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________________ बहप्फइदत्त 1266 - अभिधानराजेन्द्रः - भाग 5 बहिर वइस्सदारगाणं अट्ठसयं सुद्ददारगाणं पुरिसेहिं गिण्हावेइ, तिभागावसेसे दिवसे सूलीभिण्णकए समाणे कालमासे कालं गिण्हावे इत्ता तेसिं जीवंताणं चेव हयउडियाओ गिण्हावेइ किच्चा इसीसे रयणप्पभाए पुढवीए संसारो तहेव पुढवी, तओ गिण्हावेइत्ता जियसत्तुस्स रण्णो संतिहोमं करेइ, करेइत्ता तए हत्थिणाउरे णयरे मियत्ताए पञ्चाइस्सइ / से णं तत्थ वाउरिएहिं णं से परबले खिप्पामेव विद्धंसइ वा, पडिसेहिज्जइ वा; तए णं बहिए समाणे तत्थेव हत्थिणाउरेणयरे सेविकुलंसि पुत्तत्ताए बोहिं से महेसरदत्ते पुरोहिए एयकम्मे 4 सुबहुपावं० जाव समजिणित्ता सोहम्मे कप्पे महाविदेहे सिज्झिहिति। विपा०१ श्रु०५ अ०। तीसं वाससयाई पर० कालमासे कालं किच्चा पंचमाए पुढवीए बहल (देशी) पड़े, दे० ना०६ वर्ग 86 गाथा / दृढे, त्रि०ा जं०३ वक्षः। उक्कोसेणं सत्तरसागरोवमट्ठिईए णरएसु उववण्णे, से णं तओ वाहल्यविशिष्ट, पञ्चा० 5 विव०तमिस्रसमूहे, सू० प्र०२० पाहु०। अणंतरं उध्वट्टित्ता इहेव कोसंबीए णयरीए सोमदत्तस्स | बहलिय पुं० (बहलिक) म्लेच्छजातिभेदे, तद्देशे च / प्रश्न०१ आश्र० पुरोहियस्स वसुदत्ताए भारियाए पुत्तत्ताए उववण्णे / तएणं तस्स द्वार। रा०। दारगस्स अम्मापियरो णिव्वत्तवारसाहस्स इमं एयारुवं णामधिज्जं बहली स्त्री० (बहली) बहलदेशोत्पन्नायां दास्याम्, ज्ञा०१ श्रु०१ अ०। करेइ-जम्हाणं अम्हे इमे दारए सोमदत्तस्स पुत्ते वसुदत्ताए अत्तए भ० 1 आ० म० / ऋषभपुरावाहुवलिराज्ये, वाहुबले-बहलीदेशे तम्हा णं होउ अम्हे दारए बहस्सइदत्ते णामेणं / तए णं से तक्षशिलायां राज्यं दत्तम्। कल्प०१अधि०७ क्षण। आ० चू० / दशा०। बहस्सइदत्ते दारए पंचधाई परिग्गहिए० जाव परिवड्डइ। तएणं बहविरइस्त्री० (बधविरति) व्यापारनिवृत्तौ प्रज्ञा०१पद। से बहस्सइदत्ते णामं कुमारे उम्मुक्कबालभावे जोव्वणविण्णाए बहस्सइपुं० (बृहस्पति) 'बहप्फइ' शब्दार्थे, प्रा०२ पाद। होत्था, उदयणस्स कुमारस्स पियबाल-वयस्सए यावि होत्था बहस्सइचरिय न० (बृहस्पतिचरित) बहप्फइचरिय' शब्दार्थे, सू०प्र० २पाहु०। सहजायए सहवड्डियए सह पसुकीलयए / तए णं से सयाणीए बहस्सइदत्तपुं० (बृहस्पतिदत्त) 'बहप्फइदत्त' शब्दाथें, स्था० 10 ठा० / राया अण्णया कयाइ काल धम्मुणा संजुत्ते, तए णं से उदयणे बहावह पुं० (बधाऽऽवह) बध प्राण्युपमर्दमावहतीति बधाऽऽवहः / हिंसके, कुमारे बहूहिं राईसर० जाव सत्थवाहप्पभिईहिं सद्धिं संपरिबुडे सूत्र०२ श्रु०६ अ०। रोयमाणे कंदमाणे विलवमाणे सयाणीयस्स रण्णो महया बहि अव्य०(बहिस्) वह इसुन। बाह्ये, वाच० / स०३४ सम०। स्था०। इड्डीसक्कारसमुदएणं णीहरणं करेइ, क रेइत्ता बहूई लोयाई रा०। मयकिचाई करेइ / तए णं से बहवे राईसर० जाव सत्थवाहे बहिंविहार पुं० (बहिर्विहार) वहिः संसाराद् विहारः स्थाने बहिर्विहारः / उदयणं कुमारं महया महया रायामिसेएणं अभिसिंचइ। तएणं मोक्षे, उत्त०१४ अ०। से उदयणे कुमारे राया जाए महया० / तए णं से बहस्सइदत्ते बहिणी स्त्री० (भगिनी) "दुहितृ-भगिन्योधूआ बहिण्यौ" // 12 दारए उदयणस्स रण्णो पुरोहिए उदयणस्स रण्णो अंतेउरे / 126|| इति भगिनीस्थाने बहिणी इत्यादेशः / प्रा०२ पाद। स्वसरि, बेलासु य अवेलासु य कालेसु य अकालेसु य राओ य वियाले "भल्ला हुवा जु मारिआ, बहिणिः महारा कंतु।'' प्रा० 4 पाद। "बहिणी य पविसमाणेअणया कयाइपउमावईदेवीए सद्धिं संपलग्गे यावि ससा।" पाइ० ना० 252 गाथा। होत्था / पउमावईदेवीए सद्धिं उरालाई भोगभोगाई भुंजमाणे बहिय त्रि० (बधित) हते. ज्ञा०१ श्रु०६ अ०। विहरइ / इमं च णं उदयणे राया ण्हाए जाव विभूसिए जेणेव बहिया अव्य० (बहिस्) नगराऽऽदेबहिस्तादर्थे स्था० 6 ठा० / भ०। चं० पउमावई देवी तेणेव उदयणे राया बहस्सइदत्तं पुरोहियं प्र०। "चपाए णयरीए बहिया पुण्णभद्दे चेइए।" औ०। भ० / आचा०। पउमावईण देवीए सद्धिं उरालाई भोगभोगाई भुंजमाणे पासइ, स्था०। आव०। पासइत्ता आसुरुत्ते तिबलियं भिउडि णिलाडे साहट्ट वहस्सइदत्तं बहियापोग्गलक्खेवपुं० (बहिःपुद्गलक्षेप) अभिगृहीतदेशाद् बहिः प्रयोपुरोहियं पुरिसेहिं गिण्हावेइ, गिण्हावेइत्ता० जाव एएणं विहाणेणं जनसद्भावे परेषा प्रबोधनाय लेष्टवादिपुद्गलप्रक्षेपे, उपा० 1 अ०। 'बहिया वज्झं आणवइ / एवं खलु गोयमा! बहस्सइदत्ते पुरोहिए पुरा पोग्गलक्खेव" (28 गा०) देशावकाशिक व्रतं हि गृह्यते मा भूगमनाऽऽपोराणाणं जाव विहरइ / बहस्सइदत्ते णं भंते! दारए इओ कालगए गमनाऽऽदिव्यापारजनितः प्राण्युपमर्द इत्यभिप्रायेण / स च स्वयं कहिं गच्छिहिति, कहिं उववजिहिति ? गोयमा! बहस्सइदत्ते कृतोऽन्येन वा कारित इति न कश्चित् फले विशेषः / पञ्चा०१ विव०। दारए पुरोहिए चउसहिँ वासाइं परमाणु पालयित्ता अजेव | बहिर पुं०(बधिर) "ख-घ-थ-ध-भाम् / 8 / 1 / 187 / / इ
SR No.016147
Book TitleAbhidhan Rajendra Kosh Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayrajendrasuri
PublisherRajendrasuri Shatabdi Shodh Samsthan
Publication Year2014
Total Pages1636
LanguageHindi
ClassificationDictionary
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