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________________ 408 मान ...म:-III. 11.2 मट् -V. 1.49 देखें-हावामः III. 1.2 (सङ्ख्या आदि में न हो जिसके, ऐसे सङ्ख्यावाची म:-IV. 1.8 षष्ठीसमर्थ नकारान्त प्रातिपदिक से 'परण' अर्थ में विहित (मध्य प्रातिपदिक से) शैषिक म प्रत्यय होता है। डट् प्रत्यय को) मट् का आगम होता है। म:-V. ii. 108 महुक... - IV. iv.56 (घु तथा द्रु प्रातिपदिकों से ‘मत्वर्थ' में) म प्रत्यय होता देखें - मड्डकझर्झरात् IV. iv.56 महुकझर्झरात् - IV. iv.56 म:-VII. 1. 108 (शिल्पवाची प्रथमासमर्थ) मड़क, झर्झर प्रातिपदिकों से (इदम् अङ्ग को सु विभक्ति परे रहते) मकारादेश होता (विकल्प से षष्ठ्यर्थ में अण् प्रत्यय होता है)। मडुक = एक प्रकार का ढोल। झर्झर = ढोल, झांझ। म -VIII. 11.53 (क्षे धात से उत्तर निष्ठा के तकार को) मकाराटेश होता ...मणि... - VI. iii. 114 देखें-अविष्टाष्टO VI. iii. 114 मणौ -V. iv. 30 म:-VIII. 1.64 मणिविशेष में (वर्तमान लोहित प्रातिपदिक से कन् मकारान्त (धातुपद) को (नकारादेश होता है)। . प्रत्यय होता है,स्वार्थ में)। म-VIII. 1. 80 मण्डलम् - VI. I. 182 (असकारान्त अदस् शब्द के दकार से उत्तर जो वर्ण, (परि उपसर्ग से उत्तर अभितोभाविवाची पद तथा) उसके स्थान में उवर्ण आदेश होता है तथा दकार को) मण्डल शब्द को (अन्तोदात्त होता है)। मकारादेश (भी) होता है। ...मण्डार्येभ्यः -III. 1. 151 . म-VIII. 11.23 देखें - कुधमण्डार्थेभ्यः III. II. 151 (पदान्त) मकार को (अनुस्वार आदेश होता है; हल् परे मण्डूकात् -V.1.119 रहते,संहिता में)। मण्डूक प्रातिपदिक से (ढक् प्रत्यय होता है तथा विकल्प म-VIII. III. 25 से अण भी होता है)। (सम् के मकार को) मकारादेश होता है; (क्विप् प्रत्य मत.. -IN.iv.97 यान्त राज धातु के परे रहते)। देखें-मतजनहलात् IV. iv.97 ...मधु... - VI. iii. 132 ...मत... -VI. iii. 42 देखें-तुनुधम० VI. iii. 132 देखें-घरूप० VI. iii. 42 . ....मगध...-IV. 1. 168 . मतजनहलात् -IV. iv.97 देखें-दूयमगधo IV. 1. 168 (षष्ठीसमर्थ) मत, जन,हल प्रातिपदिकों से (यथासंख्य मघवा-VI. iv. 128 करके करण, जल्प,कर्ष अर्थों में यत् प्रत्यय होता है)। मघवन् अङ्ग को (बहुल करके तृ आदेश होता है)। मति... -III. Ii. 188 ...मघोनाम् - VI. iv. 133 देखें - मतिबुद्धि III. ii. 188 देखें-श्वयुवमघोनाम् VI. iv. 133 मतिः - IV. iv. 60 ...मडि...-VIII. iii.97 (प्रथमासमर्थ अस्ति,नास्ति,दिष्ट प्रातिपदिकों से इसकी) देखें-अम्बाम्ब० VIII. III.97 मति विषय में (ढक प्रत्यय होता है)।
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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