं (koवि .936५ : गद्य रचना स्थल दाशरथिपुर ....... ८७(४) (जुनो नं. १८९१-९५/१२८४)सूचीपत्रक्रम-१-११३१. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. ग्रन्थान-८३८५. गद्य ८७(२).............. (जुनो नं. १८९१-९५/१३०४).. आबाल बम्भयारि नेमिपद्य वि. १८३२ : ९९ ८७(६६).... (जुनो नं. १८९१-९५) लक्ष्मीनिरस्तनिखिला....... : पद्य कागज वि. १९वी :८७(६) (जुनो नं. १८९१-९५/१३१६)पदच्छेद व अन्वयदर्शक चिहनयुक्त. कुग्राहनिवारणे पटुतर पद्य पद्य वि. १६२१ १५ :८७(१०) (जुनो नं. १८९१-९५/१३०५)सूचीपत्र नं.१-६०३. (गाथा-३०६....९x४...१३४४०) कयपवयणप्पणामो वुच्छ पद्य जीतकल्प, निशीथसूत्र आदिना आधारे निर्मित प्रथम २३ गाथाओ जीतकल्पनी सरखी. १८९ धर्मरत्नाकर श्रेष्ठ संपर्ण कागज अध्याय २१ जयसेन जीर्ण १९० : सिद्धान्तरत्नावली सह टिप्पण संपूर्ण हेमसूरि-शिष्य :श्लोक ३२ : सिद्धान्तरत्नावली सिद्धान्तरत्नावली-टिप्पन १९१ यतिजीतकल्पसूत्र श्रेष्ठ कागज यतिजीतकल्पसूत्र नव्य सोमसूरि गा.333 46
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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