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________________ 415 मार... ...महि.. -III. iv. 78 देखें-तिप्तस्मि० III. 1.78 महिष्यादिभ्यः -IV. 1.48 (षष्ठीसमर्थ) महिषी आदि प्रातिपदिकों से (न्याय्य व्यव. हार अर्थ में अण् प्रत्यय होता है)। महेन्द्राद् - IV. 1. 28 (प्रथमासमर्थ देवतावाची) महेन्द्र शब्द से (षष्ठ्यर्थ में घ,अण तथा छ प्रत्यय भी होते है)। ...महोक्ष.. - V. iv.77 . देखें-अचतुर०V.iv.77 ...मा... -VI. iv.66 देखें-घुमास्था0 VI. 1.66 ...मा...-VII. iv.40 देखें-तिस्यति० VII. iv. 40 ...मा... - VII. 1.54 देखें-मीमाधु०मा . .54 . ...मा... -VIII. iv. 17 देखें-मीमाधु०VII. iv. 17 ...मा: -1.11.4 देखें-तुस्माः I. 11.4 ...मा: -III. iv. 82 देखें-जलतुसुसं० III. iv. 82 माड-III. iv. 19 . (व्यतीहार = अदल बदल अर्थवाली) मेड धात से (उदीच्य आचार्यों के मत में क्त्वा प्रत्यय होता है)। .. माङ्-II. i. 175 माङ् शब्द उपपद हो तो (धातु से लुङ्,लिङ् तथा लोट प्रत्यय भी होते है)। माझ्योगे - VI. iv. 74 (लुङ्ल ङ् तथा लङके परे रहते जो अट्, आट् आगम कहे हैं, वे) माङ् के योग में (नहीं होते)। ....माड:-VI.1.72 देखें-आमाझेVI.1.72. ...माणव..-IV. 1.41 देखें-ब्राह्मणमाण IV. 1.41 माणद.-...11 देखें-माणवचरकाभ्याम् V.I. 11 ...माणव... -VI. 1.69 देखें-गोत्रान्तेवासिo VI. 1.69 माणक्चरकाभ्याम् -v.i. 11 (चतुर्थीसमर्थ) माणव तथा चरक प्रातिपदिकों से (हित' अर्थ में खञ् प्रत्यय होता है)। माणव = लड़का, छोटा मनुष्य। चरक = दूत,अवधूत। ...माण्डूकाभ्याम् -IV.I. 19 देखें-कौरव्यमाण्डूकाभ्याम् IV.I. 19 मात् -I.i. 12 (अदस् के) मकार से (ईदन्त, ऊदन्त और एदन्त की प्रगृह्य संज्ञा होती है)। मात् - VIII. 1.9 मकारान्त एवं अवर्णान्त (तथा मकार एवं अवर्ण उपधावाले) प्रातिपदिक से (उत्तर मतुप को वकारादेश होता है, किन्तु यवादि शब्दों से उत्तर मतुप को व नहीं होता)। मातरपितरौ - VI. ii. 31 (उदीच्य आचार्यों के मत में) मातरपितरौ यह शब्द निपातन किया जाता है। ...मातामह.. -IV. 1. 35 देखें-पितृव्यमातुल• IV. ii. 35 मातुः - IV.i. 115 (संख्या,सम् तथा भद्र पूर्व वाले) मातृ शब्द से (अपत्य अर्थ में अण् प्रत्यय होता है, साथ ही) मातृ शब्द को (उकार अन्तादेश भी हो जाता है)। मातुः... -VIII. 1.85 देखें - मातुः पितुर्थ्याम् VIII. iii. 85 मातुःपितुवा॑म् -VIII. iii. 85 मातुर तथा पितुर् शब्द से उत्तर (स्वस के सकार को समास में विकल्प करके मूर्धन्य आदेश होता है)। ...मातुल... -IV.1.48 देखें-इन्द्रवरुणभव V.1. 48 ...मातुल... -IV. 1.35 देखें-पितृव्यमातुलo IV.ii. 35 मात... - VIII. iii. 84 देखें- मातृपितृभ्याम् VIII. iii. 84
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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