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________________ ग्रंथांक प्रत नाम (पेटा नंबर) पेटा नाम कृति नाम १४८६७ योगशास्त्रस्वोपज्ञवृत्तिसह योगशास्त्र योगशास्त्र स्वोपज्ञ वृत्ति १४८६८ पाक्षिकसूत्रवृत्तिसह १४८७० पाक्षिकसूत्र पाक्षिकसूत्र- वृत्ति १४८६९ पाक्षिकसूत्रमूल पाक्षिकसूत्र कुमारपालप्रबन्ध १४८७१ पुष्पमालाप्रकरणसटीक पुष्पमालाप्रकरण पुष्पमालाप्रकरण- टीका १४८७२ निशीथसूत्र १४८७३ निशीथसूत्रभाष्य निशीथसूत्र-भाष्य १४८७४ | धर्मरत्नप्रकरण सह बृहद्वृत्ति धर्मरत्नप्रकरण धर्मरत्नप्रकरण- बृहद्वृत्ति १४८७५ ओघनियुक्तिसटीक ओघनियुक्ति ओघनियुक्ति-वृत्ति स्थिति कर्ता श्रेष्ठ हेमचन्द्रसूरि हेमचन्द्रसूरि मध्यम यशोदेवसूरि जीर्ण श्रेष्ठ जिनमण्डनगणि मध्यम हेमचन्द्रसूरि मलघारी साधुसोमगणि श्रेष्ठ भद्रबाहुस्वामी जीर्ण मध्यम शान्तिसूरि देवेन्द्रसूरि श्रेष्ठ भद्रबाहुस्वामी द्रोणाचार्य पूर्णता भाषा संपूर्ण सं. सं. संपूर्ण प्रा. सं. संपूर्ण प्रा. संपूर्ण संपूर्ण प्रा. सं. संपूर्ण प्रा. संपूर्ण प्रा. संपूर्ण प्रा. सं. संपूर्ण प्रा. सं. (पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण कागज अध्याय १२ प्रका ग्रं. १२००० कागज ग्रं. ३५० श्लोक २७०० कागज ग्रं. ३५० कागज कागज गा. ५०५ ग्रं. १५१२ कागज गा. ८१२ कागज गा. ६४३९ ग्रं. ८४०० कागज गा. १४५ ग्रं. ९७०० कागज गा. ११६३ ग्रं. १४३२ ग्रं. ७००० रचना वर्ष वि. १५४९ वि. १५६३ वि. ११८० वि. १६मी वि. १५४८ वि. १४९१ वि. १५४९ वि. १६मी वि. १५३८ वि.१६मी वि. १६३१ 545 आदिवाक्य २१४ नमो दुर्वाररागादिवैर प्रणम्य सिद्धाद्भुत ७७ तित्थङ्करे य तित्थे शिवशमैकनिमित्तं ८ तित्थड़करे य तित्थे ६८. ९८ १६ जे भिक्खू हत्थकम्मं १५५ क्लिन / ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी १५४ झे. पत्र (झे. पत्र) कृति प्रकार दुविहोवक्कमकालो सामा गद्य (९९) सिद्धमकम्ममविग्गहमकल पद्य (७६) संयुक्त प+ग पद्य (8)... संयुक्त प+ग (७२) गद्य (१७) पद्य णवबम्भचेरमइओ अटठारस १७८ नमिउण सयल गुणरयणकुल सज्ज्ञानलोचनविलोकित गद्य (१५७) पद्य (8) पद्य पद्य गद्य प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष परिमाण श्लोक संख्या १२००० आपेल छे.. (१३४५.५) आ प्रतमां संपूर्ण परिमाण श्लोक सं. ३१०० आपेल छे (१२ 1984) (१२.७४५) ( १२.७४५) (१२.७४५) (१३४५.२) ( १२.७४५.२) प्रति उंदरडे करडेली छे.. (१२७४५) ग्रन्थाग्र-८३८५ (१२.२४५) गाथा - ११४० थी ११९० सुधी मळे छे.
SR No.018001
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages582
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size38 MB
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