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________________ 387 फ-प्रत्याहारसूत्र XI फले - IV. ii. 160 आचार्य पाणिनि द्वारा अपने ग्यारहवें प्रत्याहारसूत्र में फल अभिधेय हो (तो विकार और अवयव अर्थों में पठित द्वितीय वर्ण विहित प्रत्यय का लुक होता है)। पाणिनि द्वारा अष्टाध्यायी के आदि में पठित वर्णमाला फलेग्रहि-III. ii. 26 का इकत्तीसवां वर्ण। फलेपहि शब्द (इन् प्रत्ययान्त) निपातन किया जाता है। फ... -VII. .2. ...फलो: - VII. iv. 87 देखें-फढख० VII.1.2 देखें-चरफलो: VII. iv. 87 फक्... -IV.i.91 . फल्गुनी... -I. ii. 60 देखें-फक्फिोः IV.i.91. देखें- फल्गुनीप्रोष्ठपदानाम् I. ii. 60 ...फक्... -IV.ii.79 ....फल्गुनी... - IV. il. 34 देखें-दुज्छण्कठo Vii. 79 देखें - अविष्ठाफल्गुन्यनु० IV. iii. 34 फक्-IV.1.99 फल्गुनीप्रोष्ठपदानाम् - I. ii. 60 (नडादि षष्ठ्यन्त प्रातिपदिकों से गोत्रापत्य में) फक् फलानी और प्रोष्ठपद (नक्षत्रों) के (द्वित्व अर्थ में भी प्रत्यय होता है। बहुवचन का प्रयोग विकल्प करके होता है)। फक्फिो : -1.1.91 ...फाण्ट.. -VII. ii. 18 (प्राग्दीव्यतीय अजादि प्रत्यय की विवक्षा में युवापत्य) देखें-क्षुब्यस्वान्तः VII. ii. 18 फक और फिज का विकल्प से लक होता है)। फाण्टाहृति... - IV.i. 150 फञ् - IN.i. 110 देखें- फाण्टाहतिमिमताभ्याम् IV.i. 150 (षष्ठीसमर्थ अश्वादि प्रातिपदिकों से गोत्रापत्य में) फब फाण्टातिमिमताभ्याम् -IV.i. 150 प्रत्यय होता है। . . (सौवीर विषय वाले) फाण्टाहृति तथा मिमत शब्दों से फढखयाम् - VII. 1.2 (अपत्यार्थ में ण तथा फिञ् प्रत्यय होते है)। (प्रत्यय के आदि के) फ,द,ख,छ् तथा घ् को (यथासङ् फाण्ट = काढ़ा, अर्क। ख्य करके आयन, एय, ईन्, ईय् तथा इय् आदेश होते ___...फान्तात् -I. ii. 23 देखें-थफान्तात् I. ii. 23 फणाम् -VI. iv. 125 फाल्गुनी... - IV.ii. 22 देखें-फाल्गुनीश्रवणाo IV. ii. 22 फण आदि (सात) धातुओं के (अवर्ण के स्थान में भी फाल्गुनीश्रवणाकार्तिकीचैत्रीभ्यः - IV. i. 22 विकल्प से एत्त्व तथा अभ्यासलोप होता है; कित् , ङित् . लिट् तथा सेट् थल परे रहते)। (प्रथमासमर्थ पौर्णमासी शब्द से समानाधिकरण वाले जो) फाल्गुनी,श्रवणा, कार्तिकी और चैत्री शब्द - उनसे ...फल... - Iv.i.64 (विकल्प से सप्तम्यर्थ में ठक प्रत्यय होता है.पक्ष में अण . देखें-पाककर्णपर्ण IV.i.64 होगा)। ...फल... -VI. iv. 122 फि - IV. 1. 154 देखें-तृफलOVI. iv. 122 तिकादि प्रातिपदिकों से अपत्य अर्थ में) फिञ् प्रत्यय ...फलक... -VI. ii. 101 होता है)। . देखें-हास्तिनफलक. VI. ii. 101
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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