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________________ ... युधिभ्याम् ... युधिभ्याम् - VIII. III. 95 देखें – गवियुधिभ्याम् VIII. iii. 95 युप्लुवो: - VI. iv. 58 (वेद-विषय में) 'यु मिश्रणे' तथा 'प्लुङ् गती' धातु को (दीर्घ होता है, ल्यप् परे रहते ) । युव..... Viii. 64 देखें- युवास्पयो Viii 64 - ... युव... - VI. iv. 133 देखें- श्वयुवमघोनाम् VI. Iv. 133 ... युव... - VI. iv. 156 देखें - स्थूलदूरo VI. iv. 156 - युव.... VII. ii. 92 देखें- युवावौ VII. 1. 92 ..... युवति... - 11.1.64 देखें- पोटायुवतिस्तोक० II. 1. 64 434 युवा - II. 1. 66 युवन् शब्द (समानाधिकरणवाची खलति, पलित, वलिन और जरती इन सुबन्तों के साथ विकल्प से तत्पुरुष समास को प्राप्त होता है)। - .. युवादिभ्यः - V. 1. 130 देखें - हायनान्तयुवादिभ्य V. 1. 130 युवाल्पयो: - V. iii. 64 युव और अल्प शब्दों के स्थान में (विकल्प से कन् आदेश होता है; अजादि अर्थात् इष्ठन्, ईयसुन् प्रत्यय परे रहते । युवावी - - - VII. ii. 96 (द्विवचनविषयक युष्मद् अस्मद् अङ्ग के मपर्यन्त भाग के स्थान में क्रमशः) युव, आव आदेश हो जाते हैं। युवोः - VII. 1. 1 i. युष्पत्... - VIII. iii. 103 देखें पुष्पत्तत्ततक्षुःषु VIII. III. 103 युष्पत्... - VI. 1. 205 देखें- युष्मदस्मदो VI. 1. 205 - युष्मत्तत्ततक्षुः षु - VIII. iii. 103 (इण् तथा कवर्ग से उत्तर सकार को तकारादि) युष्मत्, तत् तथा ततक्षुस् परे रहते (मूर्धन्यादेश होता है, यदि वह सकार पाद के मध्य में वर्तमान हो तो) । युष्मद्... - IV. iii. 1 देखें- युष्मदस्मदो IV. III. 1 युष्मद्... - VII. 1. 27 देखें- युष्मदस्मद्भ्याम् VII. 1. 27 युष्मद्... - VII. ii. 86 देखें - युष्मदस्मदो: VII. ii. 86 - युष्मद् VIII. 1. 20 देखें - युष्मदस्मदो: VIII. 1. 20 युष्मदस्मदोः IV. iii. 1 युष्मद् तथा अस्मद् शब्दों से (खत्र तथा चकार से छ प्रत्यय विकल्प से होते हैं, पक्ष में औत्सर्गिक अण् होता है) । - युवा - IV. 1. 163 (पौत्रप्रभृति का जो अपत्य, उसकी पिता इत्यादि के है, डस् परे रहते ) । जीवित रहते) युवा संज्ञा (ही होती है)। युष्मदस्मदोः VI. i. 205 युष्मत् तथा अस्मद् शब्दों के (आदि को उदात्त होता - युष्मदि युष्मदस्मदोः - VII. II. 81 युष्मद् तथा अस्मद् अङ्ग को (आदेशरहित विभक्ति के परे रहते आकारादेश होता है) । युष्मदस्मदो: - VIII. 1. 20 (पद से उत्तर षष्ठ्यन्त चतुर्थ्यन्त तथा द्वितीयान्त अपादादि में वर्तमान) युष्मद् तथा अस्मद् शब्दों के स्थान में (क्रमशः वाम् तथा नौ आदेश होते हैं एवं उन आदेशों को अनुदात्त भी होता है)। - युष्मदस्मद्भ्याम् VII. 1. 27 युष्मत् तथा अस्मत् अङ्ग से उत्तर (डस् के स्थान में अश् आदेश होता है)। (अङ्गसम्बन्धी) यु तथा वु के स्थान में (यथासङ्ख्य युष्पदि - I. Iv. 104 करके अन तथा अक आदेश होते है)। युष्मद् शब्द के उपपद रहते (समान अभिधेय होने पर युष्मद् शब्द का प्रयोग न हो या हो तो भी मध्यम पुरुष होता है।
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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